hindi Best Poems Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Poems in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cultures. Th...Read More


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अप्रैल 2018 की कविताएं By महेश रौतेला

अप्रैल 2018 की कविताओं में जीवन की विभिन्न भावों को व्यक्त करती रचनाएं समाहित हैं। अब बच्चों को मासिक परीक्षा देनी है,
सरकार एकदम सामने है,
छोटा राज्य है इसलिए शिक्षा पर मार अधिक...

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रस रंग By Dhaval Kachhia

ज़िंदगी में अगर प्यार हो जाये तो ज़िंदगी बडी हसीन हो जाती है। ज़िंदगी के कुछ मायने भी बदल जाते है। प्यार में कभी मिलन भी हो सकता है या बिछडना भी पड सकता है और अगर प्यार एक तरफा हो तो...

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काव्यभारती By Sachin A. Pandey

The book Kavyabharati consists of a collection of poetries and shayaris based on various genres categories viz. patriotism,love,personality,occasion,etc.Hope,the readers will lov...

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मार्च २०१८ की कविताएं By महेश रौतेला

जीवन से ली गयी रचनाएं संकलित हैं इस शीर्षक के अन्तर्गत। जैसे-
बर्षों पहले
तुम्हारे अन्दर अनेक पगडण्डियां थीं
जहाँ मैं आया जाया करता था,
नदी का किनारा था
जिसके साथ साथ चलता था...

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अनकही कविताएँ By Aachaarya Deepak Sikka

This is the collection of my very first poetry. This book includes 5 poems from which first poem is written in Adbhut Ras and rest of the 4 poems written in Sringaar Ras .

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फरवरी २०१८ की कविताएं By महेश रौतेला

इस शीर्षक के अन्तर्गत जीवन की विभिन्न परिस्थितियों में आयी भावनाओं, अनुभूतियों, विचारों को व्यक्त किया गया है। जीवन के संघर्षों का निरूपण भी होता है। नदी की तरह बहती हुई इन रचनाओं...

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“दर्द-ऐ-एहसास” By praveen singh

we feel awesome when we live, spent time with that person whom we love a lot, but because of some reason when that person leave us then we blame them, we cant think may be he will...

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कुछ बूंदे By Tara Gupta

मानव मन कल्पना एवं भावनाओँ का एक बड़ा अभिन्न अंग है ये कल्पनाएँ ही हमारे जीवन को विकास की गति प्रदान करती है जिससे प्रेरित होकर व्यक्ति अपना तथा समाज का विकास करता है अपनी अनुभू...

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वर्जिन By Lalit Kumar Mishra

यदि आप को स्त्री विमर्श, प्रेम, व्यंग्य और यथार्थपरक रचनाएँ की तलाश है तो यह पुस्तक आपकी यात्रा को विराम देने की क्षमता रखती है इसमें सभी रचनाएँ नए पथ और दिशा की ओर आपको अग्रसर करे...

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जनवरी २०१८ की कविताएं By महेश रौतेला

जनवरी २०१८ की कविताओं में जीवन के यथार्थ, संघर्षों, अनुभूतियों की रचनाएं हैं। जैसे
उन दिनों प्यार करने को
और कुछ था भी नहीं
तुम्हारे सिवाय,
न सिरफिरा मौसम था
न बादलों की झुकी...

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कुछ रचनाएँ By Ravi

कुछ रचनाएँ में यहां वहां भागती हुई कुछ कविताएँ, शायरी, मुक्तक हैं। मेरा ख्याल है कि हम सब जो हैं, कुछ ढूंढ रहे है जीवन में, पता नहीं है वो क्या हैं, पर ढूंढ रहे हैं। धीरे-धीरे हम इ...

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जीवन के रंग By Hitesh Rajpurohit

इस किताब में 10 अलग अलग कवितायें है जो हमारे जीवन के विभिन्न रंग प्रस्तुत करती है। ये सभी कविताएं में अपने एम. बी. ए. के अध्यापन के दौरान लिखी जिन्हें मेने एक किताब के रुप मे पिरोन...

