कहानी "वरदान" में एक स्त्री, सुवामा, विन्घ्याचल पर्वत पर अष्टभुजा देवी के सामने प्रार्थना कर रही है। वह पिछले बीस वर्षों से देवी की आराधना करती आ रही है, लेकिन उसकी एक विशेष इच्छा पूरी नहीं हुई है। वह देवी से विनती करती है कि उसकी मनोकामना पूरी करें। अचानक देवी की आवाज सुनकर सुवामा रोमांचित हो जाती है और देवी से वरदान मांगने के लिए कहती है। जब देवी उसे सवाल करती हैं कि वह क्या मांगना चाहती है, तो सुवामा कई वस्तुओं को नकारते हुए कहती है कि वह सबसे उत्तम वस्तु, यानी "सपूत बेटा" मांगती है, जो अपने देश का उपकार करे। देवी उसकी बुद्धिमानी की सराहना करती हैं और उसे आश्वासन देती हैं कि उसकी इच्छा पूरी होगी। कहानी में देवी की महिमा और भक्त की निष्ठा का चित्रण है, साथ ही यह भी दर्शाया गया है कि सच्चा सपूत वह होता है जो अपने देश के लिए काम करे। वरदान अध्याय 1 by Munshi Premchand in Hindi Fiction Stories 23 7.5k Downloads 14.2k Views Writen by Munshi Premchand Category Fiction Stories Read Full Story Download on Mobile Description ‘वरदान’ दो प्रेमियों की दुखांत कथा है। ऐसे दो प्रेमी जो बचपन में साथ-साथ खेले, जिन्होंने तरुणाई में भावी जीवन की सरल और कोमल कल्पनाएं संजोईं, जिनके सुन्दर घर के निर्माण के अपने सपने थे और भावी जीवन के निर्धारण के लिए अपनी विचारधारा थी। किन्तु उनकी कल्पनाओं का महल शीघ्र ढह गया। विश्व के महान कथा-शिल्पी प्रेमचन्द के उपन्यास वरदान में सुदामा अष्टभुजा देवी से एक ऐसे सपूत का वरदान मांगती है, जो जाति की भलाई में संलग्न हो। इसी ताने-बाने पर प्रेमचन्द की सशक्त कलम से बुना कथानक जीवन की स्थितियों की बारीकी से पड़ताल करता है। सुदामा का पुत्र प्रताप एक ऐसा पात्र है जो दीन-दुखियों, रोगियों, दलितों की निस्वार्थ सहायता करता है। इसमें विरजन और प्रताप की प्रेम-कथा भी है, और है विरजन तथा कमलाचरण के अनमेल विवाह का मार्मिक प्रसंग। इसी तरह एक माधवी है, जो प्रताप के प्रति भाव से भर उठती है, लेकिन अंत में वह सन्यासी जो मोहपाश में बांधने की जगह स्वयं योगिनी बनना पसंद करती हैं। Novels वरदान ‘वरदान’ दो प्रेमियों की दुखांत कथा है। ऐसे दो प्रेमी जो बचपन में साथ-साथ खेले, जिन्होंने तरुणाई में भावी जीवन की सरल और कोमल कल्पनाएं संजोईं, जिनके सु... More Likes This काठगोदाम की गर्मियाँ - 1 by DHIRENDRA BISHT DHiR Dastane - ishq - 1 by Tanya Gauniyal Rent A Soul ?? - 2 by Goku अंधकार का देवता - 1 by Goku सर्वथा मौलिक चिंतन - भाग 1 by Brijmohan sharma मेरा रक्षक - भाग 1 by ekshayra अम्मा का मटकी भर सोना और प्लेनचिट - 1 by Neelam Kulshreshtha More Interesting Options Hindi Short Stories Hindi Spiritual Stories Hindi Fiction Stories Hindi Motivational Stories Hindi Classic Stories Hindi Children Stories Hindi Comedy stories Hindi Magazine Hindi Poems Hindi Travel stories Hindi Women Focused Hindi Drama Hindi Love Stories Hindi Detective stories Hindi Moral Stories Hindi Adventure Stories Hindi Human Science Hindi Philosophy Hindi Health Hindi Biography Hindi Cooking Recipe Hindi Letter Hindi Horror Stories Hindi Film Reviews Hindi Mythological Stories Hindi Book Reviews Hindi Thriller Hindi Science-Fiction Hindi Business Hindi Sports Hindi Animals Hindi Astrology Hindi Science Hindi Anything Hindi Crime Stories