hindi Best Short Stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Short Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


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  • एक पहेली

    अग्ली मैन, विद अग्ली फेस, अग्ली माइंड एंड अग्ली हार्ट... ये दुष्ट नेहरू ने कहा थ...

  • लिव-इन - रिलेशनशिप

    फ्रेंडशिप कॉन्ट्रेक्ट व विवाह में क्या अन्तर है नीलम कुलश्रेष्ठ 13 अप्रैल 2015 क...

  • जुड़वा देश

    जुड़वां देश, एक गर्भ से एक वक्त में पैदाभारत-पाकिस्तान। एक ही आर्मी, एक कॉलेज से...

एक पहेली By ABHAY SINGH

अग्ली मैन, विद अग्ली फेस, अग्ली माइंड एंड अग्ली हार्ट... ये दुष्ट नेहरू ने कहा था। तब आजादी की बेला थी। नेहरू को नया पड़ोसी मिला था। एक प्रोपर्टी उनके और सरदार पटेल के सरकारी मकान...

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कठोर निर्णय By DINESH KUMAR KEER

एक प्रोफेसर अपनी क्लास में कहानी सुना रहे थे, जोकि इस प्रकार है –एक बार समुद्र के बीच में एक बड़े जहाज पर बड़ी दुर्घटना हो गयी. कप्तान ने शिप खाली करने का आदेश दिया.जहाज पर एक युवा द...

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लिव-इन - रिलेशनशिप By Neelam Kulshreshtha

फ्रेंडशिप कॉन्ट्रेक्ट व विवाह में क्या अन्तर है नीलम कुलश्रेष्ठ 13 अप्रैल 2015 को जस्टिस एम. वाय. इक़बाल और जस्टिस अमिताभ रॉय की बेंच ने 'लिव इन रिलेशनशिप' में रहने वाले परि...

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जुड़वा देश By ABHAY SINGH

जुड़वां देश, एक गर्भ से एक वक्त में पैदाभारत-पाकिस्तान। एक ही आर्मी, एक कॉलेज से प्रशिक्षित अफसर। परर पाकिस्तान में 3 मिलट्री तख्तापलट, भारत मे लोकतन्त्र फला।कभी सोचा क्यों?? आज सम...

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सकारात्मकता By DINESH KUMAR KEER

एक छोटे से खेत में एक जवान लड़का और उसके दादा मिट्टी खोद रहे थे। वे मिट्टी को पलट रहे थे, उसकी गांठों को तोड़ रहे थे ताकि मिट्टी उस वर्ष की बुवाई के लिए अच्छे से तैयार हो सके। उस क...

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प्राइमिनिस्टर गांधी By ABHAY SINGH

प्राइमिनिस्टर गांधी !!!!1924 बेलगाम अधिवेशन में गांधी कांग्रेस अध्यक्ष बने। अफ्रीका से आये उन्हें 10 साल हो गए थे। अब तक उनकी वो छवि बन चुकी थी, जो कांग्रेस के ढांचे से ऊपर थी।●●उन...

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अध्यापिका (एक प्यारा सा किस्सा) By DINESH KUMAR KEER

लड़कियों के एक विद्यालय में आई नई अध्यापिका बहुत खूबसूरत थी, बस उम्र थोड़ी अधिक हो रही थी लेकिन उसने अभी तक शादी नहीं की थी...सभी छात्राएं उसे देखकर तरह तरह के अनुमान लगाया करती थी...

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हीरू ओनेडा जापानी समुराई By ABHAY SINGH

ये हीरू ओनेडा हैं। जापान की इम्पीरियल आर्मी का सिपाही, जिसने जिंदगी के "30 साल" दूसरा विश्वयुद्ध लड़ते हुए गुजार दिए।●●दूसरे विश्वयुद्ध के पूर्व जापान में राजशाही, वस्तुतः एक फासिस...

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इंस्टालमेंट - 1 By Bharat(ભારત) Molker

इंस्टालमेंट कमरा छोटा है l एक पलंग, एक कुर्सी, एक तरफ की दीवाल पर बीचो-बीच, दीवाल की अंदर ही शेल्फ बना हुआ है, उस के अंदर कुछ किताबे, घड़ी, कुछ फ्रेम किए हुए फोटोग्राफ, भगवन के कुछ...

