एक कली मुस्कायी
बावरा बादल इठलाया
हवा कुछ कहते हुए बह गयी
सहज ही कुछ याद आया ....
तुमने पूछ लिया हाल ..
खुश होने के लिए इतना तो काफी है !
#डॉ जया आनंद

Hindi Poem by Dr Jaya Anand : 111523979

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