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दिसम्बर २०१७ की कविताएं By महेश रौतेला

दिसम्बर २००१७ की कविताओं में विभिन्न संदर्भों की कविताएं हैं। जो जीवन के अलग-अलग अवस्थाओं को संबोधित करती, एक खोज हैं। जीवन मूल्यों को इंगित करती मनोदशा है।

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प्रार्थनारत बत्तखें By Bharatiya Jnanpith

किसी भी दौर की समकालीनता एकायामी नहीं होती. उसके पाश्र्व में कई राग-रंग, धुँधले पड़ चुके कई ह र्फ झिलमिलाते रहते हैं। युवा कवि तिथि दानी ढोबले के संग्रह प्रार्थनारत बत्तखेंÓ को पढ...

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गुनगुनाती परछाईयाँ ग्रुप By Author Mahebub Sonaliya

गुनगुनाती परछाईयाँ एक नायाब अदबी ग्रुप है। जिसके सरपरस्त है जनाब इलियास राहत साहब। ये ग्रुप कईं तरह के प्रोग्राम करता है। जीसमें से एक है माहाना मुशायरा। आइए गुनगुनाती परछाईयाँ ग्...

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श्री कृष्ण काव्य-कथा - 2 By VIJAY KUMAR SHARMA

(श्री कृष्ण काव्य-कथा जन्म-खंड- भाग – १ से क्रमगत ) श्री कृष्ण ऐसा व्यक्तित्व है जिसे जानना और समझना तो हर कोई चाहता है, पर इतिहास से लेकर आज तक, पूर्ण रूप से न तो कोई इसे जान पाया...

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बेताब है लेखनी मेरी,कुछ लिखने को By BISHNU DEO PRASAD

book is written by bishnu deo prasad whos has written all his experiences of his life in the form of his poems. all poems are very much inspiring, fun, joy-enjoy, expressing his...

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मेरे हमदम By Ambalika Sharma

मोहब्बत के कितने ही रंग होते है पहली मोहब्बत जिंदगी की पहली बाहर के समान होती है इसकी खुशबू कभी फीकी नही पड़ती अपनी कविताओं के माध्यम से मैने इन्ही एहसासों को पिरोने की कोशिश की...

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वो पुरानी नाव और वो मेरा दुश्मन By Ved Prakash Tyagi

एक एक लकड़ी ले जाकर मत जलाओ, आग के हवाले कर दो एक साथ, मेरा अब कोई काम नहीं, बेकार ही जगह घेरी है। जलकर मैं भी नूतन बन जाऊँ, अब किस बात की देरी है। मैं भी फिर बच्चा बनूँगा, और किसी...

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मेरी २६ कविताएँ By Ravi

मैं श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के व्यक्तित्व का और
उनकी कविताओं का बड़ा प्रशंसक रहा हूँ। उनकी ५१ कविताएं थी, मेरी २६ कविताएँ हैं। उन्होंने राजनीति में रहकर कविताएँ लिखी, इससे बड़ा...

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अन्तःस्फुरणा By Dr Ravi Jain

अन्तःस्फुरणा Dr. Ravi J. Jain Dedicated to My Parents, Shruti, And to all those who believed me andmade me believe myself! अनुक्रमणिका १. मुस्कान २. कल्पना के पंखो पर होकर सवार ३....

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दिल की बातें By Nehali patel

It s all about felling of heart which can t explain.
Sometime very difficult to share something secret to any buddy but it s easy to share with your words your heart and your mind...

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तुमपर की कविताएँ By Ravi

कुछ बिखरी हुई कविताएँ हैं। जो चार से पांच साल पहले लिखी गई थी। अब समस्या यह है कि कविताएँ लिखकर मैं खुदको “कवि” समझने लगा था। लेकिन समय ने ये भ्रम तोड़ा, और अब मैं किसी भी प्रकार के...

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श्री कृष्ण काव्य कथा - 1 By VIJAY KUMAR SHARMA

श्री कृष्ण ऐसा व्यक्तित्व है जिसे जानना और समझना तो हर कोई चाहता है, पर इतिहास से लेकर आज तक, पूर्ण रूप से न तो कोई इसे जान पाया है और शायद ही कोई इसे भविष्य में भी समझ पाए श्री कृ...

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कुछ पल By SARWAT FATMI

This book is very meaningful,bas dil se padne ki zrurt h or samjne ki,kahte hain k jab hm tut te hain tb ehsas hota h k hum khud ke liye kitne imp.h,isliye dosto khud m dost ki kho...

