शब्द उपनिषद — सृष्टि का मौन विज्ञान

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अध्याय १ — शत्रु : जन्म का विज्ञान शत्रु केवल विरोध नहीं, जन्म का द्वार है। भीतर के अंधकार से टकराव ही जागृति है। ऊर्जा-दृष्टि: शत्रु — विस्फोट, जो चेतना को जगाता है। उदाहरण: जैसे बीज को फूटने के लिए मिट्टी से संघर्ष करना पड़ता है।

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शब्द उपनिषद — सृष्टि का मौन विज्ञान - 1

“ शब्द उपनिषद — सृष्टि का मौन विज्ञान ” — 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲 --- (रूपरेखा) प्रस्तावना: मौन से शब्द तक — चेतना की यात्रा। शब्द कैसे सृष्टि का प्रथम कंपन बना। ध्वनि, अर्थ, और ऊर्जा — तीनों का सम्बन्ध। --- अध्याय १ — शत्रु : जन्म का विज्ञान शत्रु केवल विरोध नहीं, जन्म का द्वार है। भीतर के अंधकार से टकराव ही जागृति है। ऊर्जा-दृष्टि: शत्रु — विस्फोट, जो चेतना को जगाता है। उदाहरण: जैसे बीज को फूटने के लिए मिट्टी से संघर्ष करना पड़ता ...Read More

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शब्द उपनिषद — सृष्टि का मौन विज्ञान - 2

अध्याय ४ — ब्रह्मचर्य : ऊर्जा की दिशा — 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲 --- प्रस्तावना ब्रह्मचर्य शब्द सुनते ही अधिकतर लोग भयभीत हो जाते हैं — मानो यह किसी दमन का आदेश हो। पर ब्रह्मचर्य दमन नहीं, दिशा है। यह उस शक्ति का विज्ञान है जो सृष्टि बन सकती है या विनाश। जब ऊर्जा अनियंत्रित होती है, तो वासना बनती है। जब वही ऊर्जा केंद्रित होती है, तो ध्यान बनती है। ब्रह्मचर्य उस केंद्र की कला है — जहाँ इच्छा की अग्नि चेतना की लौ में बदल जाती है। --- ...Read More