chori ya paheli - 1 books and stories free download online pdf in Hindi

चोरी या पहेली - रहस्यमयी कहानी - 1

चोरी या पहेली ??.(1)


अस्पताल का ये icu वार्ड भी शायद बिछड़ने वाला था ,जहाँ पे पिछले एक महीने से रोहन ज़िन्दगी और मौत के बीच मे रह गया था। कभी उम्मीदें जवाब दे रहीं थी तो कभी हौसले बाज़ी मार रहे थे।

एक महीना पहले रोहन की कंपनी में बहुत बड़ी चोरी हो गयी। जिससे कंपनी को बड़ा नुकसान हुआ और उसकी हालत खराब हो गयी। वो एक सदमें में चला गया और बेहोश होकर गिर पड़ा। तभी से रोहन अस्पताल में हैं।

दोस्तों और रिश्तेदारों का साथ ही था जो रोहन को शायद ज़िंदा रखे हुए था। पुलिस की पूछताछ से लेकर हर तफ्तीश में रोहन का परिवार और स्टाफ पूरा सहयोग दे रहा था। लेकिन चोरी की गुत्थी किसी के समझ मे नहीं आ रही थी। शक के नाम पे पुलिस के पास रोहन की पत्नी रिया और रोहन की सौतेली माँ शांति के अलावा कोई और न था।


रिया और शांति ही क्यों...... अगले भाग में???????


चोरी या पहेली???.(2)

रिया ने रोहन की दौलत देखकर ही उससे प्यार किया और शादी की। रही बात सौतेली माँ कि तो उसका खुद के बेटा किसी काम का नही था और रोहन के पिता ने भी दुनिया से जाने से पहले काबलियत के आधार पर अपनी कंपनी रोहन को सौंप दी थी। जो रोहन की माँ को बर्दाश्त नहीं था।

लेकिन पुलिस इस बात से हैरान थी कि अगर रोहन को रास्ते से हटाना होता तो कंपनी में चोरी करवाने की क्या ज़रूरत थी , रोहन को मारा भी जा सकता था। शायद यही वजह थी कि पुलिस रिया और उसकी सौतेली सास को सीधे तौर पे इल्ज़ाम भी नहीं लगा सकती थी।

पुलिस का सारा ध्यान रोहन की कंपनी में चोरी की गुत्थी सुलझाने में लगा था कि अचानक एक दिन रोहन के सौतेले भाई यानी शांति का सगा बेटा अमन की मौत की खबर आती है। जिसकी लाश शहर से गुजरती एक नदी से बरामद होती है।

पुलिस दोनों घटनाओं को साथ लेकर चल ही रही थी कि अमन के आफिस के ड्रावर से एक खत मिला जिसमे अमन ने आत्महत्या बताई थी और उसका कारण रिया को बताया। पुलिस का शक अब रिया की तरफ ज्यादा था ।

पुलिस अपने अंजाम तक पहुंचती इससे पहले रिया का भी कत्ल हो जाता है। ये खबर सुनते ही गुत्थी और उलझ गयी कि रिया अब रही नहीं और अमन के गम में रोहन की सौतेली माँ शांति भी पागल सी हो गयी थी और अब उसका भी इलाज चल रहा था।

जारी ........
क्या पुलिस कुछ समझ पाई या कुछ और होना अभी बाकी है????????
अगले भाग में........


चोरी या पहेली...(3)

रातें सवालों में बीत रही थी और दिन छानबीन में। लेकिन कोई सुराग नहीं लग रहा था। रिया की मौत को एक हफ्ता हो गया था। कंपनी में चोरी कैसे हुई ये सवाल तो अब भी खड़ा था लेकिन रिया की मौत की गुत्थी भी सुलझ नहीं रही थी।

उधर रोहन की हालत में सुधार होने लगा था। रोहन को जब अमन और रिया के बारे में पता चला तो वो फिर से परेशान दिखने लगा । रोहन की देखभाल करने वाली नर्स ने रोहन को संभाला और धीरे धीरे रोहन ठीक हो गया।

चार महीने बाद भी चोरी का कोई सुराग हाथ नही लग रहा था। इधर शांति की हालत भी ठीक हो रही थी। और कंपनी भी संभल चुकी थी। सभी काम दोबारा से पहले जैसा होने लगा था।

अब रोहन बिल्कुल ठीक हो चुका था । शायद इसलिए पुलिस ने दोबारा से इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी। और इस बार पूछताछ रोहन से भी की गई कि उन्हें किसी पे कोई शक तो नहीं हैं । रोहन भी न बोलकर निकल जाता है।

ज़िन्दगी में थोड़ा और आगे बढ़ने का समय आ गया था। और रोहन ने दूसरी शादी करली नैना नाम की लड़की से। इधर पुलिस फिर असमंजस में थी कि कंपनी में चोरी हो जाना और रिया का कत्ल हो जाना और फिर रोहन का चार महीने में दूसरी शादी कर लेना इत्तेफ़ाक़ तो नहीं हो सकता।

जारी है.......

क्या पुलिस को जांच में कोई नई दिशा मिल रही थी या सिर्फ ये पुलिस का भ्रम था???? ??????
अगले भाग में.........


चोरी या पहेली?????.(4)

इधर कंपनी में काम करने वालों को रोहन बदला बदला सा लगने लगा था। उधर घर के नौकरों को भी रोहन के स्वभाव में बहुत बदलाव दिखने लगा था। शायद चोरी का सदमा और अस्पताल में लंबे समय तक रहने की वजह से हो रहा हो। सबसे अचंभित बात जो तब लगी जब ये सौतेले माँ बेटे प्यार से रहने लगे थे। नहीं तो पहले सिर्फ झगड़ते ही थे। दोनों ही एक दूसरे को पसंद नहीं करते थे।

लेकिन शांति ने बेटा खोया था और रोहन ने अपनी पत्नी को । और शायद इसी बात ने रोहन और सौतेली माँ शांति को करीब ला दिया था। इधर पुलिस कड़ियाँ जोड़ने में लगी थी ।

पहेली यहाँ उलझ रही थी कि

1..अमन ने आत्महत्या का कारण रिया को क्यों बताया ।
2.. उधर रोहन अस्पताल में भर्ती था ।
3..अमन की माँ भी पागल हो चुकी थी अमन की मौत से ।
4.. तो फिर रिया को किसने मारा ????
5. इतनी बड़ी चोरी हो गयी कंपनी में, और वहाँ काम करने वाले किसी भी इंसान का कोई नाम आगे नहीं आया। ये भी एक इत्तेफ़ाक़ था।

****पुलिस इत्तेफ़ाक़ और पहेली में उलझ रही थी। *******

पुलिस बहुत से तथ्यों पे काम कर रही थी । उनमें से एक तथ्य ये भी था कि रोहन और शांति कुछ तो छुपा रहें है। या फिर इस पूरी कहानी में नैना (रोहन की दूसरी पत्नी) का भी कोई किरदार है।

इन्हीं सवालों और पहेलियों को जोड़ते हुए एक महीना और निकल गया।
पुलिस कुछ कड़ियाँ जोड़ने में कामयाब होती ही है कि फिर एक घटना से पूरी मेहनत पर पानी फिर जाता है। एक सड़क दुर्घटना होती है और इस बार मौत रोहन की माँ को छीन लेती है..........

जारी है ......
सड़क दुर्घटना या फिर एक नई पहेली पुलिस के लिए???????
अगले भाग में।