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मेरा पुनर्जन्म हुआ लेकिन बन गया कौआ!!! By [7P] RAVINDRA

मेरा पुनर्जन्म हुआ लेकिन बन गया कौआ!!! हम्म््् काश मैंने अपनो की बात मानी होती काश मैंने इस बारे में ठीक से सोचा होता.... मैं एक घोंसले में बैठे बैठे सोच रहा था रुको रुको रुको मैं...

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क्रोध By DINESH KUMAR KEER

एक राजा घने जंगल में भटक गया, राजा गर्मी और प्यास से व्याकुल हो गया।इधर उधर हर जगह तलाश करने पर भी उसे कहीं पानी नही मिला।प्यास से गला सूखा जा रहा था।तभी उसकी नजर एक वृक्ष पर पड़ी...

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डॉ भीमराव अंबेडकर By ABHAY SINGH

जब अंबेडकर बन गए पाकिस्तान की सम्विधान सभा के सदस्य - किस्मत इंसान को क्या क्या रंग दिखाती है। राजनीति और भी रंग दिखाती है। अंबेडकर राजनीति और किस्मत दोनो के बनाये अजीब हालात से गु...

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स्वतंत्रता सेनानी - गोपाल कुम्हार By DINESH KUMAR KEER

स्वतंत्रता सेनानी - गोपाल कुम्हारस्वतंत्रता सेनानी श्री बोध कुम्हार" जी का झारखंड में स्मारक /शिलालेखगोपाल कुम्हार जी - भारत को गुलामी की बेड़ियों से मुक्त कराने के लिए अंग्रेजों स...

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4 अप्रैल 1979 By ABHAY SINGH

4 अप्रेल 1979 की रात दो बजे.. पूर्व प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो फांसी के तख्ते पर खड़े थे। जेलर, घड़ी की सुइयों पर नजर टिकाए था। 2 बजकर 4 मिनट हुए, पांचवा मिनट शुरू हो चुका थ...

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हार या जीत By Suresh Chaudhary

कोर्ट का आदेश आने के साथ ही माधुरी के चेहरे पर विजयी मुस्कान लहराने लगी, मानव की ओर घृणा भरी नजरों से देखा, गर्दन सीधी हो गई, दोनों कंधे अकड़ के कारण सीधे तन गए। लेकिन मानव हारे हु...

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एक प्यारी सी बच्ची By DINESH KUMAR KEER

एक प्यारी सी बच्चीचालीस - बयालीस साल की घरेलू स्त्री थी सीमा जी का भरापूरा परिवार था । धन - धान्य की कोई कमी नहीं थी । सुधा भी ख़ुश ही थी अपने घर - संसार में , लेकिन कभी - कभी अचान...

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आसिफ़ अली By ABHAY SINGH

पहली फोटो उस बन्दे की है, जिसने भगतसिंह का केस लड़ा। इनका परिचय दूं.. इसके पहले एक मजेदार घटना बताता हूँ। 2020 में मैनें भक्तों की भीड़ पर रैंडम पत्थर फेंका। चार लोग चोटिल हुए। पूछ...

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बुढ़ापे का सहारा By DINESH KUMAR KEER

बुढ़ापे का सहारासीमा... आखिर बात क्या है कल से देख रहा हूं तुम बार - बार छत पर जाती हो ... कई बार छत से चढ़ते - उतरते हुए देखकर आखिरकार दिनेश जी ने अपनी पत्नी जानकी से पूछा ही लिया...

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बाप, खुद बाप बनने के बाद समझ आता है। By ABHAY SINGH

बाप, खुद बाप बनने के बाद समझ आता है। कहीं पढ़ा था,कि पिता-पुत्र के सम्बंध वक्त के साथ बदलते हैं। कम उम्र का बच्चा पिता को आइडोलाइज करता है, उसके जैसा बनना चाहता है। लेकिन निजी वैयक...

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चोपड़ चकल्लस By Yashwant Kothari

यशवन्त कोठारी  जयपुर की कई विशेषताएं हैं, जैसे दर्टीनेस दाऊ नेम इज जयपुर। कई बार जब जयपुर को देखता हूंख् तो यह समझ में नहीं आता कि जयपुर में गंदगी है या गंदगी में कहीं जयपुर छ...

