कहानी भूख कि समीक्षा

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भूख--भूख चित्रा मुद्गल जी कि मार्मिक समाज एव जीवन के यथार्थ का आईंना है।नगर महानगर की संस्कृति में मानवीय मुल्यों के छरणएव द्वंद के प्रतिकर्षण की वेदना एवं कराह का वर्तमान तो भविष्य के लिये जागरूकता का शसक्त संदेश है।वास्तव मे चित्रा मुद्गल जी स्वयं के जीवन मे बहुत उतार चढ़ाव को जिया एव समाज के हर वर्ग की पीड़ा का एहसास किया एव स्वयं जिया।चित्रा मुद्गल का जन्म दस दिसम्बर 1944 को चेन्नई के सेना चिकित्सालय में हुआ था पिता ठाकुर प्रताप सिंह माता श्रीमती विमला देवी चित्रा मुद्गल की माँ तालुककेदार गया बक्स सिंह की संतानों में मंझली