hindi Best Short Stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Short Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


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  • रूही

    रूही.. रूही... क्या कर रही हो तुम?हा अम्मी आई यही हु छत पे कपड़े सुखा रही हु अम्...

  • अनिता

    अनिता - रंजन कुमार /रमेश देसाई मेकर भवन के सामने की गली अभी तो आधी ही पार की थी...

  • हाथी ने मारी छलांग

    पालपुर गांव में एक किसान श्यामलाल रहता था । वह बहुत गरीब था, खेत तो था उसके पास...

वीर योद्धा - बिरसा मुंडा By DINESH KUMAR KEER

बिरसा मुंडा जिन्होंने 25 साल की उम्र में कर दिए थे अंग्रेज़ों के दांत खट्टे (बीबीसी ने नई साप्ताहिक सिरीज़ शुरू की है 'छोटी उम्र बड़ी ज़िंदगी' जिसमें उन लोगों की कहानी बताई...

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चौधरी चंदगीराम कालीरमण By DINESH KUMAR KEER

भारत के सर्वश्रेष्ठ पहलवान की पुण्य तिथि पर विशेष''चौधरी चंदगीराम कालीरमण'पुण्य तिथि पर चौधरी साहब को नमनओलंपियन, भारत केसरी, हिंद केसरी, अर्जुन अवॉर्डी, पदम श्री जैसे...

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रूही By Harsha meghnathi

रूही.. रूही... क्या कर रही हो तुम?हा अम्मी आई यही हु छत पे कपड़े सुखा रही हु अम्मी.अम्मी: नीचे आ देख तेरी बुआ आई हे. ( बूआ का नाम सुनते ही रुही के खिलखिलाते खूबसूरत चेहरे पर से मुस...

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अनिता By Ramesh Desai

अनिता - रंजन कुमार /रमेश देसाई मेकर भवन के सामने की गली अभी तो आधी ही पार की थी उसी वक़्त बोस की कडूई તે बात कानो में गूंजने लगी उस सेशेखर के दिल से आह निकल आई. उस को एक गीत याद आ ग...

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हाथी ने मारी छलांग By Rk Mishra

पालपुर गांव में एक किसान श्यामलाल रहता था । वह बहुत गरीब था, खेत तो था उसके पास परंतु उस खेत में अनाज न के बराबर उगता था। कभी बारिश ज्यादा हो जाती, कभी बारिश होती ही नहीं थी,कभी टि...

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जिंदगी के रंग हजार - 4 By Kishanlal Sharma

इमरजेंसीदेश पर इमरजेंसी थोपी गयी थी।कब लगी थी।यह उन लोगो के लिए जो 21 मार्च 1977 के बाद पैदा हुए पढ़ने या सुनने का विषय हो सकता है।लेकिन मेरे जैसे या मेरी जैसी उम्र के लोगो ने इसे अ...

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आस्था का चमत्कार By DINESH KUMAR KEER

आस्था का चमत्कारछोटी लड़की ने गुल्लक से सब सिक्के निकाले और उनको बटोर कर जेब में रख लिया ,निकल पड़ी घर से – पास ही केमिस्ट की दुकान थी उसके जीने धीरे - धीरे चढ़ गयी ।वो काउंटर के स...

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डेली मेड By saurabh dixit manas

दिल्ली जैसे बड़े शहरों की चमक धमक के पीछे भी एक ऐसी दुनिया है जिसे अभी भी बहुत से लोग अनजान हैं। यह एक लघु कथा सच्ची घटना पर आधारित है जो सन 2006 के आस पास हुई थी। हो सकता है बहुत...

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सुंदरता By DINESH KUMAR KEER

सुंदरता एक कौआ सोचने लगा कि पंछियों में मैं सबसे ज्यादा कुरूप हूँ । न तो मेरी आवाज ही अच्छी है , न ही मेरे पंख सुंदर हैं । मैं काला - कलूटा हूँ । ऐसा सोचने से उसके अंदर हीन भावना भ...

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दाता एक राम By Prafulla Kumar Tripathi

उस सुबह की प्रेयर के बाद धर्म चर्चा करते हुए फादर डिसूजा बोल रहे थे -"जीसस ने कहा है कि तुम तभी मेरे प्रभु के राज्य में प्रवेश कर पाओगे जब तुम छोटे बच्चे की भांति हो जाओ। ....अर्था...

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छू लो आसमान By संदीप सिंह (ईशू)

रागिनी के बारहवीं के एग्जाम हो चुके थे।अब इंतजार था तो परिक्षा फल का। घर मे दादा दादी, माँ पिता जी, चाचा लोग, सब की इच्छा थी कि अबकी रागिनी के हाथ पीले कर दिए जाए। रागिनी आगे पढ़ना...

