hindi Best Poems Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Poems in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cultures. Th...Read More


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  • खरीद लो

    https://rutvikwadkar.blogspot.com/2022/07/buy-something.html?m=1 कुछ खरीद लो  सस...

  • अभिव्यक्ति.. - 1

    इज़ाज़त... आज मुझे ये शाम सजाने की इज़ाज़त दे दोदिल-ओ-जान तुम पर लुटानेकी इज़ाज़...

  • पढ़ो और आगे बढ़ाओ

    (१)एक तिनका हकीर होता है मगर हवाओं का रुख बताता है जो आपसे झुक कर सलाम करें उसका...

में और मेरे अहसास - 60 By Dr Darshita Babubhai Shah

तस्सवुर मे आया करो lआके फ़िर न ज़ाया करो ll जूठा दिलासा दे देकर यू lजी को न जलाया करो ll गर दिल से चाहते हो तो lइश्क़ को जताया करो ll   ******************************** सुनो त...

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खरीद लो By Rutvik Wadkar

https://rutvikwadkar.blogspot.com/2022/07/buy-something.html?m=1 कुछ खरीद लो  सस्ता हो या मेहेंगा, बजट मैं हो तो सही , खरीद लो    ऐसा करो, मेरे  लिए ना कुछ  यादें  खरीद लो , बाते ...

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दर्पण By GAYATRI THAKUR

शीर्षक_ "जीवन अंत कहां होगा!!" पल पल बढ़ते अनिश्चित पथ कापूर्ण विराम कहां होगा ..!,जीवन अथक कहानी है, तो,अंत भला कहां होगा !इस पार जीवन है,उस पार जीवन कहां होगा!पल पल घूमते जीवन चक...

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अभिव्यक्ति.. - 1 By ADRIL

इज़ाज़त... आज मुझे ये शाम सजाने की इज़ाज़त दे दोदिल-ओ-जान तुम पर लुटानेकी इज़ाज़त दे दोमिले जो दर्द या मिले सुकून - कुबूल है हमेंकभी रिहा ना हो पाए वैसे क़ैद होनेकी इज़ाज़त दे दो क...

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सायरी हर पल की बाते By Harshad Limbachiya

तुम तो जानते थे फिर क्यों ऐसा किया मेरी आंखे पठ लेते थे बिना कहे फिर क्यों नही पढ़े ,,,,,, ,,,अब क्यों आशु गिर ने लगे सितारों से आसमान से क्या जुदा कर दिया तुम को भी आशियाना खो दिए...

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पढ़ो और आगे बढ़ाओ By Sharwan Gujar

(१)एक तिनका हकीर होता है मगर हवाओं का रुख बताता है जो आपसे झुक कर सलाम करें उसका कद आपसे भी बड़ा हो(२)जो मेहनत से पढ़ता है,उसका कद भी खूब बढ़ता है.(३)ज्ञान से जो मूरत गढ़ी जाती है,वो...

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भारत मां का भगत By srishti tiwari

गर्व से झूम जाती धरती सुन जिसकी गाथा ,मां भारती का लाडला पुत्र था ।आज़ादी को जिसमें बांधा ,वो खुद ही तो वह सूत्र था ।आज़ादी ही जिसकी महबूबा देश ही जिसका जगत ऐसा था वो भारत मां का भ...

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आदि शंकराचार्य रचित भज गोविन्दं By Dr. Bhairavsinh Raol

आदि शंकराचार्य रचित भज गोविन्दं :श्री आदि शंकराचार्य परिचय: श्री आदि शंकराचार्य भारत के एक महान दार्शनिक एवं धर्मप्रवर्तक थे। उन्होने अद्वैत वेदान्त को ठोस आधार प्रदान किया। भगवद्ग...

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तू ज़िन्दा है तू ज़िन्दगी की जीत में यकीन कर By Dr. Bhairavsinh Raol

प्रेरणादायी कविता तू ज़िन्दा है तू ज़िन्दगी की जीत में यकीन कर तू ज़िन्दा है तो ज़िन्दगी की जीत में यकीन कर,अगर कहीं है स्वर्ग तो उतार ला ज़मीन पर!सुबह और शाम के रंगे हुए गगन को च...

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मेरे शब्द मेरी पहचान - 16 By Shruti Sharma

---- खुशियों की बरसात माँगी है ----* साथ तेरे हर गम मीठा लगता है , बिन तेरे हर रंग फीका लगता है , हमारी जिंदगी में तेरा होना किसी रहमत से कम नहीं , तू वजूद है हमारा तू नहीं तो हम न...

