-"अधूरे रिश्ते"-
**"कुछ रिश्ते अधूरे ही अच्छे लगते हैं,
पूरे हो जाएँ तो टूटने लगते हैं।
ना कोई नाम, ना कोई पहचान,
फिर भी दिल के सबसे करीब लगते हैं।
वक़्त चाहे जितना भी बदल जाए,
उनकी यादें हमेशा वहीं ठहर जाती हैं।
जैसे धूप में छाया की उम्मीद हो,
वैसे ही अधूरे रिश्तों में मोहब्बत बाकी होती है।"**
क्या आपके जीवन में भी कोई ऐसा रिश्ता रहा है जो अधूरा रहकर भी आज तक दिल में ज़िंदा है?
तो कमेंट में सिर्फ़ एक शब्द लिखिए — ‘अधूरा’
और बताइए कि अधूरे रिश्ते भी कितने ख़ूबसूरत हो सकते हैं।
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- ShivangiVishwakarma