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सच्ची भक्ति By DINESH KUMAR KEER

सच्ची भक्ति एक बहुत बड़े देश का राजा था उस के देश में एक गरीब सा आदमी रहता था। वो राजा को जब भी किसी बड़े आदमी से हाथ मिलाते देखता तो मन ये विचार लाता कि काश मैं भी राजा से हाथ मिला...

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उड़ान By DINESH KUMAR KEER

उड़ानबेटियाँ हैं इनको रोकिये मत कुछ करने दीजिये ...। पढ़ कर विचार जरूर करियेगा ...। ममता हमेशा अपनी कक्षा में प्रथम आती जिसे देखकर उसके माता - पिता खुशी से फूले नहीं समाते ...।उसके...

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कल के मुसहर By Prafulla Kumar Tripathi

बचपन में जब हमारे खेतोँ से गेहूं की फ़सल की मैनुअल कटाई हो जाती थी और उसे खेतों से गट्ठर बना कर खलिहान में पहुंचा दिया जाता था तो एक वर्ग विशेष के भूखे, नंगे, वस्त्रहीन बच्चे, महिला...

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क्षमा By DINESH KUMAR KEER

क्षमा एक सेठ जी ने अपने छोटे भाई को तीन लाख रूपये व्यापार के लिये दिये। उसका व्यापार बहुत अच्छा जम गया, लेकिन उसने रूपये बड़े भाई को वापस नहीं लौटाये।आखिर दोनों में झगड़ा हो गया, झग...

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कुबेर का घर By DINESH KUMAR KEER

कुबेर का घर एक साधु, विचित्र स्वभाव का था। वह बोलता कम था। उसके बोलने का ढंग भी अजीब था। उनकी माँग सुनकर सब लोग हँसते थे। कोई चिढ़ जाता था, तो कोई उसकी माँग सुनी अनुसनी कर अपने काम...

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पैसें की क़ीमत …. By Piyush Goel

एक क़स्बे में दो घनिष्ठ मित्र रहते थे,बात आज़ादी के तुरंत बाद की हैं,एक धनी था,एक इतना धनी नहीं था,रोज़ाना कमाना और गुजर बसर करना,पर दोस्ती की लोग मिसाल दिया करते थे.दोनों दोस्त अप...

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संतोषजनक जीवन By DINESH KUMAR KEER

संतोषजनक जीवनजेठ दुपहरी की चिलचिलाती धूप मे ...मैंने घर आकर जैसे ही फ्रिज खोला , इसमें से उठती भभक ने मेरे दिमाग को भभका दिया ..."इसे भी अभी खराब होना था... मै तिलमिलाया...पानी की...

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जब चींटी ने हाथी के दांत खट्टे कर दिए। By Anand Saxena

जब चीटी ने हाथी के दाँत खट्टे कर दिये ।बात द्वितीय विश्व युद्ध की है जब रूस के शासक स्टालिन ऊंचाइयों पर थे । बड़े शक्तिशाली़ विख्यात व प्रतिष्ठित थे फिनलैन्ड बहुत छोटा सा नवोदित रा...

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अनमोल रिश्तें By DINESH KUMAR KEER

कबूतरों का घोंसलाअशोक जी के दो पुत्रों में जायदाद और ज़मीन का बँटवारा चल रहा थाऔर एक चार बेड रूम के घर को लेकर विवाद गहराता जा रहा थाएकदिन दोनो भाई मरने मारने पर उतारू हो चले, तो प...

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सब कुछ पैसा ही नहीँ By Prafulla Kumar Tripathi

यह कहानी है वर्ष 1940 के आसपास की। सुल्तानपुर में भीटहा पंडित नाम से पंडितों का एक नामी गिरामी गाँव था। गाँव में कुछ अत्यंत ही प्रतिष्ठित परिवार बसे थे। लेकिन पढाई- लिखाई में उनकी...

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आई डोंट केयर By Prafulla Kumar Tripathi

"हाय ! आई एम नीहारिका !"अपनापरिचय देती हुई एक खूबसूरत महिला ने आगंतुक को हग कर लिया और उसको हाल में ले गई। शहर के कैंट एरिया में स्थित उस मशहूर क्लब में ढेर सारे सेलेब्रेटीज की उपस...

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क्रांतिकारी - राव तुलाराम By DINESH KUMAR KEER

क्रांतिकारी - राव तुलाराम... राजा राव तुलाराम , जिसकी 1857 की जंग देखकर दंग रह गए अंग्रेजसीबपुर के मैदान में हुई इस जंग में अंग्रेज जीत तो गए , लेकिन राव तुलाराम को नहीं पकड़ सके ,...

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ये लो पुस्तकें…. By Piyush Goel

“ये लो किताबें” पुरानी लाइब्रेरी में एक बूढ़े आदमी ने कहा ….मुझे बचपन से ही पुस्तकें पढ़ने का शौक़ रहा है,मेरे मम्मी पापा अच्छी तरह से जानते थे इसको पैसे दे दो, किताबें ज़रूर लेकर...