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पिता का सम्मान By DINESH KUMAR KEER

" पितृ सम्मान "रात के दस बज रहे हैं और तुम अभी तक घर नहीं लौटे ... ? कल से तुम्हारा बाहर जाना बंद ... ! !यह कमरे में धुंंआ किस चीज का है ... ?सिगरेट का पैकेट ... ! !लगता है अब तुम्...

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रामदुलारी की तेरहवीं By Sonali Rawat

आकाश में काले बादल घुमड़ रहे थे ।किसी भी क्षण वर्षा हो सकती थी ।वर्षा की संभावना से मनुष्योंका समूह- “राम नाम सत्य है “ की गुहार लगाता जल्दी-जल्दी कदम बढ़ाता शमशान की ओर जा रहा था।...

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द ऐक्सप्लोडिंग मैंगोज़ By ABHAY SINGH

नेताओ को आम खाने का शौक होता है।काटकर, चूसकर, छीलकर..आम, और अवाम को खाने वाले नेताओं ने हमारे बीच काफी गहरी लकीरें बनाई।जो ऐसी खाई में तब्दील हुई कि आम आदमी, उसमें धंसकर रह गया। जि...

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अनमोल धरोहर By DINESH KUMAR KEER

अनमोल धरोहरडैडी... आज आपके रखें नये ड्राइवर ने मेरे साथ बदतमीजी की ... देर शाम लौटी जांहवी ने अपने पापा को बाहर हाल में बैठे हुए देखकर शिकायती लिहाजे में कहा...क्या ... उसकी ये हिम...

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सिमटते क्षेत्रीय दल, सिमटता लोकतन्त्र By ABHAY SINGH

सिमटते क्षेत्रीय दल, सिमटता लोकतन्त्र..90 का दशक,कांग्रेस के बिखराव का दौर रहा है। आखरी कांग्रेस सरकार 1985 में बनी। फिर गठबन्धन सरकारों का युग आया। ●●नरसिंहराव सरकार, अनेक छोटे दल...

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सावित्री और सत्यवान की कहानी By DINESH KUMAR KEER

सावित्री को अपने पिता की चेतावनी बार बार स्मरण हो उठती, उसने गिनती लगाई, आज मास का अंतिम दिवस है। तपस्या और प्रेम की परीक्षा का आखिरी पड़ाव आ पहुँचा था। अंधे सास ससुर को खाना खिलाकर...

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समय के साथ बदलाव By ABHAY SINGH

समय के साथ चलिए वरना....1998 में Kodak में 1,70,000 कर्मचारी काम करते थे और वो दुनिया का 85% फ़ोटो पेपर बेचते थे..चंद सालों में ही Digital photography ने उनको बाज़ार से बाहर कर दिय...

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रास बिहारी बोस By DINESH KUMAR KEER

रास बिहारी बोस की पुण्य तिथि पर कोटि कोटि नमन...Rash Bihari Bose: रास बिहारी ने Subhash Chandra Bose को बनाकर दी आजाद हिंद फौज | Jharokha 30 Augमहान स्वतंत्रता सेनानी रास बिहारी बो...

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गृहमंत्री की बेटी By ABHAY SINGH

गृहमंत्री की बेटी किडनैप हो गयी!!! "राजा नही फकीर है, देश की तकदीर है" के नारे के साथ वीपी के जनता दल ने 140 सीटें जीत ली। कांग्रेस 195 सीट के साथ पहले नम्बर पर रही। लेकिन कहाँ 415...

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मुस्कुराहट का कर्ज़ By Sonali Rawat

"अरे आगे जाओ बाबा।"कार से उतरते हुए आनंद के कानों में आवाज आई तो उसकी निगाहें उस बूढ़े व्यक्ति की तरफ उठ गई जो किसी से खाना खिला देने को कह रहा था। आनंद की स्मृतियों में उस बूढ़े को...

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कुंवर चैन सिंह By DINESH KUMAR KEER

कुंवर चैन सिंह मध्य प्रदेश में भोपाल के निकट स्थित नरसिंहगढ़ रियासत के राजकुमार थे, जो 24 जुलाई 1824 को अंग्रेजों के विरुद्ध लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए। 1857 के सशस्त्र स्वाधी...

