मुंबई की भीड़भाड़ वाली सड़कों पर जब प्रिया का सामना राहुल से हुआ, तो लगा जैसे पूरी दुनिया रुक गई हो। उसकी काली आँखों में छुपे तूफान को देखकर प्रिया का दिल धड़कने लगा था। “माफ करिए,” राहुल ने कहा था जब उसका कंधा प्रिया से टकराया था। लेकिन उसकी आवाज़ में जो जादू था, वो प्रिया के कानों में शहद की तरह घुल गया। प्रिया एक साधारण मध्यमवर्गीय परिवार की लड़की थी। पिता एक छोटे से ऑफिस में क्लर्क थे और माँ घर का काम करती थी। उसके सपने बड़े थे लेकिन हकीकत की दीवारें उन्हें कुचल देती थीं। पर आज, राहुल को देखकर लगा जैसे उसकी जिंदगी में एक नया सवेरा आ गया हो। राहुल अमीर घराने का लड़का था। उसके पिता शहर के बड़े बिजनेसमैन थे। महंगी गाड़ियाँ, बंगला, नौकर-चाकर - सब कुछ था उसके पास। लेकिन प्रिया की सादगी में उसे वो चीज़ दिखी जो उसे अपनी अमीर दुनिया में कभी नहीं मिली थी - सच्चाई।
इश्क़ के खूनी खेल - 1
अध्याय 1 - वो पहली मुलाकातमुंबई की भीड़भाड़ वाली सड़कों पर जब प्रिया का सामना राहुल से हुआ, तो जैसे पूरी दुनिया रुक गई हो। उसकी काली आँखों में छुपे तूफान को देखकर प्रिया का दिल धड़कने लगा था।“माफ करिए,” राहुल ने कहा था जब उसका कंधा प्रिया से टकराया था। लेकिन उसकी आवाज़ में जो जादू था, वो प्रिया के कानों में शहद की तरह घुल गया।प्रिया एक साधारण मध्यमवर्गीय परिवार की लड़की थी। पिता एक छोटे से ऑफिस में क्लर्क थे और माँ घर का काम करती थी। उसके सपने बड़े थे लेकिन हकीकत की दीवारें उन्हें ...Read More