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पड़ाव By Sharovan

पड़ाव *** उसने रोहित को अपने दिल का भगवान और अपना देवता समझते हुए यद्दपि उसकी पूजा की थी। जीवन के हरेक नये दिन में अपने पवित्र प्रेम की माला से उसकी आरती उतारी थी, तो रोहित ने उसके...

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किसान और व्यापारी की कहानी By DINESH KUMAR KEER

*किसान और व्यापारी की कहानी* एक गांव में एक किसान रहता था. वह खेती करता था और मक्खन बेचकर अपना घर चलाता था. वह हर रोज शहर में मक्खन बेचने जाता था. एक व्यापारी को उसका मक्खन बहुत अच...

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भयानक भविष्य By Abhishek Joshi

बदलते  वक्त  के  साथ  टेकनोंलोजि  मे  भी  बहुत  बदलाव  आ  चुके  है  ।  जितनी  ज्यादा  टेकनोंलोजि  उतना  ज्यादा  खतरा  ।  यू  कहे  की  हमे  अब  टेकनोंलोजि  से  बचना  पड़ेगा ।  अगर  य...

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लोहार की कहानी By DINESH KUMAR KEER

लोहार की ईमानदारी1एक बढ़ई किसी गांव में काम करने गया, लेकिन वह अपना हथौड़ा साथ ले जाना भूल गया। उसने गांव के लोहार के पास जाकर कहा, 'मेरे लिए एक अच्छा सा हथौड़ा बना दो।मेरा हथौ...

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राधाजी की परीक्षा By DINESH KUMAR KEER

*राधाजी की परीक्षा* लीलाधारी भगवान कृष्ण की लीला अद्भुत है। एक बार तो श्रीराधाजी की प्रेम परीक्षा लेने के लिए नारी बन उनके महल में पहुँच गए। श्रीगर्ग संहिता में सुन्दर कृष्ण की कथा...

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स्वामी विवेकानंद By DINESH KUMAR KEER

भगवान का भरोसा........गर्मी की भरी दोपहरी का समय था , यात्री रेल गाड़ी के डिब्बे में परेशानी में बैठे थे |बहुत सारे अमीर यात्रियों के साथ एक साधू वेष धारी भी यात्रा कर रहा था |अमीर...

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हमारा क्या ...ना मायका ना ससुराल By Shalini Gautam

मायके में बेटी से अक्सर ये कहतें सुना गया है कि पराए घर जाना है,जरा ढंग से रहा करो, ससुराल आती है तो उसे सबसे सुना पड़ता है कि पराये घर से आयी है,ढंग में रहा करो ।आज तक मैं ये नहीं...

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दिल का दरवाजा By DINESH KUMAR KEER

"दिल का दरवाजा....लगभग तीन साल बाद अपने मायके आना हुआ था रानी का .....स्टेशन से टैक्सी लिए वह अपने मायके उस घर जल्द से जल्द पहुंचना चाहती थी जहां उसका जन्म हुआ जहां वह खेलते कूदते...

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मेरे जीवन साथी By DINESH KUMAR KEER

" मेरे जीवन साथी ...तुम बिन मैं कुछ नही ... सुधा ... मोहन ने सुधा का हाथ अपने हाथ मे लेके बोला ..." डाक्टर कहते है कि तुम मेरी बात नही सुन सकती पर मुझे पता है कि तुम मेरी बात ... म...

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सही राह By DINESH KUMAR KEER

एक व्यापारी जितना अमीर था उतना ही दान-पुण्य करने वाला, वह सदैव यज्ञ-पूजा आदि कराता रहता था।एक यज्ञ में उसने अपना सबकुछ दान कर दिया। अब उसके पास परिवार चलाने लायक भी पैसे नहीं बचे थ...

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अरविन्द बाबू By Prafulla Kumar Tripathi

हमलोगों के आदि पुरखा पं.देवदत्त राम त्रिपाठी थे।उनके पांच पुत्र हुए-पं.विशेषर राम,शंकर राम,चंदर राम,चतुर्भुज राम और राजाराम त्रिपाठी।विशेषर राम,चतुर्भुज राम और राजाराम की आगे की वं...

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लक्ष्मण रेखा By DINESH KUMAR KEER

लक्ष्मण रेखालक्ष्मण रेखा आप सभी जानते हैं पर इसका असली नाम शायद नहीं पता होगा । लक्ष्मण रेखा का नाम (सोमतिती विद्या है) यह भारत की प्राचीन विद्याओ में से जिसका अंतिम प्रयोग महाभारत...

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आनंद से जियो और आनंद से जीने दो. By Piyush Goel

एक मछुआरा रोज़ाना मछलियाँ बेच कर अपने परिवार का लालन पालन करता था, बात बहुत पुरानी हैं,एक दिन जैसे ही मछली पकड़ कर अपनी टोकरी में रख रहा था,एक मछली बहुत ज़ोर-ज़ोर से उछल कूद कर रही...

