12 जनवरी 1972 को, लीगल ग्राउंड कंपनी के चौकीदार बहादुर सिंह एक ठंडी रात में लैटर्न लेकर कंपनी का मुआयना कर रहा था। अचानक, उसे एक दर्द भरी आवाज सुनाई देती है, जिससे वह डर जाता है। बहादुर धीरे-धीरे आवाज की ओर बढ़ता है और एक खून से लथपथ आदमी को देखता है। वह आदमी पानी मांगता है, और बहादुर उसे अपनी पानी की बोतल देता है। आदमी बहादुर से कहता है कि उसके पास सवालों के जवाब देने का समय नहीं है, लेकिन वह उसे एक सोने की चाबी देता है, जो भरतपुर के राजशाही परिवार की धरोहर है। वह उस चाबी को किसी और को न देने की विनती करता है और एक चिट्ठी भी देता है, जिससे उसके कातिल का पता चल सके। इसके बाद, वह आदमी चुप हो जाता है, और बहादुर उसकी आँखें बंद कर देता है। सुबह होते ही, चारों ओर भीड़ इकट्ठा हो जाती है और पुलिस जीप आती है। पुलिस सबूत इकट्ठा कर रही है और एक हवलदार बताता है कि यह हत्या किसी नुकीली चीज से की गई है। पुलिस को पता चलता है कि मृतक एक अमीर परिवार का सदस्य है, लेकिन हत्या लूटपाट के इरादे से नहीं लगती। पुलिस मामले की तहकीकात करने की योजना बनाती है और पोस्टर जारी करने का निर्णय लेती है ताकि कोई जानकारी मिल सके। एडवेंचर ऑफ़ करुण नायर - रहस्य भरतपुर का - Chapter - 1 by Author Pawan Singh in Hindi Fiction Stories 26 2.8k Downloads 8.2k Views Writen by Author Pawan Singh Category Fiction Stories Read Full Story Download on Mobile Description 12 जनवरी 1972...जाड़े के दिन थे लीगल ग्राउंड कंपनी का चौकीदार बहादुर सिंह रात के समय धीमी आंच वाली लालटेन लिए कंपनी का मुयआना कर रहा था ...लेमपोश की जलती बुझती लाइट सड़क पर पड़ रही थी हवा का ठंडा झोंका रात की ठंड को ओर बडा रहा था पानी की बूंद नल से नीचे गिर रही थी जिसकी आवाज चारो तरफ डरवाना माहौल बना रही थी बहादुर एक दम से चोंक जाता है इतनी रात को किसकी आवाज हो सकती है मानो कोई दर्द से चिला रहा हो ऐसे आवाजे सुनकर बहादुर के भी हाँथ पाँव ठंडे हो जाते Novels एडवेंचर ऑफ़ करुण नायर 12 जनवरी 1972...जाड़े के दिन थे लीगल ग्राउंड कंपनी का चौकीदार बहादुर सिंह रात के समय धीमी आंच वाली लालटेन लिए कंपनी का मुयआना कर रहा था ...लेमपोश की जल... More Likes This काठगोदाम की गर्मियाँ - 1 by DHIRENDRA BISHT DHiR Dastane - ishq - 1 by Tanya Gauniyal Rent A Soul ?? - 2 by Goku अंधकार का देवता - 1 by Goku सर्वथा मौलिक चिंतन - भाग 1 by Brijmohan sharma मेरा रक्षक - भाग 1 by ekshayra अम्मा का मटकी भर सोना और प्लेनचिट - 1 by Neelam Kulshreshtha More Interesting Options Hindi Short Stories Hindi Spiritual Stories Hindi Fiction Stories Hindi Motivational Stories Hindi Classic Stories Hindi Children Stories Hindi Comedy stories Hindi Magazine Hindi Poems Hindi Travel stories Hindi Women Focused Hindi Drama Hindi Love Stories Hindi Detective stories Hindi Moral Stories Hindi Adventure Stories Hindi Human Science Hindi Philosophy Hindi Health Hindi Biography Hindi Cooking Recipe Hindi Letter Hindi Horror Stories Hindi Film Reviews Hindi Mythological Stories Hindi Book Reviews Hindi Thriller Hindi Science-Fiction Hindi Business Hindi Sports Hindi Animals Hindi Astrology Hindi Science Hindi Anything Hindi Crime Stories