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पृथ्वी पर पृथ्वी सा By srishti tiwari

सूर्य बनकर जो चमका था चौहान वंश का,प्रचंड आंधी सा जो काल बना विदेशी लुटेरों का।था पुत्र कपूरी देवी व सोमेश्वर चौहान का,बन गया जो लाडला पूरे भारत महान का।यूं तो जन्म हुआ इस धरती पर...

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गहराइयाँ By Nency R. Solanki

१.कुछ गम कुछ गम है मेरी भी जिंदगी में,न हारा हूं न थका हूं,ना जाने क्यों सिर्फ टूटा और बिखरा हूं।कुछ अल्फाज है मेरे जो बयां नहीं हो पाते मुझसे,बस अंदर ही अंदर खुद से रूठा हूं।ना आश...

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कागज की कश्ती By DrAnamika

शीर्षक :मजदूर-------------------------------------------------------------------------उम्र का कोई भी पडा़वमेहनतकश के आगेलाचार नहीं होता... ... ताकत है ,जब तक धमनियों मेंवह मेरुदंड...

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शायरी By Tru...

*************************************************खुदा तेरी रहमतो के किस्से केसे बयां करु।बेहिसाब दिया तुने,इसका क्या हिसाब करु।किसी की नजर से मुझको क्या वास्ता ऐ खुदा।बस तेरी नज़र...

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संवाद खुद का खुद से By Alok Mishra

जब स्वयम् से ही साक्षात्कार होता है।
जब खुद का दिल चीत्कार भरता है।

बस तब ही कागज पर दिल का अक्स उतरता है।

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कविता By Jitin Tyagi

छुआ था। जब तुमने रूमानी होकर मुझे पहली बारसहम सी गई थी मैं, सिमट सी गई थी मैंछलक सी गई थी मैं, और एक जगह जड़ सी हो गई थी मैंवो अजीब सी छुअन, ना जाने कैसी छुअन थीपर पहले जैसे छूते थे...

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अधूरे प्यार की कहानी - 1 By Jay Khavada

एक लड़की फेसबुक पर मिली थीकमेंट्स के जरिए बातें चली थी।वह मुझे पोस्ट पर कमेंट्स करतीऔर मैं उसकी पोस्ट कमेंट्स देता था ।एक दिन कमेंट्स मैसेज में बदल गएमैसेज मैसेज में ही बातें बढ़ ग...

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सुकून है मेरी मां By Sangeeta Choudhary

Man tu Hi tu khwab hai... tu Hi tu himmat Meri...मां तू ही तो रब है ...मैं तू ही तो जान है... मां तू ही तो जहान है...मां तू ही तो मेरी जन्नत है...मां तू ही तो मेरी मन्नत है...मां त...

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देखो भारत की तस्वीर - 10 - अंतिम भाग By बेदराम प्रजापति "मनमस्त"

देखो भारत की तस्वीर 10 (पंचमहल गौरव) काव्य संकलन समर्पण- परम पूज्य उभय चाचा श्री लालजी प...

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Life Cycle ( दस्तूर जिंदगी का ) By Bhumesh Kamdi

बचपन खो चूका है कही, किसी पुराने मोड़ पर जवानी भी हे जा रही अपने लड़कपन के छाप छोड़ कर आएगा बहोत जल्द वो मंजर भी ,लोग जिससे अकसर डर जाते है इन तिन हिस्सों में सिमट जाती है जिं...

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नवगीत - नए अनुबंध ( पांच नवगीत) By Dr Jaya Shankar Shukla

१-नई पौधनई पौधकी बदचलनी को बरगद झेल रहे, ऊँची-नीची पगडंडी पर पाँव फिसलते हैं , एक-दूसरे से मिलजुल कर कब ये चलते हैं .गुस्से की अगुवाई मे कुछ ऐसे खेल रहे . नातों की सीमाएँ केवल स्वा...

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TOUCH THOSE KITES By KHEMENDRA SINGH

when the sky covered with joy,when the children smile at the sky,the land of festival brings many,many festival with sun's rays.a festival mood fills up by the air,the kites br...

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कुछ बंधन ऐसे भी हुआ करते है।। By Aziz

कुछ बंधन ऐसे भी हुआ करते है।।जो प्यारे से जज़्बात से जुड़े,ओर महोब्बत तक का सफर तय करते है।कुछ बंधन ऐसे भी हुआ करते है।।जो उम्मीद बने तब जब रब भी तुमसे रूठे,हाथ थामे तुम्हारा तो उम्म...