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कर्मफल By Mayank Saxena Honey

कर्मफल देश के एक बड़े समारोह के आयोजन का उत्तरदायित्व इस बार पंजिम (पणजी) प्रशासन के पास था। देश के एक से एक बड़े-बड़े उद्योगपति उस समारोह का हिस्सा बनने वाले थे। गोवा राज्यीय मीडिया...

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जन्मदिन By DINESH KUMAR KEER

((जन्मदिन))सासु माँ कब जाएँगी..“ बेटा सुन आज आते वक्त मेरा एक काम कर देगा?” दमयंती जी ने सोमेश से पूछा“ हाँ माँ बोलो ना क्या काम है?” सोमेश ने कहाउधर रसोई में काम करती रचिता मन ही...

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अजीब सा सुकून By DINESH KUMAR KEER

एक पिता पुत्र साथ-साथ टहलने निकले, वे दूर खेतों की तरफ निकल आये, तभी पुत्र ने देखा कि रास्ते में, पुराने हो चुके एक जोड़ी जूते उतरे पड़े हैं, जो संभवतः पास के खेत में काम कर रहे गर...

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बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय By DINESH KUMAR KEER

बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय की जन्मजयंती पर शत शत नमन...सुजलाम सुफलाम मलयजशीतलाम शस्यश्यामलाम्, मातरम्.........बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय बंगला के प्रख्यात उपन्यासकार, कवि, गद्यकार और प...

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बहन की चिट्ठी By DINESH KUMAR KEER

बहन की चिट्ठीबहन का मार्मिक पत्र ससुराल से:-नहीं चाहिए मुझको हिस्सा माँ-बाबा की दौलत में चाहे वो जो जो लिख जाएँ अपनी वसीयत मेंनहीं चाहिए मुझको झुमकाचूड़ी पायल और कंगन नहीं चाहिए अप...

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जय श्री राम By DINESH KUMAR KEER

जय श्री राम एक बार एक व्यक्ति को रास्ते में यमराज मिल गये वो व्यक्ति उन्हें पहचान नहीं सका। यमराज ने पीने के लिए व्यक्ति से पानी माँगा, बिना एक क्षण गंवाए उसने पानी पिला दिया। पानी...

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आत्म सन्तुष्टि By DINESH KUMAR KEER

"आत्मसन्तुष्टि...दो दिनों से उसके पेट में अन्न का एक दाना भी नही गया था... जिस भी हलवाई की दूकान के सामने जाता सब उसे दुत्कार देते... जब ज्यादा भूख सताती तो म्यूनिसपैलिटी के नल से...

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रिश्ता By DINESH KUMAR KEER

"रिश्ता ....रोज की तरह रात में अपना लेपटॉप लिए बिरजू बिस्तर के एक ओर बैठकर अपने आफिस के काम में व्यस्त था बिस्तर के दूसरी ओर उसकी पत्नी सुधा आराम से सो रही थी कि तभी एक नोटिफिकेशन...

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शिव - पार्वती का प्रेम By DINESH KUMAR KEER

सृष्टि की सर्वश्रेष्ठ प्रेमगाथा- शिव-पार्वती का प्रेम...माता पार्वती शिवजी की केवल अर्धांगिनी ही नहीं शिष्या भी बनीं। शिवजी से अनेक विषयों पर चर्चा करतीं।एक दिन पार्वतीजी ने पूछा-...

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एक ख़ूबसूरत रिश्ता By DINESH KUMAR KEER

एक ख़ूबसूरत रिश्तापति और पत्नी का रिश्ता पवित्र एहसासों की डोर के ताने बानें से बुना हुआ एक ख़ूबसूरत रिश्ता है। जिसमें एहसासों की मज़बूती रिश्ते की मज़बूती को तय करती है। ये एहसास...

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मंजिल अपनी अपनी - 7 By Awantika Palewale

चंदा बोली कितने खुश होंगे चाचा जब हम कहेंगे आपके प्रताप से ही खिलौना आया है! कल के दोनों कार्यक्रम आप ही की देखरेख में होंगे !हम आपको लेने आए हैं !पर वह आने से मना तो नहीं कर देंगे...

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The Monk Who Sold His Farrari By iQ Yogesh

जूलियन मेंटल एक सफल वकील था, जिनके पास सुख सुबिधा देने वाले सारे luxury चीजें थी | बड़ा बंगला, गाड़ी, जेट बिमान आदि का वो मालिक था | परन्तु उसका जीवन बहोत व्यस्त था, उसपर हमेसा काम क...

