The Chronicles of the Nexus

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रात का अंधेरा फैल चुका था। शिवाय के कमरे की खिड़की से बाहर देखो तो पूरे शहर में बत्तियां जल रही थीं, लेकिन अंदर उस कमरे में एक अजीब सी सन्नाटे की चुप्प थी। शिवाय के कमरे में सिर्फ हल्की सी रोशनी आ रही थी, जो एक पुराने कागज के ढेर और किताबों की शक्ल में छिपी हुई थी। वह एक नॉर्मल लड़का था, जो अपनी दुनिया में खोया हुआ था। मगर आज कुछ खास था। आज कुछ ऐसा होने वाला था, जो उसकी ज़िंदगी बदल देगा, हमेशा के लिए। "क्या तुम जानते हो, तुम कौन हो?"

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The Chronicles of the Nexus - 1

रात का अंधेरा फैल चुका था।शिवाय के कमरे की खिड़की से बाहर देखो तो पूरे शहर में बत्तियां जल थीं, लेकिन अंदर उस कमरे में एक अजीब सी सन्नाटे की चुप्प थी। शिवाय के कमरे में सिर्फ हल्की सी रोशनी आ रही थी, जो एक पुराने कागज के ढेर और किताबों की शक्ल में छिपी हुई थी। वह एक नॉर्मल लड़का था, जो अपनी दुनिया में खोया हुआ था। मगर आज कुछ खास था। आज कुछ ऐसा होने वाला था, जो उसकी ज़िंदगी बदल देगा, हमेशा के लिए।"क्या तुम जानते हो, तुम कौन हो?"उसकी आँखों में घबराहट थी, लेकिन ...Read More

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The Chronicles of the Nexus - 2

Chapter 2: "भूलाभुलैया और रक्तपथ"(ये चैप्टर तुम्हारा दिमाग हिला देगा, पढ़ते ही आग लगेगी दिल में)पिछले अध्याय में:शिवाय एक घड़ी के ज़रिए एक अनजानी दुनिया में पहुंच चुका है — एक ऐसी दुनिया जिसे नैक्सस कहा जाता है। उसके सामने एक रहस्यमय दरवाज़ा खुला और एक अनजानी आवाज़ ने कहा — "तुम आ गए हो, शिवाय। नैक्सस तुम्हारा इंतजार कर रहा है।"अब आगे…शिवाय का दिल जोरों से धड़क रहा था।हर कदम पर ज़मीन कांपती थी, जैसे धरती खुद उससे डरती हो। सामने एक भूलाभुलैया थी — जाल जैसा बना हुआ, हज़ारों रास्तों वाला, और हर रास्ते पर छुपा था ...Read More