किन्नर

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आज रोहित की शादी है, इसलिए वो बहुत खुश था। वो अपने रूम में जाता है। पूरा कमरा फूलो से महक रहा था। हर तरफ गुलाब की पंखुड़ियां बिखरी हुई थी। बेड पर सफेद चादर बिछी हुई थी। और उस चादर पर लाल गुलाब की पंखुड़ियां बिछी हुई थी। और उन गुलाब की पंखुड़ियों के ऊपर टिया दुल्हन बनी बैठी हुई थी। उसके रूम में जाने के बाद टिया बेड से नीचे उतर कर दूध का गिलास रोहित को देती है। रोहित आधा दूध पीकर आधा टिया को पिला देता है। टिया फिर से बेड पर बैठ जाती है रोहित उसका घूंघट उठाता है। और कहता वाह क्या सुंदरता है। तुम्हे

Full Novel

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किन्नर - 1

आज रोहित की शादी है, इसलिए वो बहुत खुश था। वो अपने रूम में जाता है। पूरा कमरा फूलो महक रहा था। हर तरफ गुलाब की पंखुड़ियां बिखरी हुई थी। बेड पर सफेद चादर बिछी हुई थी। और उस चादर पर लाल गुलाब की पंखुड़ियां बिछी हुई थी। और उन गुलाब की पंखुड़ियों के ऊपर टिया दुल्हन बनी बैठी हुई थी। उसके रूम में जाने के बाद टिया बेड से नीचे उतर कर दूध का गिलास रोहित को देती है। रोहित आधा दूध पीकर आधा टिया को पिला देता है। टिया फिर से बेड पर बैठ जाती है रोहित ...Read More

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किन्नर - 2

वक्त यूं ही गुज़र रहा था , टिया की प्रेगनेंसी को 6 महीने गुज़र गए थे। रोहित को और नहीं हो रहा था।उसे बाकी के बचे हुए 3 महीने 3 साल के बराबर लग रहे थे।रोहित - यार टिया एक बात बताओ, क्या ऐसा नहीं हो सकता , कि बाकी के बचे हुए 3 महीने 3 दिन में पूरे हो जाए।टिया - हंसते हुए, क्या बच्चों जैसी बातें कर रहे हैं आप, भला ऐसा भी कहीं होता है।रोहित - जान , मुझे सब्र नहीं हो रहा है। अब बस जल्दी से मुझे मेरा बच्चा दे दो। में उसे खिलाना ...Read More