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वैज्ञानिक और शेर By Rajesh Rajesh

दिवाकर वैज्ञानिक कोलकाता शहर में रहता था, उसका बचपन एक अनाथ आश्रम में बीता था, दिवाकर पढ़ाई लिखाई में बहुत होशियार था इस वजह से पढ़ाई पूरी करने के बाद वह एक वैज्ञानिक बन गया था। दि...

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वीर योद्धा - बिरसा मुंडा By DINESH KUMAR KEER

बिरसा मुंडा जिन्होंने 25 साल की उम्र में कर दिए थे अंग्रेज़ों के दांत खट्टे (बीबीसी ने नई साप्ताहिक सिरीज़ शुरू की है 'छोटी उम्र बड़ी ज़िंदगी' जिसमें उन लोगों की कहानी बताई...

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चौधरी चंदगीराम कालीरमण By DINESH KUMAR KEER

भारत के सर्वश्रेष्ठ पहलवान की पुण्य तिथि पर विशेष''चौधरी चंदगीराम कालीरमण'पुण्य तिथि पर चौधरी साहब को नमनओलंपियन, भारत केसरी, हिंद केसरी, अर्जुन अवॉर्डी, पदम श्री जैसे...

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रूही By Harsha meghnathi

रूही.. रूही... क्या कर रही हो तुम?हा अम्मी आई यही हु छत पे कपड़े सुखा रही हु अम्मी.अम्मी: नीचे आ देख तेरी बुआ आई हे. ( बूआ का नाम सुनते ही रुही के खिलखिलाते खूबसूरत चेहरे पर से मुस...

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अनिता By Ramesh Desai

अनिता - रंजन कुमार /रमेश देसाई मेकर भवन के सामने की गली अभी तो आधी ही पार की थी उसी वक़्त बोस की कडूई તે बात कानो में गूंजने लगी उस सेशेखर के दिल से आह निकल आई. उस को एक गीत याद आ ग...

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हाथी ने मारी छलांग By Rk Mishra

पालपुर गांव में एक किसान श्यामलाल रहता था । वह बहुत गरीब था, खेत तो था उसके पास परंतु उस खेत में अनाज न के बराबर उगता था। कभी बारिश ज्यादा हो जाती, कभी बारिश होती ही नहीं थी,कभी टि...

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जिंदगी के रंग हजार - 4 By Kishanlal Sharma

इमरजेंसीदेश पर इमरजेंसी थोपी गयी थी।कब लगी थी।यह उन लोगो के लिए जो 21 मार्च 1977 के बाद पैदा हुए पढ़ने या सुनने का विषय हो सकता है।लेकिन मेरे जैसे या मेरी जैसी उम्र के लोगो ने इसे अ...

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आस्था का चमत्कार By DINESH KUMAR KEER

आस्था का चमत्कारछोटी लड़की ने गुल्लक से सब सिक्के निकाले और उनको बटोर कर जेब में रख लिया ,निकल पड़ी घर से – पास ही केमिस्ट की दुकान थी उसके जीने धीरे - धीरे चढ़ गयी ।वो काउंटर के स...

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डेली मेड By saurabh dixit manas

दिल्ली जैसे बड़े शहरों की चमक धमक के पीछे भी एक ऐसी दुनिया है जिसे अभी भी बहुत से लोग अनजान हैं। यह एक लघु कथा सच्ची घटना पर आधारित है जो सन 2006 के आस पास हुई थी। हो सकता है बहुत...

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सुंदरता By DINESH KUMAR KEER

सुंदरता एक कौआ सोचने लगा कि पंछियों में मैं सबसे ज्यादा कुरूप हूँ । न तो मेरी आवाज ही अच्छी है , न ही मेरे पंख सुंदर हैं । मैं काला - कलूटा हूँ । ऐसा सोचने से उसके अंदर हीन भावना भ...

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दाता एक राम By Prafulla Kumar Tripathi

उस सुबह की प्रेयर के बाद धर्म चर्चा करते हुए फादर डिसूजा बोल रहे थे -"जीसस ने कहा है कि तुम तभी मेरे प्रभु के राज्य में प्रवेश कर पाओगे जब तुम छोटे बच्चे की भांति हो जाओ। ....अर्था...

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छू लो आसमान By संदीप सिंह (ईशू)

रागिनी के बारहवीं के एग्जाम हो चुके थे।अब इंतजार था तो परिक्षा फल का। घर मे दादा दादी, माँ पिता जी, चाचा लोग, सब की इच्छा थी कि अबकी रागिनी के हाथ पीले कर दिए जाए। रागिनी आगे पढ़ना...

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सच्ची भक्ति By DINESH KUMAR KEER

सच्ची भक्ति एक बहुत बड़े देश का राजा था उस के देश में एक गरीब सा आदमी रहता था। वो राजा को जब भी किसी बड़े आदमी से हाथ मिलाते देखता तो मन ये विचार लाता कि काश मैं भी राजा से हाथ मिला...