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प्रेरक कविताएँ भाग १ By VIJAY KUMAR SHARMA

जव्लंत सामाजिक परिदर्श्य जागरूकता के लिए छोटा सा प्रयास करके तीन कविताएँ संकलित की गयी है १. दिया और बाती (लिंग आधारित भेदभाव सोच पर आधारित)
२. लाठी (एक सहारा -एक प्रहार ) (सहारे...

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बहिणा बाई के गीत By Manish Gode

मैं यहाँ मराठी की अग्रगण्य कवियत्री स्व. बहिणाबाई चौधरी की प्रसिद्ध कविताओं में से चंद कविताओं का हिंदी अनुवाद करने की चेष्टा कर रहा हूँ। आशा है, आपको ये पसंद आएगी।

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विजय पथ के अनुभव By VIJAY KUMAR SHARMA

इस काव्य संग्रह में तीन कविताएँ सकलित है , प्रथम काव्य में चिन्ता एवं चिता के वार्ता की कल्पना से वर्तमान परिदर्श्य से जोड़ कर कटाक्ष के साथ ,सन्देश दिया है , द्वितीय काव्य में पुरा...

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कुछ भी नहीं हुआ अनोखा By Surendra Raghuwanshi

कुछ भी नहीं हुआ अनोखा

।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।
इतिहास की मोटी- मोटी किताबें
भरी हैं घटनाओं के पन्नों से
सफ़ेद कागज़ पर लिखी हैं काली इबारतें

बड़े- बड़े भूचालों को झेलकर आगे...

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विजय पथ के अनुभव By VIJAY KUMAR SHARMA

प्रथम कविता 1.(गुरमित राम रहीम ,हनीप्रीत ,साध्वी ओर निर्भया का तुलनात्मक कविता) जब देखता हूँ ऐसा, सोचने पर मजबूर होता हूँ, देख तमाशा बाबाओ का, मैं चुप, कैसे, रह सकता हूँ , एक ही गु...

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फिर उठ, निरंतर चल चला चल By VIJAY KUMAR SHARMA

इस कविता में जीवन में मिलने वाली सफलता और असफलताओं की बात की गई है! पुराणों के पात्रो की मिसाल देकर बताया गया है की कैसे धर्म की जीत और अधर्म की हार होती है! कैसे हार और जीत के बार...

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खून के घूट By sushil yadav

नीद में ,ख्वाब में जो समाया रहा बरसो
एक अजनबी, दिल- दिमाग छाया रहा बरसो

लोग घर को सजाने नही क्या-क्या करते
वो मुस्कान लिए घर को सजाया रहा बरसो

खामुशी का सबब था यकीन...

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मेहबूब सोनालिया की 25 ग़ज़लें By Author Mahebub Sonaliya

Meri 25 ghazalein pesh e khidamat . Apki nazr, ummid hai aapko pasand aayegi.agar aapke dil ko chhooye to ise share kare aur agar pasand aye aashish aur duaaon se nawaze

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आरजू By Dr Darshita Babubhai Shah

जैसे चलना, बसना, सजना ये मशीन की तरह अपने आप बनते कर्म हो गए है दूसरी और सोचो तो आदमी जैसे किसीके लिए या अपने आप के लिये यह सबकुछ नहीं कर रहा है, फिर भी कर्म कर रहा है इन काव्यों...

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मैंने सबसे पहले By महेश रौतेला

इसमें विभिन्न संदर्भों से सम्बन्धित कविताएं संग्रहित हैं।जैसे तुम में खोजा था प्यार,
तुम्हें पता था या नहीं,
पता नहीं।

मैंने सबसे पहले
तुमसे ही कहा था,
अपना पवित्र सत्य...

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पलकों पर सावन आया है By vineet kumar srivastava

किसी की अहमियत का अहसास हमें तब होता है जब वह हमसे दूर चला जाता है उसके साथ गुजारा हर एक पल हमें रह-रहकर याद आता है और हम चाहकर भी उन बीते हुए पलों को लौटा नहीं पाते जीवन का हर...

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मैं नमाज़ नहीं पढ़ूँगा By Qais Jaunpuri

मैं नाराज़ हूँ उस ख़ुदा से
जो ये दुनिया बना के भूल गया है
जो कहीं खो गया है या शायद सो गया है
या जिसकी आँखें फूट गई हैं
जिसे कुछ दिखाई नहीं देता
कि उसकी बनाई हुई इस दुनिया...