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Collection of short poems By Chandani

Collection of short poems:तेरे नाम लिख दूंलिखने को तो चांदनी रात लिख दूं,श्याम प्रिये, तारों की बारात लिख दूं,तु जो दामन थामे तो, में राधा तेरी हर श्रृंगार तेरे नाम लिख दूं।।__बदल...

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जीवन ऐसा हो (कविताये ) By Rajesh Maheshwari

जीवन ऐसा हो आत्मकथ्य मैं कौन हूँ , क्यों हूँ , किसलिए हूँ , क्या कर सकता हूँ , जैसे प्रश्न जब मन में उमडते घुमडते है। इन प्रश...

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कविता संग्रह _ छोटी कविताएं By Chandani

कविता संग्रहइश्क से हो तुम....हर सुबह की ढलती हुए गौधूली सांझ,सूरज की धीरे धीरे नम होती गरमीऔर साथ में नुक्कड़ की कड़क सी चायबस यह अनुभूति कराने वाले किसी "इश्क़ से हो तुम"नीले से...

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में और मेरे अहसास - 60 By Dr Darshita Babubhai Shah

तस्सवुर मे आया करो lआके फ़िर न ज़ाया करो ll जूठा दिलासा दे देकर यू lजी को न जलाया करो ll गर दिल से चाहते हो तो lइश्क़ को जताया करो ll   ******************************** सुनो त...

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खरीद लो By Rutvik Wadkar

https://rutvikwadkar.blogspot.com/2022/07/buy-something.html?m=1 कुछ खरीद लो  सस्ता हो या मेहेंगा, बजट मैं हो तो सही , खरीद लो    ऐसा करो, मेरे  लिए ना कुछ  यादें  खरीद लो , बाते ...

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दर्पण By GAYATRI THAKUR

शीर्षक_ "जीवन अंत कहां होगा!!" पल पल बढ़ते अनिश्चित पथ कापूर्ण विराम कहां होगा ..!,जीवन अथक कहानी है, तो,अंत भला कहां होगा !इस पार जीवन है,उस पार जीवन कहां होगा!पल पल घूमते जीवन चक...

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अभिव्यक्ति.. - 1 By ADRIL

इज़ाज़त... आज मुझे ये शाम सजाने की इज़ाज़त दे दोदिल-ओ-जान तुम पर लुटानेकी इज़ाज़त दे दोमिले जो दर्द या मिले सुकून - कुबूल है हमेंकभी रिहा ना हो पाए वैसे क़ैद होनेकी इज़ाज़त दे दो क...

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सायरी हर पल की बाते By Harshad Limbachiya

तुम तो जानते थे फिर क्यों ऐसा किया मेरी आंखे पठ लेते थे बिना कहे फिर क्यों नही पढ़े ,,,,,, ,,,अब क्यों आशु गिर ने लगे सितारों से आसमान से क्या जुदा कर दिया तुम को भी आशियाना खो दिए...

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पढ़ो और आगे बढ़ाओ By Sharwan Gujar

(१)एक तिनका हकीर होता है मगर हवाओं का रुख बताता है जो आपसे झुक कर सलाम करें उसका कद आपसे भी बड़ा हो(२)जो मेहनत से पढ़ता है,उसका कद भी खूब बढ़ता है.(३)ज्ञान से जो मूरत गढ़ी जाती है,वो...

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भारत मां का भगत By srishti tiwari

गर्व से झूम जाती धरती सुन जिसकी गाथा ,मां भारती का लाडला पुत्र था ।आज़ादी को जिसमें बांधा ,वो खुद ही तो वह सूत्र था ।आज़ादी ही जिसकी महबूबा देश ही जिसका जगत ऐसा था वो भारत मां का भ...

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आदि शंकराचार्य रचित भज गोविन्दं By Dr. Bhairavsinh Raol

आदि शंकराचार्य रचित भज गोविन्दं :श्री आदि शंकराचार्य परिचय: श्री आदि शंकराचार्य भारत के एक महान दार्शनिक एवं धर्मप्रवर्तक थे। उन्होने अद्वैत वेदान्त को ठोस आधार प्रदान किया। भगवद्ग...

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तू ज़िन्दा है तू ज़िन्दगी की जीत में यकीन कर By Dr. Bhairavsinh Raol

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मेरे शब्द मेरी पहचान - 16 By Shruti Sharma

---- खुशियों की बरसात माँगी है ----* साथ तेरे हर गम मीठा लगता है , बिन तेरे हर रंग फीका लगता है , हमारी जिंदगी में तेरा होना किसी रहमत से कम नहीं , तू वजूद है हमारा तू नहीं तो हम न...

