hindi Best Mythological Stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Mythological Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations a...Read More


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सुग्रीव मित्र हनुमान By Arun

हनुमान का स्मरण करने वाला विख्यात हो जाएगा और उसे बुद्धि, बल और साहस की प्राप्ति होगी, वह भय और रोग से मुक्त हो जाएगा तथा वाक्पटुता में पारंगत हो जाएगा। —हनुमन स्तोत्र सुग्रीव, हनु...

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पौराणिक कथाये - 19 - शिवलिंग पर दूध चढ़ाने की पौराणिक और वैज्ञानिक मान्यतायें By Devjit

शिवलिंग का दूध से रुद्राभिषेक करने पर समस्त मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं l सोमवार के दिन दूध का दान करने से चन्द्रमा मजबूत होता है l जल में थोड़ा सा दूध डालकर स्नान करने मानसिक तनाव...

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श्रीजाम्बवान् जी By Renu

ऋक्षराज जाम्बवान् ब्रह्मा के अंशावतार हैं। एक रूप से सृष्टि करते-करते ही दूसरे रूपसे भगवान्‌की आराधना, सेवा एवं सहायता की जा सके, इसी भाव से वे जाम्बवान्के रूपमें अवतीर्ण हुए थे। ऋ...

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केसरी-नंदन हनुमान की शिक्षा By Arun

हनुमान जब पाँच वर्ष के हो गए तो केसरी ने सोचा कि अब उनके पुत्र को औपचारिक शिक्षा लेनी चाहिए। अगस्त्य मुनि ने हनुमान को शिक्षा के लिए सूर्यदेव के पास भेजने का सुझाव दिया। “सूर्यदेव...

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राजकुमारी शिवन्या - भाग 15 By Mansi

भाग १५ अब तक आपने देखा की राजकुमारी महल वापिस आ गई थी , राजा रानी ने उन्हे आवाज दे कर बुलाया लेकिन वह उनकी बात बिना सुने कोई उत्तर दिए बगैर ही अपने कक्ष में चली गई, अब आगे की कहानी...

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श्री राजा बली By Renu

जन्मकर्मवयोरूपविद्यैश्वर्यधनादिभिः । यद् यस्य न भवेत्स्तम्भस्तत्रायं मदनुग्रहः ॥* प्रह्लादजीके पुत्र विरोचन और विरोचनजीके पुत्र लोकविख्यात दानिशिरोमणि महाराज बलि हुए। दैत्यकुलमें उ...

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धर्मराज युधिष्ठिर By Kartik Arya

युधिष्ठिर पांडु का ज्येष्ठ पुत्र था| धर्मराज द्वारा कुंती के आह्वान पर बुलाए जाने पर उनके अंश से ही यह पैदा हुआ था, इसलिए धर्म और न्याय इसके चरित्र में कूट-कूटकर भरा था| इसी के कार...

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दानवीर कर्ण By Kartik Arya

कर्ण कुंती का पुत्र था| पाण्डु के साथ कुंती का विवाह होने से पहले ही इसका जन्म हो चुका था| लोक-लज्जा के कारण उसने यह भेद किसी को नहीं बताया और चुपचाप एक पिटारी में रखकर उस शिशु को...

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रावण के जन्म की कथा By Kartik Arya

जब श्रीराम अयोध्या में राज्य करने लगे तब एक दिन समस्त ऋषि-मुनि श्रीरघुनाथजी का अभिनन्दन करने के लिये अयोध्यापुरी में आये। श्रीरामचन्द्रजी ने उन सबका यथोचित सत्कार किया। वार्तालाप क...

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महाबली का जन्म By Arun

भगवान् शंकर भगवती सती के साथ कैलास के एक उत्तम शृङ्ग पर विराजमान थे। वट की घनी छायामे उनके कपूर के समान धवल शरीर पर भूरे रंग की जटाएँ बिखरी हुई थीं। हाथमें रुद्राक्ष की माला, गले म...

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रामायण - भाग 2 By Kartik Arya

आज से कई वर्षों पहले की बात है। जब धरती पर दैत्यों, दानवों, असुरों और राक्षसों के राजा रावन का आतंक और अत्याचार इतना बढ़ गया था कि चारों ओर सिर्फ हाहाकार ही हाहाकार मचा हुआ था। सार...