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सुबह की सैर By Dr Jaya Shankar Shukla

*आज सुबह "morning walk" पर,एक व्यक्ति को देखा* मुझ से आधा "किलोमीटर" आगे था।अंदाज़ा लगाया कि, मुझ से थोड़ा "धीरे" ही भाग रहा था। एक अजीब सी "खुशी" मिली। मैं पकड़ लूंगा उसे, और यकीन...

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रानी चेन्नम्मा By DINESH KUMAR KEER

रानी चेन्नम्मा के साहस एवं उनकी वीरता के कारण देश के विभिन्न हिस्सों खासकर कर्नाटक में उन्हें विशेष सम्मान हासिल है और उनका नाम आदर के साथ लिया जाता है।कित्तूर का पतन शुरु होने का...

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संस्मरण (मेरे जीवन का अविस्मरणीय क्षण) By उषा जरवाल

 शीर्षक – गलतफ़हमी बनी सीख   बात उन दिनों की है जब मैं पाँचवी कक्षा में पढ़ती थी | मेरे गाँव का प्राथमिक विद्यालय नदी के पार था | नदी पर एक छोटा – सा पुल बना हुआ था जिसे पार करके हम...

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लाल किले के प्राचीर से By bhagirath

 लाल किले के प्राचीर से       लाल किले के प्राचीर से इस बार भी सपने दिखाए गए । जनता को लुभाने के लिए नये-नये सपने बुने गए। लोगों की आँखों में सपने तैरे और फिर तालियों की गड़गड़ाहट के...

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मास्टर सूर्यसेन By DINESH KUMAR KEER

सूर्य सेन (22 मार्च 1894 — 12 जनवरी 1934) भारत की स्वतंत्रता संग्राम के महान क्रान्तिकारी थे। उन्होने इंडियन रिपब्लिकन आर्मी की स्थापना की और चटगांव विद्रोह का सफल नेतृत्व किया। वे...

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चिठ्ठी By DINESH KUMAR KEER

एक गाँव के एक उच्चवर्गीय बूढ़े पिता ने अपने पुत्रों के नाम एक चिट्ठी लिखकर खुद को गोली मार ली। चिट्टी क्यों लिखी और क्या लिखा। यह जानने से पहले संक्षेप में चिट्टी लिखने की पृष्ठभूम...

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सोते वक्त By bhagirath

सोते वक्त   कमरे में दो चारपाईयाँ बिछी हैं। बीच में एक दहकती हुई अंगीठी कमरे को गर्म कर रही है। एक चारपाई पर बूढ़ा और दूसरी पर बुढिया रजाई ओढ़ कर बैठे हुए हैं। वे यदाकदा हाथ अंगीठी क...

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दोस्तों, ख़ुशियाँ बाँटते चलो …. By Piyush Goel

हरगढ़ के राजा बड़े ही दयालु,धार्मिक व्यक्ति थे. अपनी प्रजा का बहुत ही ध्यान रखते थे, समय-समय पर लोगों से मिलना, प्रजा भी राजा से बहुत ही खुश रहती थी. समय-समय पर राजा धार्मिक आयोजन...

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क्रांतिकारी - शिवराम हरि राजगुरु By DINESH KUMAR KEER

अमर शहीद क्रांतिकारी शिवराम हरि राजगुरु मातृभूमि की स्वतंत्रता के लिए अपना सर्वस्व अर्पण करने वाले महान क्रांतिकारी अमर शहीद "शिवराम राजगुरु जी" की जयंती (24 अगस्त) पर मैं उन्हें श...

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मन माखन By DINESH KUMAR KEER

मन माखन माखन क्या है ? मन ही माखन है. भगवान को मन रूपी माखन का भोग लगाना है. क्योकि भोग तो भगवान लगाते है भक्त तो प्रसाद ग्रहण करता है, इसलिए हम भोक्ता न बने, बस मन माखन जैसा कोमल...

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तांगेवाला By Rajesh Rajesh

नेतराम तांगेवाला बस अड्डे से यात्रियों को आस पास के गांव में छोड़ता और लाता था। तांगा घोड़ा ही उसकी रोजी-रोटी थी।नेतराम वैसे तो मेहनती ईमानदार पुरुष था, लेकिन उसके अंदर एक बहुत बड़...

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नल और दमयन्ती की कहानी By DINESH KUMAR KEER

नल-दमयंती कथा महाभारत महाकाव्य, में एक प्रसंग के अनुसार नल और दमयन्ती की कथा महाराज युधिष्ठिर को सुनाई गई थी।युधिष्ठिर को जुए में अपना सब-कुछ गँवा कर अपने भाइयों के साथ 12 वर्ष के...