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पृथ्वी पर पृथ्वी सा By srishti tiwari

सूर्य बनकर जो चमका था चौहान वंश का,प्रचंड आंधी सा जो काल बना विदेशी लुटेरों का।था पुत्र कपूरी देवी व सोमेश्वर चौहान का,बन गया जो लाडला पूरे भारत महान का।यूं तो जन्म हुआ इस धरती पर...

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गहराइयाँ By Nency R. Solanki

१.कुछ गम कुछ गम है मेरी भी जिंदगी में,न हारा हूं न थका हूं,ना जाने क्यों सिर्फ टूटा और बिखरा हूं।कुछ अल्फाज है मेरे जो बयां नहीं हो पाते मुझसे,बस अंदर ही अंदर खुद से रूठा हूं।ना आश...

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कागज की कश्ती By DrAnamika

शीर्षक :मजदूर-------------------------------------------------------------------------उम्र का कोई भी पडा़वमेहनतकश के आगेलाचार नहीं होता... ... ताकत है ,जब तक धमनियों मेंवह मेरुदंड...

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शायरी By Tru...

*************************************************खुदा तेरी रहमतो के किस्से केसे बयां करु।बेहिसाब दिया तुने,इसका क्या हिसाब करु।किसी की नजर से मुझको क्या वास्ता ऐ खुदा।बस तेरी नज़र...

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संवाद खुद का खुद से By Alok Mishra

जब स्वयम् से ही साक्षात्कार होता है।
जब खुद का दिल चीत्कार भरता है।

बस तब ही कागज पर दिल का अक्स उतरता है।

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छुआ था। जब तुमने रूमानी होकर मुझे पहली बारसहम सी गई थी मैं, सिमट सी गई थी मैंछलक सी गई थी मैं, और एक जगह जड़ सी हो गई थी मैंवो अजीब सी छुअन, ना जाने कैसी छुअन थीपर पहले जैसे छूते थे...

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सुकून है मेरी मां By Sangeeta Choudhary

Man tu Hi tu khwab hai... tu Hi tu himmat Meri...मां तू ही तो रब है ...मैं तू ही तो जान है... मां तू ही तो जहान है...मां तू ही तो मेरी जन्नत है...मां तू ही तो मेरी मन्नत है...मां त...

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देखो भारत की तस्वीर - 10 - अंतिम भाग By बेदराम प्रजापति "मनमस्त"

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बचपन खो चूका है कही, किसी पुराने मोड़ पर जवानी भी हे जा रही अपने लड़कपन के छाप छोड़ कर आएगा बहोत जल्द वो मंजर भी ,लोग जिससे अकसर डर जाते है इन तिन हिस्सों में सिमट जाती है जिं...

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नवगीत - नए अनुबंध ( पांच नवगीत) By Dr Jaya Shankar Shukla

१-नई पौधनई पौधकी बदचलनी को बरगद झेल रहे, ऊँची-नीची पगडंडी पर पाँव फिसलते हैं , एक-दूसरे से मिलजुल कर कब ये चलते हैं .गुस्से की अगुवाई मे कुछ ऐसे खेल रहे . नातों की सीमाएँ केवल स्वा...

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कुछ बंधन ऐसे भी हुआ करते है।। By Aziz

कुछ बंधन ऐसे भी हुआ करते है।।जो प्यारे से जज़्बात से जुड़े,ओर महोब्बत तक का सफर तय करते है।कुछ बंधन ऐसे भी हुआ करते है।।जो उम्मीद बने तब जब रब भी तुमसे रूठे,हाथ थामे तुम्हारा तो उम्म...

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Collection of short poems By Chandani

Collection of short poems:तेरे नाम लिख दूंलिखने को तो चांदनी रात लिख दूं,श्याम प्रिये, तारों की बारात लिख दूं,तु जो दामन थामे तो, में राधा तेरी हर श्रृंगार तेरे नाम लिख दूं।।__बदल...

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कविता संग्रह _ छोटी कविताएं By Chandani

कविता संग्रहइश्क से हो तुम....हर सुबह की ढलती हुए गौधूली सांझ,सूरज की धीरे धीरे नम होती गरमीऔर साथ में नुक्कड़ की कड़क सी चायबस यह अनुभूति कराने वाले किसी "इश्क़ से हो तुम"नीले से...

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