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ध्रुव तारा की एतिहासिक कहानी By Sumit Singh

राजा उतान्पाद ब्रह्मा जी के पुत्र मनु के पुत्र थे | उनका विवाह एक बहुत ही सुंदर कन्या से हुआ था जिनका नाम सुनीति था | राजा अपनी पत्नी से बहुत प्रेम करते थे लेकिन उन्हें कोई संतान न...

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तीन साधु By Sahil Singh

एक बार की बात है कि एक समृद्ध व्यापारी , जो सदैव अपने गुरू से परामर्श करके कुछ न कुछ सुकर्म किया करता   था, गुरु से बोला-“गुरुदेव, धनार्जन हेतु मैं अपना गाँव पीछे ज़रूर छोड़ आया हू...

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सनकादि कुमार By Renu

‘अनेक जन्मो के किये हुए पुण्यो से जब जीव के सौभाग्य का उदय होता है और वह सत्पुरुषो का सङ्ग प्राप्त करता है, तब अज्ञान के मुख्य कारणरूप मोह एव मद के अन्धकार को नाश करके उसके चित्त म...

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श्रीयमराज जी By Renu

जिह्वा न वक्ति भगवद्गुणनामधेयं चेतश्च न स्मरति तच्चरणारविन्दम्। कृष्णाय नो नमति यच्छिर एकदापि तानानयध्वमसतोऽकृतविष्णुकृत्यान्॥ – ( श्रीमद्भा० ६ । ३। २९)“जिनकी जीभ भगवान् के मङ्गलमय...

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महाभारत By Ravinder Sharma

कुरुवंश की उत्पतिपुराणो के अनुसार ब्रह्मा जी से अत्रि, अत्रि से चन्द्रमा, चन्द्रमा से बुध, और बुध से इलानन्दन पुरूरवा का जन्म हुआ। पुरूरवा से आयु, आयु से राजा नहुष, और नहुष से ययात...

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साधना एक रहस्य - साधना क्या क्यों केसे ? By A Ratan Lal

1. ) साधना क्या है? यह एक हिंदी शब्द है जो कि अपने आप में बहुत ही गहरा है । साधना न केवल धार्मिक तथा आध्यात्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण होती है, बल्कि यह जीवन के अन्य क्षेत्रों में...

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सुग्रीव मित्र हनुमान By Arun

हनुमान का स्मरण करने वाला विख्यात हो जाएगा और उसे बुद्धि, बल और साहस की प्राप्ति होगी, वह भय और रोग से मुक्त हो जाएगा तथा वाक्पटुता में पारंगत हो जाएगा। —हनुमन स्तोत्र सुग्रीव, हनु...

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पौराणिक कथाये - 19 - शिवलिंग पर दूध चढ़ाने की पौराणिक और वैज्ञानिक मान्यतायें By Devjit

शिवलिंग का दूध से रुद्राभिषेक करने पर समस्त मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं l सोमवार के दिन दूध का दान करने से चन्द्रमा मजबूत होता है l जल में थोड़ा सा दूध डालकर स्नान करने मानसिक तनाव...

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श्रीजाम्बवान् जी By Renu

ऋक्षराज जाम्बवान् ब्रह्मा के अंशावतार हैं। एक रूप से सृष्टि करते-करते ही दूसरे रूपसे भगवान्‌की आराधना, सेवा एवं सहायता की जा सके, इसी भाव से वे जाम्बवान्के रूपमें अवतीर्ण हुए थे। ऋ...

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केसरी-नंदन हनुमान की शिक्षा By Arun

हनुमान जब पाँच वर्ष के हो गए तो केसरी ने सोचा कि अब उनके पुत्र को औपचारिक शिक्षा लेनी चाहिए। अगस्त्य मुनि ने हनुमान को शिक्षा के लिए सूर्यदेव के पास भेजने का सुझाव दिया। “सूर्यदेव...

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राजकुमारी शिवन्या - भाग 15 By Mansi

भाग १५ अब तक आपने देखा की राजकुमारी महल वापिस आ गई थी , राजा रानी ने उन्हे आवाज दे कर बुलाया लेकिन वह उनकी बात बिना सुने कोई उत्तर दिए बगैर ही अपने कक्ष में चली गई, अब आगे की कहानी...

