संसार का नीयम है अंधेरे के बाद उजाला, और उजाले के बाद अंधेरा होता ही है, लेकीन कुछ ऐसा कर गुजरो की उसका तेज प्रकास से सीर्फ आपकाही नही दुसरो के धर के भी दीये जले, जीवन एकबार ही मीलता है यारो , चाहे व्यर्थ मे गवा दो, या जीवन की फुलवारी को महेकादो।।
शुभरात्री
#प्रकाश