इस कहानी में अपूर्व की मां की पीड़ा और उनके जीवन के संघर्षों का वर्णन किया गया है। अपूर्व की मां ने अपने पति और पुत्र के कारण जीवन में कई कष्ट सहा है। कहानी में यह भी उल्लेख है कि अपूर्व की मां को कभी नहीं देखा गया, लेकिन उसकी कल्पनाओं में वह एक बूढ़ी विधवा स्त्री के रूप में जीवित है। भारती, जो अपूर्व के करीब है, उसकी असहायता और अकेलेपन को महसूस करती है। वह धर्म और मानवता के बीच के मतभेदों को समझने की कोशिश कर रही है। कहानी में यह भी दर्शाया गया है कि कैसे अपूर्व आज अपने जीवन के कठिन समय में अकेला महसूस कर रहा है और उसकी मां का आशीर्वाद अब उस पर नहीं है। भारती के मन में अपूर्व के प्रति गहरी संवेदनाएं हैं, लेकिन वह समझती है कि वह अपने विचारों और भावनाओं में खोई हुई है। यह कथा मानव संबंधों, दुःख, और आस्था की गहराइयों को उजागर करती है। पथ के दावेदार - 10 - Last Part by Sarat Chandra Chattopadhyay in Hindi Moral Stories 8.3k 4.6k Downloads 11k Views Writen by Sarat Chandra Chattopadhyay Category Moral Stories Read Full Story Download on Mobile Description भोजन की थाली उसी तरह पड़ी रही। उसकी आंखों से आंसू की बड़ी-बड़ी बूंदे गालों पर से झर-झर नीचे गिरने लगीं। अपूर्व की मां को उसने कभी देखा नहीं था। पति-पुत्र के कारण उन्होंने जीवन में बहुत कष्ट उठाया था। इसके अतिरिक्त उनके संबंध में विशेष कुछ नहीं जानती थी। लेकिन कितनी ही बार, अपने एकांत कमरे में, रात के समय जागती हुई उसने उस बूढ़ी विधवा स्त्री के संबंध में कितनी ही कल्पनाएं की थीं। सुख के समय नहीं, दु:ख के समय में भी अगर उनसे भेंट हो-जब उसके सिवा उनके पास और कोई न हो-तब ईसाई होने के कारण वह कैसे दूर हटा सकती हैं-यह बात जान लेने की उसकी बड़ी साध थी। बड़ी साध थी कि दुर्दिन की उस अग्नि-परीक्षा में अपने-पराए की समस्या का वह अंतिम समाधान कर लेगी। धर्म-मतभेद ही इस जगत में मनुष्य का चरम विच्छेद है या नहीं-इस सत्य की परीक्षा कर लेने के लिए ही वह चरम दु:समय उसके भाग्य में आया था, लेकिन वह उसे ग्रहण न कर सकी। इस रहस्य की जीवन में मीमांसा न हो सकी। Novels पथ के दावेदार अपूर्व के मित्र मजाक करते, 'तुमने एम. एस-सी. पास कर लिया, लेकिन तुम्हारे सिर पर इतनी लम्बी चोटी है। क्या चोटी के द्वारा दिमाग में बिजली की तरंगें... More Likes This आरव और सूरज by Rohan Beniwal विक्रम और बेताल - 1 by Vedant Kana Middle Class Boy by Bikash parajuli तहम्मुल-ए-इश्क - 4 by M choudhary Commerce Wale Dost - 1 by chotti writer इंटरनेट की दुनिया - भाग 1 by Ashish Kumar Trivedi इश्क़अधूरा _ एक और गुनाह का देवता - 1 by archana More Interesting Options Hindi Short Stories Hindi Spiritual Stories Hindi Fiction Stories Hindi Motivational Stories Hindi Classic Stories Hindi Children Stories Hindi Comedy stories Hindi Magazine Hindi Poems Hindi Travel stories Hindi Women Focused Hindi Drama Hindi Love Stories Hindi Detective stories Hindi Moral Stories Hindi Adventure Stories Hindi Human Science Hindi Philosophy Hindi Health Hindi Biography Hindi Cooking Recipe Hindi Letter Hindi Horror Stories Hindi Film Reviews Hindi Mythological Stories Hindi Book Reviews Hindi Thriller Hindi Science-Fiction Hindi Business Hindi Sports Hindi Animals Hindi Astrology Hindi Science Hindi Anything Hindi Crime Stories