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उड़ान By DINESH KUMAR KEER

उड़ानबेटियाँ हैं इनको रोकिये मत कुछ करने दीजिये ...। पढ़ कर विचार जरूर करियेगा ...। ममता हमेशा अपनी कक्षा में प्रथम आती जिसे देखकर उसके माता - पिता खुशी से फूले नहीं समाते ...।उसके...

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कल के मुसहर By Prafulla Kumar Tripathi

बचपन में जब हमारे खेतोँ से गेहूं की फ़सल की मैनुअल कटाई हो जाती थी और उसे खेतों से गट्ठर बना कर खलिहान में पहुंचा दिया जाता था तो एक वर्ग विशेष के भूखे, नंगे, वस्त्रहीन बच्चे, महिला...

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क्षमा By DINESH KUMAR KEER

क्षमा एक सेठ जी ने अपने छोटे भाई को तीन लाख रूपये व्यापार के लिये दिये। उसका व्यापार बहुत अच्छा जम गया, लेकिन उसने रूपये बड़े भाई को वापस नहीं लौटाये।आखिर दोनों में झगड़ा हो गया, झग...

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कुबेर का घर By DINESH KUMAR KEER

कुबेर का घर एक साधु, विचित्र स्वभाव का था। वह बोलता कम था। उसके बोलने का ढंग भी अजीब था। उनकी माँग सुनकर सब लोग हँसते थे। कोई चिढ़ जाता था, तो कोई उसकी माँग सुनी अनुसनी कर अपने काम...

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पैसें की क़ीमत …. By Piyush Goel

एक क़स्बे में दो घनिष्ठ मित्र रहते थे,बात आज़ादी के तुरंत बाद की हैं,एक धनी था,एक इतना धनी नहीं था,रोज़ाना कमाना और गुजर बसर करना,पर दोस्ती की लोग मिसाल दिया करते थे.दोनों दोस्त अप...

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संतोषजनक जीवन By DINESH KUMAR KEER

संतोषजनक जीवनजेठ दुपहरी की चिलचिलाती धूप मे ...मैंने घर आकर जैसे ही फ्रिज खोला , इसमें से उठती भभक ने मेरे दिमाग को भभका दिया ..."इसे भी अभी खराब होना था... मै तिलमिलाया...पानी की...

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जब चींटी ने हाथी के दांत खट्टे कर दिए। By Anand Saxena

जब चीटी ने हाथी के दाँत खट्टे कर दिये ।बात द्वितीय विश्व युद्ध की है जब रूस के शासक स्टालिन ऊंचाइयों पर थे । बड़े शक्तिशाली़ विख्यात व प्रतिष्ठित थे फिनलैन्ड बहुत छोटा सा नवोदित रा...

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अनमोल रिश्तें By DINESH KUMAR KEER

कबूतरों का घोंसलाअशोक जी के दो पुत्रों में जायदाद और ज़मीन का बँटवारा चल रहा थाऔर एक चार बेड रूम के घर को लेकर विवाद गहराता जा रहा थाएकदिन दोनो भाई मरने मारने पर उतारू हो चले, तो प...

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सब कुछ पैसा ही नहीँ By Prafulla Kumar Tripathi

यह कहानी है वर्ष 1940 के आसपास की। सुल्तानपुर में भीटहा पंडित नाम से पंडितों का एक नामी गिरामी गाँव था। गाँव में कुछ अत्यंत ही प्रतिष्ठित परिवार बसे थे। लेकिन पढाई- लिखाई में उनकी...

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आई डोंट केयर By Prafulla Kumar Tripathi

"हाय ! आई एम नीहारिका !"अपनापरिचय देती हुई एक खूबसूरत महिला ने आगंतुक को हग कर लिया और उसको हाल में ले गई। शहर के कैंट एरिया में स्थित उस मशहूर क्लब में ढेर सारे सेलेब्रेटीज की उपस...

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क्रांतिकारी - राव तुलाराम By DINESH KUMAR KEER

क्रांतिकारी - राव तुलाराम... राजा राव तुलाराम , जिसकी 1857 की जंग देखकर दंग रह गए अंग्रेजसीबपुर के मैदान में हुई इस जंग में अंग्रेज जीत तो गए , लेकिन राव तुलाराम को नहीं पकड़ सके ,...

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ये लो पुस्तकें…. By Piyush Goel

“ये लो किताबें” पुरानी लाइब्रेरी में एक बूढ़े आदमी ने कहा ….मुझे बचपन से ही पुस्तकें पढ़ने का शौक़ रहा है,मेरे मम्मी पापा अच्छी तरह से जानते थे इसको पैसे दे दो, किताबें ज़रूर लेकर...

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पड़ाव By Sharovan

पड़ाव *** उसने रोहित को अपने दिल का भगवान और अपना देवता समझते हुए यद्दपि उसकी पूजा की थी। जीवन के हरेक नये दिन में अपने पवित्र प्रेम की माला से उसकी आरती उतारी थी, तो रोहित ने उसके...