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छोटी सी मजाक By Rajesh Rajesh

सिकंदर दिल्ली में सरकारी नौकरी करता था, वह जब भी अपने गांव आता था, तो अपने बचपन के दोस्त रामफल और उसके परिवार के लिए दिल्ली से कुछ ना कुछ खाने पीने की चीज या अन्य कोई सामान लेकर जर...

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फूलों का महत्व By DINESH KUMAR KEER

पूजा और फूल हम बचपन से देखते आए हैं कि हमारे बड़े- बुजुर्ग भगवान की पूजा के लिए घर की क्यारी से फूल चुनते रहे...पूजा में इन फूलों की क्या उपयोगिता है,आज हमने इसी विषय पर लिखने की क...

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मंजूर था By Abhishek Joshi

सोचा  की  एक  बार  तुजे  रोक लू  ।  तुजसे  बात  करना  मोहब्बत  के  लिए  जरूरी था ।। १ ।।      है   अन-गिनत  गलत फहमी  हमारे  बीच ।  उसे भी मिटाना  बहुत  जरूरी  था ।। २ ।।     पर  न...

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लाडली दान .... By Lotus

लाडली यानी बेटी अपने माता पिता की लाडली होती है एक बेटी विवाह के पुर्व अपना सारा सुख दुख अपने माता पिपा पर छोड देती है ...कभी सरल कभी भोली और रूठकर अपने माता पिता से अपना सारा जिद...

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सत्य इतिहास - भाग 1 - कौन है पुंजा ? By Ritin Pundir

कई वर्षों से देश मे एक नैरेटिव सेट कर दिया गया कि, की राणा पूंजा एक भील थे. जो सभी ने आसानी से मान लिया . जबकिं राणा पूंजा ,भीलों की सेना प्रतिनिधित्व करते थे, भीलों के राणा थे, ना...

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एक अनोखी कहानी By DINESH KUMAR KEER

थोड़ी शर्म करो जी...कहते हैं... किसी के घर की साफ़ सफाई के बारे में जानना हो तो उसका वाशरूम देखिये। और किसी के दिल को देखना हो तो उसके घर के बर्तनों और खिलाने के अंदाज को देखिये।अपने...

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डाकू और मजदूर की कहानी By DINESH KUMAR KEER

डाकू और मजदूर की कहानीमुश्किल समय में धैर्य नहीं खोना चाहिए एक बार एक व्यक्ति दिन भर मजदूरी करके पैसे कमाने के पश्चात अपने घर की तरफ जा रहा था। सर्दियों के दिन थे और शाम ढल चुकी थी...

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एक पहेली By ABHAY SINGH

अग्ली मैन, विद अग्ली फेस, अग्ली माइंड एंड अग्ली हार्ट... ये दुष्ट नेहरू ने कहा था। तब आजादी की बेला थी। नेहरू को नया पड़ोसी मिला था। एक प्रोपर्टी उनके और सरदार पटेल के सरकारी मकान...

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कठोर निर्णय By DINESH KUMAR KEER

एक प्रोफेसर अपनी क्लास में कहानी सुना रहे थे, जोकि इस प्रकार है –एक बार समुद्र के बीच में एक बड़े जहाज पर बड़ी दुर्घटना हो गयी. कप्तान ने शिप खाली करने का आदेश दिया.जहाज पर एक युवा द...

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लिव-इन - रिलेशनशिप By Neelam Kulshreshtha

फ्रेंडशिप कॉन्ट्रेक्ट व विवाह में क्या अन्तर है नीलम कुलश्रेष्ठ 13 अप्रैल 2015 को जस्टिस एम. वाय. इक़बाल और जस्टिस अमिताभ रॉय की बेंच ने 'लिव इन रिलेशनशिप' में रहने वाले परि...

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जुड़वा देश By ABHAY SINGH

जुड़वां देश, एक गर्भ से एक वक्त में पैदाभारत-पाकिस्तान। एक ही आर्मी, एक कॉलेज से प्रशिक्षित अफसर। परर पाकिस्तान में 3 मिलट्री तख्तापलट, भारत मे लोकतन्त्र फला।कभी सोचा क्यों?? आज सम...