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हाँ नहीं तो - 4 By CHHATRA PAL VERMA

निवेदन
‘हाँ नहीं तो’

“अगर आपने मेरी पोल खोली तो सच मानिए हम भी चुप नहीं बैठेंगे”, ‘हाँ नहीं तो ’ निवेदन इस वाक्य के साथ प्रारम्भ करने के पीछे मेरी मंशा सिर्फ इतनी सी है कि इस प...

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दिल की जुबां By Lakshmi Narayan Panna

यह किताब मेरी 50 शायरियों का संग्रह है । इसमें मैंने अलग अलग प्रकार की स्थितियों को ध्यान में रखते हुए अपने दिल से निकली हुई आवाज को शब्दों से सजाने का प्रयास किया है । इस किताब की...

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किस दिन मैं छुपा करता हूँ .... By sushil yadav

किस दिन मैं छुपा करता हूँ

मैं सपनों का ताना बाना, यूँ अकेले बुना करता हूँ
मंदिर का करता सजदा, मस्जिद भी पूजा करता हूँ

मिलती फुरसत, मुझको जिस दिन, दुनिया के कोलाहल से
राम रह...

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समर्पण By कवि अंकित द्विवेदी

हमारे जीवन में कुछ लोग का बहुत महत्व होता है । उनके लिए समर्पित मेरी कुछ कविताओं का संकलन है। माँ शब्द पहला है जिसे ,
जिसे जानता है कोई ,
उसे मानता है कोई ,
माँ स्वर्ग जीवन को ब...

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नेहा By vineet kumar srivastava

सरल और सुबोध भाषा में प्रेम की अतिसुन्दर परिभाषा है - नेहा नेहा किसी व्यक्ति-विशेष की नहीं बल्कि हर उस मन की भावनाओं का दर्पण है जिसके मन में प्रेम का सागर लहराता है प्...

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दोहे : सुशील यादव By sushil yadav

जिससे भी जैसे बने ,ले झोली भर ज्ञान
चार-दिवस सब पाहुने ,सुख के चार-पुराण

मिल जाए जो राह में, साधू -संत -फकीर
चरण धूलि माथे लगा ,चन्दन , ज्ञान-अबीर



जिससे भी जैसे बने ,ल...

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अप्रैल 2018 की कविताएं By महेश रौतेला

अप्रैल 2018 की कविताओं में जीवन की विभिन्न भावों को व्यक्त करती रचनाएं समाहित हैं। अब बच्चों को मासिक परीक्षा देनी है,
सरकार एकदम सामने है,
छोटा राज्य है इसलिए शिक्षा पर मार अधिक...

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रस रंग By Dhaval Kachhia

ज़िंदगी में अगर प्यार हो जाये तो ज़िंदगी बडी हसीन हो जाती है। ज़िंदगी के कुछ मायने भी बदल जाते है। प्यार में कभी मिलन भी हो सकता है या बिछडना भी पड सकता है और अगर प्यार एक तरफा हो तो...

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काव्यभारती By Sachin A. Pandey

The book Kavyabharati consists of a collection of poetries and shayaris based on various genres categories viz. patriotism,love,personality,occasion,etc.Hope,the readers will lov...

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मार्च २०१८ की कविताएं By महेश रौतेला

जीवन से ली गयी रचनाएं संकलित हैं इस शीर्षक के अन्तर्गत। जैसे-
बर्षों पहले
तुम्हारे अन्दर अनेक पगडण्डियां थीं
जहाँ मैं आया जाया करता था,
नदी का किनारा था
जिसके साथ साथ चलता था...

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अनकही कविताएँ By Aachaarya Deepak Sikka

This is the collection of my very first poetry. This book includes 5 poems from which first poem is written in Adbhut Ras and rest of the 4 poems written in Sringaar Ras .

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फरवरी २०१८ की कविताएं By महेश रौतेला

इस शीर्षक के अन्तर्गत जीवन की विभिन्न परिस्थितियों में आयी भावनाओं, अनुभूतियों, विचारों को व्यक्त किया गया है। जीवन के संघर्षों का निरूपण भी होता है। नदी की तरह बहती हुई इन रचनाओं...

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“दर्द-ऐ-एहसास” By praveen singh

we feel awesome when we live, spent time with that person whom we love a lot, but because of some reason when that person leave us then we blame them, we cant think may be he will...

