#हमने सोचा ना था

हमने सोचा ना था
हम यूँ जुदा हो जाएंगे
मीलों साथ चलते चलते
यूँ अलग हो जाएंगें
लिये हाथों में हाथ चलते -चलते
साथ ही छिन जाएंगें
वायदे हजार करते - करते
बोल ही कम पड़ जाएँगें
हमने सोचा ना था
दो जिस्म इक जां होकर भी
आप यूँ दगा कर जाएँगें

-Vaishnav

Hindi Poem by Vaishnav : 111601157

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