ईर्ष्या और द्वैष
करने वाले कोढ़
ग्रस्त होतें हैं,
वे दूसरों पर
मंथन करते करते
अपने जीवन को
नरक बना लेते हैं।

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Hindi Quotes by हेतराम भार्गव हिन्दी जुड़वाँ : 111811709

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