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कुछ बूंदे By Tara Gupta

मानव मन कल्पना एवं भावनाओँ का एक बड़ा अभिन्न अंग है ये कल्पनाएँ ही हमारे जीवन को विकास की गति प्रदान करती है जिससे प्रेरित होकर व्यक्ति अपना तथा समाज का विकास करता है अपनी अनुभू...

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वर्जिन By Lalit Kumar Mishra

यदि आप को स्त्री विमर्श, प्रेम, व्यंग्य और यथार्थपरक रचनाएँ की तलाश है तो यह पुस्तक आपकी यात्रा को विराम देने की क्षमता रखती है इसमें सभी रचनाएँ नए पथ और दिशा की ओर आपको अग्रसर करे...

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जनवरी २०१८ की कविताएं By महेश रौतेला

जनवरी २०१८ की कविताओं में जीवन के यथार्थ, संघर्षों, अनुभूतियों की रचनाएं हैं। जैसे
उन दिनों प्यार करने को
और कुछ था भी नहीं
तुम्हारे सिवाय,
न सिरफिरा मौसम था
न बादलों की झुकी...

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कुछ रचनाएँ By Ravi

कुछ रचनाएँ में यहां वहां भागती हुई कुछ कविताएँ, शायरी, मुक्तक हैं। मेरा ख्याल है कि हम सब जो हैं, कुछ ढूंढ रहे है जीवन में, पता नहीं है वो क्या हैं, पर ढूंढ रहे हैं। धीरे-धीरे हम इ...

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जीवन के रंग By Hitesh Rajpurohit

इस किताब में 10 अलग अलग कवितायें है जो हमारे जीवन के विभिन्न रंग प्रस्तुत करती है। ये सभी कविताएं में अपने एम. बी. ए. के अध्यापन के दौरान लिखी जिन्हें मेने एक किताब के रुप मे पिरोन...

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दिसम्बर २०१७ की कविताएं By महेश रौतेला

दिसम्बर २००१७ की कविताओं में विभिन्न संदर्भों की कविताएं हैं। जो जीवन के अलग-अलग अवस्थाओं को संबोधित करती, एक खोज हैं। जीवन मूल्यों को इंगित करती मनोदशा है।

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प्रार्थनारत बत्तखें By Bharatiya Jnanpith

किसी भी दौर की समकालीनता एकायामी नहीं होती. उसके पाश्र्व में कई राग-रंग, धुँधले पड़ चुके कई ह र्फ झिलमिलाते रहते हैं। युवा कवि तिथि दानी ढोबले के संग्रह प्रार्थनारत बत्तखेंÓ को पढ...

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गुनगुनाती परछाईयाँ ग्रुप By Author Mahebub Sonaliya

गुनगुनाती परछाईयाँ एक नायाब अदबी ग्रुप है। जिसके सरपरस्त है जनाब इलियास राहत साहब। ये ग्रुप कईं तरह के प्रोग्राम करता है। जीसमें से एक है माहाना मुशायरा। आइए गुनगुनाती परछाईयाँ ग्...

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श्री कृष्ण काव्य-कथा - 2 By VIJAY KUMAR SHARMA

(श्री कृष्ण काव्य-कथा जन्म-खंड- भाग – १ से क्रमगत ) श्री कृष्ण ऐसा व्यक्तित्व है जिसे जानना और समझना तो हर कोई चाहता है, पर इतिहास से लेकर आज तक, पूर्ण रूप से न तो कोई इसे जान पाया...

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बेताब है लेखनी मेरी,कुछ लिखने को By BISHNU DEO PRASAD

book is written by bishnu deo prasad whos has written all his experiences of his life in the form of his poems. all poems are very much inspiring, fun, joy-enjoy, expressing his...

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मेरे हमदम By Ambalika Sharma

मोहब्बत के कितने ही रंग होते है पहली मोहब्बत जिंदगी की पहली बाहर के समान होती है इसकी खुशबू कभी फीकी नही पड़ती अपनी कविताओं के माध्यम से मैने इन्ही एहसासों को पिरोने की कोशिश की...

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वो पुरानी नाव और वो मेरा दुश्मन By Ved Prakash Tyagi

एक एक लकड़ी ले जाकर मत जलाओ, आग के हवाले कर दो एक साथ, मेरा अब कोई काम नहीं, बेकार ही जगह घेरी है। जलकर मैं भी नूतन बन जाऊँ, अब किस बात की देरी है। मैं भी फिर बच्चा बनूँगा, और किसी...