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किसान और व्यापारी की कहानी By DINESH KUMAR KEER

*किसान और व्यापारी की कहानी* एक गांव में एक किसान रहता था. वह खेती करता था और मक्खन बेचकर अपना घर चलाता था. वह हर रोज शहर में मक्खन बेचने जाता था. एक व्यापारी को उसका मक्खन बहुत अच...

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भयानक भविष्य By Abhishek Joshi

बदलते  वक्त  के  साथ  टेकनोंलोजि  मे  भी  बहुत  बदलाव  आ  चुके  है  ।  जितनी  ज्यादा  टेकनोंलोजि  उतना  ज्यादा  खतरा  ।  यू  कहे  की  हमे  अब  टेकनोंलोजि  से  बचना  पड़ेगा ।  अगर  य...

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लोहार की कहानी By DINESH KUMAR KEER

लोहार की ईमानदारी1एक बढ़ई किसी गांव में काम करने गया, लेकिन वह अपना हथौड़ा साथ ले जाना भूल गया। उसने गांव के लोहार के पास जाकर कहा, 'मेरे लिए एक अच्छा सा हथौड़ा बना दो।मेरा हथौ...

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राधाजी की परीक्षा By DINESH KUMAR KEER

*राधाजी की परीक्षा* लीलाधारी भगवान कृष्ण की लीला अद्भुत है। एक बार तो श्रीराधाजी की प्रेम परीक्षा लेने के लिए नारी बन उनके महल में पहुँच गए। श्रीगर्ग संहिता में सुन्दर कृष्ण की कथा...

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स्वामी विवेकानंद By DINESH KUMAR KEER

भगवान का भरोसा........गर्मी की भरी दोपहरी का समय था , यात्री रेल गाड़ी के डिब्बे में परेशानी में बैठे थे |बहुत सारे अमीर यात्रियों के साथ एक साधू वेष धारी भी यात्रा कर रहा था |अमीर...

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हमारा क्या ...ना मायका ना ससुराल By Shalini Gautam

मायके में बेटी से अक्सर ये कहतें सुना गया है कि पराए घर जाना है,जरा ढंग से रहा करो, ससुराल आती है तो उसे सबसे सुना पड़ता है कि पराये घर से आयी है,ढंग में रहा करो ।आज तक मैं ये नहीं...

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दिल का दरवाजा By DINESH KUMAR KEER

"दिल का दरवाजा....लगभग तीन साल बाद अपने मायके आना हुआ था रानी का .....स्टेशन से टैक्सी लिए वह अपने मायके उस घर जल्द से जल्द पहुंचना चाहती थी जहां उसका जन्म हुआ जहां वह खेलते कूदते...

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मेरे जीवन साथी By DINESH KUMAR KEER

" मेरे जीवन साथी ...तुम बिन मैं कुछ नही ... सुधा ... मोहन ने सुधा का हाथ अपने हाथ मे लेके बोला ..." डाक्टर कहते है कि तुम मेरी बात नही सुन सकती पर मुझे पता है कि तुम मेरी बात ... म...

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सही राह By DINESH KUMAR KEER

एक व्यापारी जितना अमीर था उतना ही दान-पुण्य करने वाला, वह सदैव यज्ञ-पूजा आदि कराता रहता था।एक यज्ञ में उसने अपना सबकुछ दान कर दिया। अब उसके पास परिवार चलाने लायक भी पैसे नहीं बचे थ...

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अरविन्द बाबू By Prafulla Kumar Tripathi

हमलोगों के आदि पुरखा पं.देवदत्त राम त्रिपाठी थे।उनके पांच पुत्र हुए-पं.विशेषर राम,शंकर राम,चंदर राम,चतुर्भुज राम और राजाराम त्रिपाठी।विशेषर राम,चतुर्भुज राम और राजाराम की आगे की वं...

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लक्ष्मण रेखा By DINESH KUMAR KEER

लक्ष्मण रेखालक्ष्मण रेखा आप सभी जानते हैं पर इसका असली नाम शायद नहीं पता होगा । लक्ष्मण रेखा का नाम (सोमतिती विद्या है) यह भारत की प्राचीन विद्याओ में से जिसका अंतिम प्रयोग महाभारत...

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आनंद से जियो और आनंद से जीने दो. By Piyush Goel

एक मछुआरा रोज़ाना मछलियाँ बेच कर अपने परिवार का लालन पालन करता था, बात बहुत पुरानी हैं,एक दिन जैसे ही मछली पकड़ कर अपनी टोकरी में रख रहा था,एक मछली बहुत ज़ोर-ज़ोर से उछल कूद कर रही...