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सकारात्मकता By DINESH KUMAR KEER

एक छोटे से खेत में एक जवान लड़का और उसके दादा मिट्टी खोद रहे थे। वे मिट्टी को पलट रहे थे, उसकी गांठों को तोड़ रहे थे ताकि मिट्टी उस वर्ष की बुवाई के लिए अच्छे से तैयार हो सके। उस क...

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प्राइमिनिस्टर गांधी By ABHAY SINGH

प्राइमिनिस्टर गांधी !!!!1924 बेलगाम अधिवेशन में गांधी कांग्रेस अध्यक्ष बने। अफ्रीका से आये उन्हें 10 साल हो गए थे। अब तक उनकी वो छवि बन चुकी थी, जो कांग्रेस के ढांचे से ऊपर थी।●●उन...

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अध्यापिका (एक प्यारा सा किस्सा) By DINESH KUMAR KEER

लड़कियों के एक विद्यालय में आई नई अध्यापिका बहुत खूबसूरत थी, बस उम्र थोड़ी अधिक हो रही थी लेकिन उसने अभी तक शादी नहीं की थी...सभी छात्राएं उसे देखकर तरह तरह के अनुमान लगाया करती थी...

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हीरू ओनेडा जापानी समुराई By ABHAY SINGH

ये हीरू ओनेडा हैं। जापान की इम्पीरियल आर्मी का सिपाही, जिसने जिंदगी के "30 साल" दूसरा विश्वयुद्ध लड़ते हुए गुजार दिए।●●दूसरे विश्वयुद्ध के पूर्व जापान में राजशाही, वस्तुतः एक फासिस...

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इंस्टालमेंट - 1 By Bharat(ભારત) Molker

इंस्टालमेंट कमरा छोटा है l एक पलंग, एक कुर्सी, एक तरफ की दीवाल पर बीचो-बीच, दीवाल की अंदर ही शेल्फ बना हुआ है, उस के अंदर कुछ किताबे, घड़ी, कुछ फ्रेम किए हुए फोटोग्राफ, भगवन के कुछ...

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मेरा पुनर्जन्म हुआ लेकिन बन गया कौआ!!! By [7P] RAVINDRA

मेरा पुनर्जन्म हुआ लेकिन बन गया कौआ!!! हम्म््् काश मैंने अपनो की बात मानी होती काश मैंने इस बारे में ठीक से सोचा होता.... मैं एक घोंसले में बैठे बैठे सोच रहा था रुको रुको रुको मैं...

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क्रोध By DINESH KUMAR KEER

एक राजा घने जंगल में भटक गया, राजा गर्मी और प्यास से व्याकुल हो गया।इधर उधर हर जगह तलाश करने पर भी उसे कहीं पानी नही मिला।प्यास से गला सूखा जा रहा था।तभी उसकी नजर एक वृक्ष पर पड़ी...

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डॉ भीमराव अंबेडकर By ABHAY SINGH

जब अंबेडकर बन गए पाकिस्तान की सम्विधान सभा के सदस्य - किस्मत इंसान को क्या क्या रंग दिखाती है। राजनीति और भी रंग दिखाती है। अंबेडकर राजनीति और किस्मत दोनो के बनाये अजीब हालात से गु...

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स्वतंत्रता सेनानी - गोपाल कुम्हार By DINESH KUMAR KEER

स्वतंत्रता सेनानी - गोपाल कुम्हारस्वतंत्रता सेनानी श्री बोध कुम्हार" जी का झारखंड में स्मारक /शिलालेखगोपाल कुम्हार जी - भारत को गुलामी की बेड़ियों से मुक्त कराने के लिए अंग्रेजों स...

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4 अप्रैल 1979 By ABHAY SINGH

4 अप्रेल 1979 की रात दो बजे.. पूर्व प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो फांसी के तख्ते पर खड़े थे। जेलर, घड़ी की सुइयों पर नजर टिकाए था। 2 बजकर 4 मिनट हुए, पांचवा मिनट शुरू हो चुका थ...

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हार या जीत By Suresh Chaudhary

कोर्ट का आदेश आने के साथ ही माधुरी के चेहरे पर विजयी मुस्कान लहराने लगी, मानव की ओर घृणा भरी नजरों से देखा, गर्दन सीधी हो गई, दोनों कंधे अकड़ के कारण सीधे तन गए। लेकिन मानव हारे हु...