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मेरी २६ कविताएँ By Ravi

मैं श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के व्यक्तित्व का और
उनकी कविताओं का बड़ा प्रशंसक रहा हूँ। उनकी ५१ कविताएं थी, मेरी २६ कविताएँ हैं। उन्होंने राजनीति में रहकर कविताएँ लिखी, इससे बड़ा...

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अन्तःस्फुरणा By Dr Ravi Jain

अन्तःस्फुरणा Dr. Ravi J. Jain Dedicated to My Parents, Shruti, And to all those who believed me andmade me believe myself! अनुक्रमणिका १. मुस्कान २. कल्पना के पंखो पर होकर सवार ३....

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दिल की बातें By Nehali patel

It s all about felling of heart which can t explain.
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तुमपर की कविताएँ By Ravi

कुछ बिखरी हुई कविताएँ हैं। जो चार से पांच साल पहले लिखी गई थी। अब समस्या यह है कि कविताएँ लिखकर मैं खुदको “कवि” समझने लगा था। लेकिन समय ने ये भ्रम तोड़ा, और अब मैं किसी भी प्रकार के...

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श्री कृष्ण काव्य कथा - 1 By VIJAY KUMAR SHARMA

श्री कृष्ण ऐसा व्यक्तित्व है जिसे जानना और समझना तो हर कोई चाहता है, पर इतिहास से लेकर आज तक, पूर्ण रूप से न तो कोई इसे जान पाया है और शायद ही कोई इसे भविष्य में भी समझ पाए श्री कृ...

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कुछ पल By SARWAT FATMI

This book is very meaningful,bas dil se padne ki zrurt h or samjne ki,kahte hain k jab hm tut te hain tb ehsas hota h k hum khud ke liye kitne imp.h,isliye dosto khud m dost ki kho...

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प्रेरक कविताएँ भाग १ By VIJAY KUMAR SHARMA

जव्लंत सामाजिक परिदर्श्य जागरूकता के लिए छोटा सा प्रयास करके तीन कविताएँ संकलित की गयी है १. दिया और बाती (लिंग आधारित भेदभाव सोच पर आधारित)
२. लाठी (एक सहारा -एक प्रहार ) (सहारे...

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बहिणा बाई के गीत By Manish Gode

मैं यहाँ मराठी की अग्रगण्य कवियत्री स्व. बहिणाबाई चौधरी की प्रसिद्ध कविताओं में से चंद कविताओं का हिंदी अनुवाद करने की चेष्टा कर रहा हूँ। आशा है, आपको ये पसंद आएगी।

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विजय पथ के अनुभव By VIJAY KUMAR SHARMA

इस काव्य संग्रह में तीन कविताएँ सकलित है , प्रथम काव्य में चिन्ता एवं चिता के वार्ता की कल्पना से वर्तमान परिदर्श्य से जोड़ कर कटाक्ष के साथ ,सन्देश दिया है , द्वितीय काव्य में पुरा...

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कुछ भी नहीं हुआ अनोखा By Surendra Raghuwanshi

कुछ भी नहीं हुआ अनोखा

।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।
इतिहास की मोटी- मोटी किताबें
भरी हैं घटनाओं के पन्नों से
सफ़ेद कागज़ पर लिखी हैं काली इबारतें

बड़े- बड़े भूचालों को झेलकर आगे...

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विजय पथ के अनुभव By VIJAY KUMAR SHARMA

प्रथम कविता 1.(गुरमित राम रहीम ,हनीप्रीत ,साध्वी ओर निर्भया का तुलनात्मक कविता) जब देखता हूँ ऐसा, सोचने पर मजबूर होता हूँ, देख तमाशा बाबाओ का, मैं चुप, कैसे, रह सकता हूँ , एक ही गु...

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फिर उठ, निरंतर चल चला चल By VIJAY KUMAR SHARMA

इस कविता में जीवन में मिलने वाली सफलता और असफलताओं की बात की गई है! पुराणों के पात्रो की मिसाल देकर बताया गया है की कैसे धर्म की जीत और अधर्म की हार होती है! कैसे हार और जीत के बार...