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कर्मफल By Mayank Saxena Honey

कर्मफल देश के एक बड़े समारोह के आयोजन का उत्तरदायित्व इस बार पंजिम (पणजी) प्रशासन के पास था। देश के एक से एक बड़े-बड़े उद्योगपति उस समारोह का हिस्सा बनने वाले थे। गोवा राज्यीय मीडिया...

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जन्मदिन By DINESH KUMAR KEER

((जन्मदिन))सासु माँ कब जाएँगी..“ बेटा सुन आज आते वक्त मेरा एक काम कर देगा?” दमयंती जी ने सोमेश से पूछा“ हाँ माँ बोलो ना क्या काम है?” सोमेश ने कहाउधर रसोई में काम करती रचिता मन ही...

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अजीब सा सुकून By DINESH KUMAR KEER

एक पिता पुत्र साथ-साथ टहलने निकले, वे दूर खेतों की तरफ निकल आये, तभी पुत्र ने देखा कि रास्ते में, पुराने हो चुके एक जोड़ी जूते उतरे पड़े हैं, जो संभवतः पास के खेत में काम कर रहे गर...

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बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय By DINESH KUMAR KEER

बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय की जन्मजयंती पर शत शत नमन...सुजलाम सुफलाम मलयजशीतलाम शस्यश्यामलाम्, मातरम्.........बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय बंगला के प्रख्यात उपन्यासकार, कवि, गद्यकार और प...

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बहन की चिट्ठी By DINESH KUMAR KEER

बहन की चिट्ठीबहन का मार्मिक पत्र ससुराल से:-नहीं चाहिए मुझको हिस्सा माँ-बाबा की दौलत में चाहे वो जो जो लिख जाएँ अपनी वसीयत मेंनहीं चाहिए मुझको झुमकाचूड़ी पायल और कंगन नहीं चाहिए अप...

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जय श्री राम By DINESH KUMAR KEER

जय श्री राम एक बार एक व्यक्ति को रास्ते में यमराज मिल गये वो व्यक्ति उन्हें पहचान नहीं सका। यमराज ने पीने के लिए व्यक्ति से पानी माँगा, बिना एक क्षण गंवाए उसने पानी पिला दिया। पानी...

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आत्म सन्तुष्टि By DINESH KUMAR KEER

"आत्मसन्तुष्टि...दो दिनों से उसके पेट में अन्न का एक दाना भी नही गया था... जिस भी हलवाई की दूकान के सामने जाता सब उसे दुत्कार देते... जब ज्यादा भूख सताती तो म्यूनिसपैलिटी के नल से...

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रिश्ता By DINESH KUMAR KEER

"रिश्ता ....रोज की तरह रात में अपना लेपटॉप लिए बिरजू बिस्तर के एक ओर बैठकर अपने आफिस के काम में व्यस्त था बिस्तर के दूसरी ओर उसकी पत्नी सुधा आराम से सो रही थी कि तभी एक नोटिफिकेशन...

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शिव - पार्वती का प्रेम By DINESH KUMAR KEER

सृष्टि की सर्वश्रेष्ठ प्रेमगाथा- शिव-पार्वती का प्रेम...माता पार्वती शिवजी की केवल अर्धांगिनी ही नहीं शिष्या भी बनीं। शिवजी से अनेक विषयों पर चर्चा करतीं।एक दिन पार्वतीजी ने पूछा-...

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एक ख़ूबसूरत रिश्ता By DINESH KUMAR KEER

एक ख़ूबसूरत रिश्तापति और पत्नी का रिश्ता पवित्र एहसासों की डोर के ताने बानें से बुना हुआ एक ख़ूबसूरत रिश्ता है। जिसमें एहसासों की मज़बूती रिश्ते की मज़बूती को तय करती है। ये एहसास...

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मंजिल अपनी अपनी - 7 By Awantika Palewale

चंदा बोली कितने खुश होंगे चाचा जब हम कहेंगे आपके प्रताप से ही खिलौना आया है! कल के दोनों कार्यक्रम आप ही की देखरेख में होंगे !हम आपको लेने आए हैं !पर वह आने से मना तो नहीं कर देंगे...

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The Monk Who Sold His Farrari By iQ Yogesh

जूलियन मेंटल एक सफल वकील था, जिनके पास सुख सुबिधा देने वाले सारे luxury चीजें थी | बड़ा बंगला, गाड़ी, जेट बिमान आदि का वो मालिक था | परन्तु उसका जीवन बहोत व्यस्त था, उसपर हमेसा काम क...

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वैज्ञानिक और शेर By Rajesh Rajesh

दिवाकर वैज्ञानिक कोलकाता शहर में रहता था, उसका बचपन एक अनाथ आश्रम में बीता था, दिवाकर पढ़ाई लिखाई में बहुत होशियार था इस वजह से पढ़ाई पूरी करने के बाद वह एक वैज्ञानिक बन गया था। दि...

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