प्यार की जीत by Kishanlal Sharma in Hindi Novels
अरुण  ऑफिस में था तभी फोन आया।उसने उठाया उसकी माँ का था"हां माँ।""तू घर आ जा।""क्यो माँ?""तुझसे बात करनी है।""तो कर ले।"...
प्यार की जीत by Kishanlal Sharma in Hindi Novels
आगे पढ़ेंसुबह चाय की आवाज सुनकर उसकी नींद टूटी थी।उसने मोबाइल में समय देखा।छ बजे थे ट्रेन माधोपुर पर खड़ी थी।उसने वेटर को...