तहम्मुल-ए-इश्क

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इश्क़… यह एक एहसास है, जो रूह से दिल तक और दिल से ज़िंदगी तक अपना रास्ता बनाता है। ख़ूबसूरती तो हर चेहरे पर मिल जाती है, मगर इश्क़ का बोझ उठाने का हौसला हर किसी के बस की बात नहीं होती। यह कहानी है एक हसीन और मासूम लड़की की, जिसके चेहरे पर चमकते चाँद जैसी रौशनी थी, जिसकी आँखों में बसी थी हज़ारों ख्वाहिशें, और जिसके दिल में छुपी थी मोहब्बत की तड़प। मगर… ज़िंदगी ने उसके रास्ते में सिर्फ़ फूल ही नहीं बिछाए, बल्कि कांटे भी दिए। जहाँ लोग उसकी ख़ूबसूरती को देखते थे, वहाँ कोई उसके दिल की चीख़ नहीं सुनता था। यह दास्तान है हुस्न और मोहब्बत की, यह तर्जुमा है सपनों और हक़ीक़त का, यह सफ़र है तहम्मुल-ए-इश्क़ का… जहाँ मोहब्बत सिर्फ़ चाहना नहीं, बल्कि सहना भी है।

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तहम्मुल-ए-इश्क - 1

एपिसोड 1 तहम्मुल-ए-इश्क़ इश्क़…यह एक एहसास है, जो रूह से दिल तक और दिल से ज़िंदगी तक अपना रास्ता है।ख़ूबसूरती तो हर चेहरे पर मिल जाती है, मगर इश्क़ का बोझ उठाने का हौसला हर किसी के बस की बात नहीं होती।यह कहानी है एक हसीन और मासूम लड़की की,जिसके चेहरे पर चमकते चाँद जैसी रौशनी थी,जिसकी आँखों में बसी थी हज़ारों ख्वाहिशें,और जिसके दिल में छुपी थी मोहब्बत की तड़प।मगर…ज़िंदगी ने उसके रास्ते में सिर्फ़ फूल ही नहीं बिछाए,बल्कि कांटे भी दिए।जहाँ लोग उसकी ख़ूबसूरती को देखते थे,वहाँ कोई उसके दिल की चीख़ नहीं सुनता था।यह दास्तान है ...Read More