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खून के घूट By sushil yadav

नीद में ,ख्वाब में जो समाया रहा बरसो
एक अजनबी, दिल- दिमाग छाया रहा बरसो

लोग घर को सजाने नही क्या-क्या करते
वो मुस्कान लिए घर को सजाया रहा बरसो

खामुशी का सबब था यकीन...

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मेहबूब सोनालिया की 25 ग़ज़लें By Author Mahebub Sonaliya

Meri 25 ghazalein pesh e khidamat . Apki nazr, ummid hai aapko pasand aayegi.agar aapke dil ko chhooye to ise share kare aur agar pasand aye aashish aur duaaon se nawaze

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आरजू By Dr Darshita Babubhai Shah

जैसे चलना, बसना, सजना ये मशीन की तरह अपने आप बनते कर्म हो गए है दूसरी और सोचो तो आदमी जैसे किसीके लिए या अपने आप के लिये यह सबकुछ नहीं कर रहा है, फिर भी कर्म कर रहा है इन काव्यों...

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मैंने सबसे पहले By महेश रौतेला

इसमें विभिन्न संदर्भों से सम्बन्धित कविताएं संग्रहित हैं।जैसे तुम में खोजा था प्यार,
तुम्हें पता था या नहीं,
पता नहीं।

मैंने सबसे पहले
तुमसे ही कहा था,
अपना पवित्र सत्य...

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पलकों पर सावन आया है By vineet kumar srivastava

किसी की अहमियत का अहसास हमें तब होता है जब वह हमसे दूर चला जाता है उसके साथ गुजारा हर एक पल हमें रह-रहकर याद आता है और हम चाहकर भी उन बीते हुए पलों को लौटा नहीं पाते जीवन का हर...

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मैं नमाज़ नहीं पढ़ूँगा By Qais Jaunpuri

मैं नाराज़ हूँ उस ख़ुदा से
जो ये दुनिया बना के भूल गया है
जो कहीं खो गया है या शायद सो गया है
या जिसकी आँखें फूट गई हैं
जिसे कुछ दिखाई नहीं देता
कि उसकी बनाई हुई इस दुनिया...

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हाँ नहीं तो - 4 By CHHATRA PAL VERMA

निवेदन
‘हाँ नहीं तो’

“अगर आपने मेरी पोल खोली तो सच मानिए हम भी चुप नहीं बैठेंगे”, ‘हाँ नहीं तो ’ निवेदन इस वाक्य के साथ प्रारम्भ करने के पीछे मेरी मंशा सिर्फ इतनी सी है कि इस प...

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दिल की जुबां By Lakshmi Narayan Panna

यह किताब मेरी 50 शायरियों का संग्रह है । इसमें मैंने अलग अलग प्रकार की स्थितियों को ध्यान में रखते हुए अपने दिल से निकली हुई आवाज को शब्दों से सजाने का प्रयास किया है । इस किताब की...

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किस दिन मैं छुपा करता हूँ .... By sushil yadav

किस दिन मैं छुपा करता हूँ

मैं सपनों का ताना बाना, यूँ अकेले बुना करता हूँ
मंदिर का करता सजदा, मस्जिद भी पूजा करता हूँ

मिलती फुरसत, मुझको जिस दिन, दुनिया के कोलाहल से
राम रह...

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समर्पण By कवि अंकित द्विवेदी

हमारे जीवन में कुछ लोग का बहुत महत्व होता है । उनके लिए समर्पित मेरी कुछ कविताओं का संकलन है। माँ शब्द पहला है जिसे ,
जिसे जानता है कोई ,
उसे मानता है कोई ,
माँ स्वर्ग जीवन को ब...

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नेहा By vineet kumar srivastava

सरल और सुबोध भाषा में प्रेम की अतिसुन्दर परिभाषा है - नेहा नेहा किसी व्यक्ति-विशेष की नहीं बल्कि हर उस मन की भावनाओं का दर्पण है जिसके मन में प्रेम का सागर लहराता है प्...

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दोहे : सुशील यादव By sushil yadav

जिससे भी जैसे बने ,ले झोली भर ज्ञान
चार-दिवस सब पाहुने ,सुख के चार-पुराण

मिल जाए जो राह में, साधू -संत -फकीर
चरण धूलि माथे लगा ,चन्दन , ज्ञान-अबीर



जिससे भी जैसे बने ,ल...

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