hindi Best Drama Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Drama in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cultures. Th...Read More


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डेविल्स क्वीन - भाग 2 By Poonam Sharma

अनाहिता जब अपनी बहन को अपने कमरे में छुपा कर जब अपनी माँ के साथ नीचे हॉल में आई तो वहां कोई नहीं था। बाईं ओर बने एक बंद दरवाज़े पर दोनो की नज़रे टिक गई। उस बंद दरवाज़े के बाहर दो ब...

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हज़ार चौरासी की माँ - भाग 5 - अंतिम भाग By Mallika Mukherjee

नाटक ‘हज़ार चौरासी की माँ’ मूल बांग्ला उपन्यास - महाश्वेता देवी बांग्ला नाट्य रूपांतर - शांति चट्टोपाध्याय हिन्दी नाट्य अनुवाद - मल्लिका मुखर्जी दृश्य 5   नन्दिनी:...

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मे और महाराज - (फैसला_१) 45 By Veena

राजकुमारी शायरा की पालखी निकली तो जरूर थी राजकुमार अमन की तरफ, लेकिन बीच रास्ते में ही पालखी ने अपना रुख बदल दिया। राजकुमारी ने उन वाहको से काफी बहस की। लेकिन कोई मतलब नहीं वह चुपच...

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हलचल - पार्ट 7 By Darshika Humor

दोस्ती का उसूलअब तक आपने देखा:- अद्वय और आकृति के बीच दोस्ती की छोटी सी शुरुआत होती दिखाई देती है जब अद्वय आकृति की मदद करता है। अब आगे:- आकृति अपनी सोच से बाहर ही निकलती है कि bel...

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निखिल By SHAMIM MERCHANT

"मयंक, आज अगर निखिल होता, तो एम. बी.ए. के कौनसे वर्ष में होता?"माही ने चिट्ठी लिखने से पहले, अपने पति से पुष्ठि करने के लिए पूछा। मयंक माही को देखता रहा। यह औरत किस मिट्टी की बनी थ...

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सिर्फ सच कहना बचा था, कह दिया, भूलना मत इसे By Priya pandey

हम सब सच को श्रेष्ठ मानते हैं, सच से बड़ा मूल्य जीवन में शायद कुछ भी नहीं सच से अच्छा दोस्त कोई नहीं... लेकिन जब यही सच आपके खिलाफ हो तो इससे बड़ा शत्रु भी कोई नहीं, असल में इंसान के...

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एकांकी - एकलव्य By ramgopal bhavuk

एकांकी नाटक एकलव्य रामगोपाल भावुक (गाँव के चौराहे पर...

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नन्ही - 2 By Chaksi

जिससे नन्ही तुरंत ही उस लड़के की बाहों में आ जाती हैं जिससे फिर एक बार नन्ही के होठ उस लड़के की छाती से जा लगते हैं पर इस बार वो लड़का जल्दी से पीछे हट जाता हैं और नन्ही उस लड़के क...

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ज़िन्दगी तेरी अजब कहानी - 1 By Koushik B

ऐसा कहा जाता है की विद्यार्थी जीवन किसी भी व्यक्ति के जीवन का सर्वोत्तम जीवन होता है।मैं भी ऐसा ही सोचता था।लेकिन जिंदगी में कई ऐसे मोड़ आते हैं जो आपकी जिंदगी बदल देते हैं।लोग यह...

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मुझे भी स्कूल जाना है By नन्दलाल सुथार राही

मुझे भी स्कूल जाना है! (बालिका शिक्षा हेतु लघु नाटक) अशरफ़ लकड़िया लेके आ रही थी । तभी गुरुजी उधर से जा रहे थे । अशरफ- नमस्कार गुरुजी। गुरुजी - नमस्कार। अरे अशरफ आज कल तुम स्कूल...

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DUNIYA MERI MUTTHI MEIN - 4 By Amar Kamble

करन ने फेंके हुए कांच के ग्लास के टुकड़े जोया के पास गिरे थें। जोया ने करन के कंधे पर हाथ रखकर कहा, “मैं तुम्हारा दर्द समझ सकती हूं।” करन ने कहा, “अब दर्द...

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