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  • मजनू की मोहब्बत

    ️️मजनू की मोहब्बत️️️ मजनू भोपाली का इश्क़नामा – भाग 1टपरी की महफ़िलशाम ढल चुकी थ...

  • अदाकारा - 19

    *अदाकारा 19*      "पापा। मम्मी मुझे आप दोनों से कुछ कहना है।"    पुणे से अंधेरी...

  • मेरे इश्क में शामिल रूहानियत है - 9

    ️ एपिसोड 8 : "सच्चाई की चुप्पी और दिलों की आवाज़"⏳ धुंधलके में छुपा वादाखंडहर हव...

  • ओ मेरे हमसफर - 26

    (कहानी में दो साल बाद प्रिया भीम रियल एस्टेट में असफल साबित हो रही है। तभी कुणाल...

  • छाया प्यार की - 26

    (विशाल डिस्को में एक लड़की को बचाकर एहसास करता है कि उसने गलती से छाया की जगह कि...

  • तेरे मेरे दरमियाँ - 15

    तेरे मेरे दरमियाँ – एपिसोड 15"जब मोहब्बत को वक़्त की कसौटी से गुजरना पड़ा…"---“श...

  • Silent Hearts - 14

    साइलेंट हार्ट्स (조용한 마음 – Joyonghan Maeum)लेखक: InkImaginationएपिसोड 14: लय...

  • अधूरी घंटी - 5

    शीर्षक : "अधूरी घंटी"Part 5 : श्राप की आख़िरी रातहवेली में उस रात सब कुछ जैसे अं...

  • कुत्ता और उसकी परछाई

    गाँव और कुत्ताबहुत समय पहले की बात है। एक छोटे से गाँव में एक भूखा कुत्ता रहता थ...

  • अधूरे सपनों की चादर - 9

    अध्याय 9 – मीरा सी माँ और पढ़ाई की नई शुरुआतगांव की पगडंडियों पर चलते वक्त तनु क...

राधे ..... प्रेम की अंगुठी दास्तां By Soni shakya

अब मान भी जाओ राधे ...!!

राधा और देव कभी पड़ोसी हुआ करते थे। दोनों के पारिवारिक सबंध भी बहुत अच्छे थे। दोनों के पापा बिजनेसमैन थे।. दोनों साथ में खेलते ,कभी लड़ाई करते तो कभी...

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वाह ! बेटा वाह ! By H.k Bhardwaj

घु मेरा गहरा मित्र था, वह एक सॉफ़्ट बेयर इन्जीनियर था ।हम दोनो ने मुरादाबाद जैसे महानगर के प्रसिध्द महा विद्यालय" हिन्दू कालिज" में एक साथ ग्रेजुएट की डिग्री प्राप्त ली थी।...

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You Are My Choice By Butterfly

काव्या प्यार में विश्वास नहीं करती। उसका अपना परिवार है - उसके पिता और दोस्त और वह उनके साथ खुश है। एक दुर्घटना ने उसके जीवन में सब कुछ बदल दिया। उसे अपने सबसे अच्छे दोस्त के अतीत...

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सिंहासन By W.Brajendra

रहस्यमयी दस्तावेज़

जयपुर की एक पुरानी लाइब्रेरी में, किताबों की धूल भरी अलमारियों के बीच, इतिहास के शोधकर्ता आरव मल्होत्रा को एक फटी-पुरानी डायरी मिली। वह रोज़ाना किसी नए राज की...

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खून की प्यास: सुनसान सड़क का श्राप By Vivek Singh

महाराष्ट्र के एक छोटे से गाँव का नाम था कुंडवा।
गाँव छोटा था, लेकिन उसका नाम आस-पास के कई इलाकों में मशहूर था — किसी अच्छे कारण से नहीं, बल्कि डर की वजह से।

गाँव से करीब एक किल...

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मैं महत्वपूर्ण नहीं हूँ: बरगद की कहानी By Dr. Gyanendra Singh

एक रात के बाद

खिड़की से ठंडी हवा और बारिश की बूंदें अंदर आ रही थीं। बूंदों की नमी जब आरोही के चेहरे को छूकर गुजरती, तो जैसे उसके मन की उलझनों को और गहरा कर देतीं। वह गुमसुम खड़ी थ...

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सफ़र खूबसूरत सा By p batrae

पहाड़ों से घिरा हुआ एक खूबसूरत सा कस्बा.....आज पूरे एक महीने की कड़ाके की सर्दी के बाद सूरज ने अपनी आभा का प्रकाश यहां बिखेरा था ...मसलन आज कस्बे के इस हिस्से में भीड़ ज्यादा थी......

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फ़ासले भी ज़रूरी थे By Dimpal Limbachiya

दिल्ली, शाम के 6:20।
ऑफिस बस से उतरकर माया पैदल अपने घर की ओर चलने लगी। हाथ में भारी लैपटॉप बैग था और मन में राहुल की खामोशी। सड़क पर चाय की दुकान से उठती भाप और धीमी-धीमी बूंदों...

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30 Minister with My Angel By Shantanu Pagrut

रात का समय था। एक लड़का अंधेरे में किसी से छिपकर तेज़ी से भाग रहा था। वह थक चुका था, साँसे फूल रही थीं, लेकिन रुकने का नाम नहीं ले रहा था। डर और घबराहट उसके चेहरे पर साफ़ झलक रही थ...

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आंसू सूख गए By LM Sharma

बात 1920 के दशक की है । उस समय जहां देखो वहीं गरीबी का आलम था। बहुत ही ऐसे कम परिवार थे जहां पर दो समय की रोटी आराम से मिलती हो । अधिकतर गरीबी से जूझ रहे थे। मैं ऐसी ही परिस्थितियो...

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