वो रात जो कभी नहीं भूल सकती…

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एक छोटा बच्चा, विकास, मध्यप्रदेश के एक शांत से गाँव में अपने माता-पिता और दो बहनों के साथ रहता था। बड़ी बहन वैशाली, और जुड़वाँ बहन कृषिका। उनका घर मिट्टी का था लेकिन प्यार से भरा हुआ। हर शाम माँ चूल्हे पर खाना बनाती थी, पिताजी खेत से लौटते वक्त बच्चों के लिए कुछ ना कुछ जरूर लाते थे। लेकिन एक रात… सब कुछ बदल गया। "घुप्प अंधेरे में चीखों की गूंज…" वो रात आम रातों से अलग थी। बाहर कुत्ते अजीब तरह से भौंक रहे थे। हवा में अजीब सी गंध थी — जैसे कुछ बुरा होने वाला हो।

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वो रात जो कभी नहीं भूल सकती… - 1

एक छोटा बच्चा, विकास, मध्यप्रदेश के एक शांत से गाँव में अपने माता-पिता और दो बहनों के साथ रहता बड़ी बहन वैशाली, और जुड़वाँ बहन कृषिका। उनका घर मिट्टी का था लेकिन प्यार से भरा हुआ। हर शाम माँ चूल्हे पर खाना बनाती थी, पिताजी खेत से लौटते वक्त बच्चों के लिए कुछ ना कुछ जरूर लाते थे। लेकिन एक रात… सब कुछ बदल गया। "घुप्प अंधेरे में चीखों की गूंज…" वो रात आम रातों से अलग थी। बाहर कुत्ते अजीब तरह से भौंक रहे थे। हवा में अजीब सी गंध थी — जैसे कुछ बुरा ...Read More