पहाड़ी वाला राक्षस

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पहाड़ी वाला राक्षसमेदरानगंज मेंआज से १०० साल पहले एक सरपंच था मधरान मोरारी। सब लोग अपने मसले उसे बताने से डरते थे। वो हर किसीको बजाय उनकी समस्या का हल बताने के वो तो सबको अनाब शनाब सुनाता था उतना ही नहीं कई बार लोगों को जानबुच कर गलत सलाह देता था। गांव के लोग उससे बहोत तंग आ चुके थे। वे लोग तो उन्हें अपना सरपंच बनाना ही नहीं चाहते थे पर सदियों से इस मधरान के बाप दादाओं ने ही इस पूरे गांव को संभाला था पर ये ऐसा नहीं था। ऊपर से कई लोगों के पैसे भी