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श्री राजा बली By Renu

जन्मकर्मवयोरूपविद्यैश्वर्यधनादिभिः । यद् यस्य न भवेत्स्तम्भस्तत्रायं मदनुग्रहः ॥* प्रह्लादजीके पुत्र विरोचन और विरोचनजीके पुत्र लोकविख्यात दानिशिरोमणि महाराज बलि हुए। दैत्यकुलमें उ...

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धर्मराज युधिष्ठिर By Kartik Arya

युधिष्ठिर पांडु का ज्येष्ठ पुत्र था| धर्मराज द्वारा कुंती के आह्वान पर बुलाए जाने पर उनके अंश से ही यह पैदा हुआ था, इसलिए धर्म और न्याय इसके चरित्र में कूट-कूटकर भरा था| इसी के कार...

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दानवीर कर्ण By Kartik Arya

कर्ण कुंती का पुत्र था| पाण्डु के साथ कुंती का विवाह होने से पहले ही इसका जन्म हो चुका था| लोक-लज्जा के कारण उसने यह भेद किसी को नहीं बताया और चुपचाप एक पिटारी में रखकर उस शिशु को...

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जब श्रीराम अयोध्या में राज्य करने लगे तब एक दिन समस्त ऋषि-मुनि श्रीरघुनाथजी का अभिनन्दन करने के लिये अयोध्यापुरी में आये। श्रीरामचन्द्रजी ने उन सबका यथोचित सत्कार किया। वार्तालाप क...

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महाबली का जन्म By Arun

भगवान् शंकर भगवती सती के साथ कैलास के एक उत्तम शृङ्ग पर विराजमान थे। वट की घनी छायामे उनके कपूर के समान धवल शरीर पर भूरे रंग की जटाएँ बिखरी हुई थीं। हाथमें रुद्राक्ष की माला, गले म...

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रामायण - भाग 2 By Kartik Arya

आज से कई वर्षों पहले की बात है। जब धरती पर दैत्यों, दानवों, असुरों और राक्षसों के राजा रावन का आतंक और अत्याचार इतना बढ़ गया था कि चारों ओर सिर्फ हाहाकार ही हाहाकार मचा हुआ था। सार...

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ध्रुव तारा की एतिहासिक कहानी By Sumit Singh

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तीन साधु By Sahil Singh

एक बार की बात है कि एक समृद्ध व्यापारी , जो सदैव अपने गुरू से परामर्श करके कुछ न कुछ सुकर्म किया करता   था, गुरु से बोला-“गुरुदेव, धनार्जन हेतु मैं अपना गाँव पीछे ज़रूर छोड़ आया हू...

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सनकादि कुमार By Renu

‘अनेक जन्मो के किये हुए पुण्यो से जब जीव के सौभाग्य का उदय होता है और वह सत्पुरुषो का सङ्ग प्राप्त करता है, तब अज्ञान के मुख्य कारणरूप मोह एव मद के अन्धकार को नाश करके उसके चित्त म...

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श्रीयमराज जी By Renu

जिह्वा न वक्ति भगवद्गुणनामधेयं चेतश्च न स्मरति तच्चरणारविन्दम्। कृष्णाय नो नमति यच्छिर एकदापि तानानयध्वमसतोऽकृतविष्णुकृत्यान्॥ – ( श्रीमद्भा० ६ । ३। २९)“जिनकी जीभ भगवान् के मङ्गलमय...

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महाभारत By Ravinder Sharma

कुरुवंश की उत्पतिपुराणो के अनुसार ब्रह्मा जी से अत्रि, अत्रि से चन्द्रमा, चन्द्रमा से बुध, और बुध से इलानन्दन पुरूरवा का जन्म हुआ। पुरूरवा से आयु, आयु से राजा नहुष, और नहुष से ययात...

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साधना एक रहस्य - साधना क्या क्यों केसे ? By A Ratan Lal

1. ) साधना क्या है? यह एक हिंदी शब्द है जो कि अपने आप में बहुत ही गहरा है । साधना न केवल धार्मिक तथा आध्यात्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण होती है, बल्कि यह जीवन के अन्य क्षेत्रों में...

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