Dilse Pyaar Tak - Part-2 books and stories free download online pdf in Hindi दिलसे प्यार तक - भाग-२ (1) 1k 4.7k काहाणी शुरु करते हे हमणे पिछले अध्याय मैं देखा कि मानसी पोलिस बन जाती है तब शुभम बोलता हे मानसी तुमणे तुम्हारी मा का सपना पुरा कर दिया लेकिन मेरी और एक काम बाकी है तुम्हारी शादी तब मानसी बोलती हे नही मे शादी नही करोगी तब शुभम बोलता हे कभी ना कभी तो तुम्हे शादी करणी होगी तब वो बोलता हे घरमे तुम और सोनाली हो अब मेरा भी वक्त आगया हे तब शुभम मर जाता है तब मानसी बोलती हे पापा दो साल बाद मानसी गुंडे लोग को मार रही थी तब वाहा पे एक लडका आता हे उसका नाम सागर था तब वो बोलता हे मानसी बस होगया तब मानसी बोलती हे नही सर इन लोगो ने एक लडकी को छेडा हे तब वो बोलता हे चलो तब वो बोलता हे मे तुमसे बोहत प्यार करता हो तब वो बोलती हे नही मुझे देखणे लडके वाले आणे वाले है तब मानसी घर जाती हे और सागर भी घर जाता है तब उसकी मा राणी बाई बोलती हे चलो तब वो मानसी के घर आते है तब सोनाली बोलती हे आइये तब राणी बाई बोलती हे हमे लडकी से मिलना हे तब आती है मानसी तब सागर बोलता हे मुझे इसके साथ ही शादी करणी हे तब राणी बाई बोलती हे शादी कि तयारी शुरु करु दस दिन बाद मानसी और सागर कि शादी हो जाती है तब उसकी मा बोलती हे चलो खाना बनावो और घर के सारे काम करलो तब मानसी सब काम करती है तब मानसी काम केलिए निकलती हे तब राणी बाई बोलती हे कहा जारही हु तब वो बोलती हे काम केलिए तब वो बोलती हे ठिक है सागर भी काम केलिए जाता है तब वाहा आती है सागर की बेहन और वो बोलती हे मा मेरा मोबाईल इस मानसी ने तोड दिया हे तब मानसी बोलती हे तुमणे फोन फोडा हे और मुजपे इलजाम लगा रही हो तब राणी बाई नंदिनी को मार ती है तब नंदिनी एक प्लेन बनाती हे तब वो गुंडे के पास जाती हे तब वो उसे छेडते हे तब मानसी उन गुंडो को मार देती है तब दोनो घर जाते हे तब राणी बाई बोलती हे ये क्या होवा तब मानसी बोलती हे कोछ गुंडे इसे छेड रहे थे तब मेने इसे बचा लिया तब मानसी पोलिस स्टेशन जाती हे वाहा पे उनका बाॅस आता हे और वो बोलता हे भारत मे बोहत आतंकवादी आगए हे तब मानसी बोलती हे तो हम उन्हे मार सकते हैं तब सागर बोलता हे उन्होंने हर जगह बाॅम लागाए हे तो हमे वो निकालणे होगे तब वो सब बाॅम निकालणे जाते हे तब हे तब मानसी का पेर एक बाॅम पे पडता है तब सागर मानसी को बचा लेता हे तब वाहा पे कोछ आतग वादी गोली मानसी को मारते हे तब मानसी को गोली लगती हे तब मानसी सबको मार देती है तब सागर बोलता हे सब मरगए तब वो Hospital जाते हे तब वाहा सागर का बॉस आता हे और बोलता हे तुम्हे और सागर को बडा पुरस्कार मिलेगा तब दो महिने बाद मानसी को और सागर को बच्चा हो जाता है तब उन्हे पुरस्कार मिलता हे . THE END ‹ Previous Chapterदिलसे प्यार तक Download Our App More Interesting Options Hindi Short Stories Hindi Spiritual Stories Hindi Fiction Stories Hindi Motivational Stories Hindi Classic Stories Hindi Children Stories Hindi Comedy stories Hindi Magazine Hindi Poems Hindi Travel stories Hindi Women Focused Hindi Drama Hindi Love Stories Hindi Detective stories Hindi Moral Stories Hindi Adventure Stories Hindi Human Science Hindi Philosophy Hindi Health Hindi Biography Hindi Cooking Recipe Hindi Letter Hindi Horror Stories Hindi Film Reviews Hindi Mythological Stories Hindi Book Reviews Hindi Thriller Hindi Science-Fiction Hindi Business Hindi Sports Hindi Animals Hindi Astrology Hindi Science Hindi Anything Appa Jaunjat Follow Novel by Appa Jaunjat in Hindi Short Stories Total Episodes : 2 Share NEW REALESED Horror Stories অভিশপ্ত পুতুল - পর্ব 3 Saikat Mukherjee Horror Stories অবচেতনার অন্ধকারে - 11 Utopian Mirror Love Stories শেষের কবিতা - রবীন্দ্রনাথ ঠাকুর Utopian Mirror Classic Stories রক্তকরবী - রবীন্দ্রনাথ ঠাকুর Utopian Mirror Horror Stories অভিশপ্ত পুতুল - পর্ব 2 Saikat Mukherjee Horror Stories অবচেতনার অন্ধকারে - 10 Utopian Mirror Horror Stories অবচেতনার অন্ধকারে - 9 Utopian Mirror Horror Stories অবচেতনার অন্ধকারে - 8 Utopian Mirror Detective stories রহস্য রোমাঞ্চ গোয়েন্দা কাহিনী সিরিজ - 2 Utopian Mirror Horror Stories অবচেতনার অন্ধকারে - 7 Utopian Mirror