#चैटस्टोरी
एक कप चाय
सुशांत, आज फिर वही बारिस की भीगी रात और तुम्हारा साथ, तुम्हें याद है,ऎसी ही एक रात में हम पहली बार मिले थे।
हाँ, याद हैं, तुमने तो मुझे आवारा बिगड़ा हुआ लड़का समझ लिया था।
हाँ, तो क्या... उस समय मैं तुम्हें थोड़ी जानती थी और फिर किसी भी अंजान पर मैं ऎसे कैसे भरोसा कर सकती थी।लेकिन उस रात तुम नहीं मिले होते तो पता नहीं.. मेरा क्या होता?
अरे, और क्या होता.. मैं नहीं तो कोई और आ जाता.. और अभी तुम उस के साथ बैठ कर.. इस एक कप ☕चाय का आनंद ले रही होती।
दोनों मुस्कुराते हैं
Uma vaishnav