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एक प्यारी सी बच्ची By DINESH KUMAR KEER

एक प्यारी सी बच्चीचालीस - बयालीस साल की घरेलू स्त्री थी सीमा जी का भरापूरा परिवार था । धन - धान्य की कोई कमी नहीं थी । सुधा भी ख़ुश ही थी अपने घर - संसार में , लेकिन कभी - कभी अचान...

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आसिफ़ अली By ABHAY SINGH

पहली फोटो उस बन्दे की है, जिसने भगतसिंह का केस लड़ा। इनका परिचय दूं.. इसके पहले एक मजेदार घटना बताता हूँ। 2020 में मैनें भक्तों की भीड़ पर रैंडम पत्थर फेंका। चार लोग चोटिल हुए। पूछ...

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बुढ़ापे का सहारा By DINESH KUMAR KEER

बुढ़ापे का सहारासीमा... आखिर बात क्या है कल से देख रहा हूं तुम बार - बार छत पर जाती हो ... कई बार छत से चढ़ते - उतरते हुए देखकर आखिरकार दिनेश जी ने अपनी पत्नी जानकी से पूछा ही लिया...

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बाप, खुद बाप बनने के बाद समझ आता है। By ABHAY SINGH

बाप, खुद बाप बनने के बाद समझ आता है। कहीं पढ़ा था,कि पिता-पुत्र के सम्बंध वक्त के साथ बदलते हैं। कम उम्र का बच्चा पिता को आइडोलाइज करता है, उसके जैसा बनना चाहता है। लेकिन निजी वैयक...

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चोपड़ चकल्लस By Yashwant Kothari

यशवन्त कोठारी  जयपुर की कई विशेषताएं हैं, जैसे दर्टीनेस दाऊ नेम इज जयपुर। कई बार जब जयपुर को देखता हूंख् तो यह समझ में नहीं आता कि जयपुर में गंदगी है या गंदगी में कहीं जयपुर छ...

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पिता का सम्मान By DINESH KUMAR KEER

" पितृ सम्मान "रात के दस बज रहे हैं और तुम अभी तक घर नहीं लौटे ... ? कल से तुम्हारा बाहर जाना बंद ... ! !यह कमरे में धुंंआ किस चीज का है ... ?सिगरेट का पैकेट ... ! !लगता है अब तुम्...

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रामदुलारी की तेरहवीं By Sonali Rawat

आकाश में काले बादल घुमड़ रहे थे ।किसी भी क्षण वर्षा हो सकती थी ।वर्षा की संभावना से मनुष्योंका समूह- “राम नाम सत्य है “ की गुहार लगाता जल्दी-जल्दी कदम बढ़ाता शमशान की ओर जा रहा था।...

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द ऐक्सप्लोडिंग मैंगोज़ By ABHAY SINGH

नेताओ को आम खाने का शौक होता है।काटकर, चूसकर, छीलकर..आम, और अवाम को खाने वाले नेताओं ने हमारे बीच काफी गहरी लकीरें बनाई।जो ऐसी खाई में तब्दील हुई कि आम आदमी, उसमें धंसकर रह गया। जि...

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अनमोल धरोहर By DINESH KUMAR KEER

अनमोल धरोहरडैडी... आज आपके रखें नये ड्राइवर ने मेरे साथ बदतमीजी की ... देर शाम लौटी जांहवी ने अपने पापा को बाहर हाल में बैठे हुए देखकर शिकायती लिहाजे में कहा...क्या ... उसकी ये हिम...

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सिमटते क्षेत्रीय दल, सिमटता लोकतन्त्र By ABHAY SINGH

सिमटते क्षेत्रीय दल, सिमटता लोकतन्त्र..90 का दशक,कांग्रेस के बिखराव का दौर रहा है। आखरी कांग्रेस सरकार 1985 में बनी। फिर गठबन्धन सरकारों का युग आया। ●●नरसिंहराव सरकार, अनेक छोटे दल...

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सावित्री और सत्यवान की कहानी By DINESH KUMAR KEER

सावित्री को अपने पिता की चेतावनी बार बार स्मरण हो उठती, उसने गिनती लगाई, आज मास का अंतिम दिवस है। तपस्या और प्रेम की परीक्षा का आखिरी पड़ाव आ पहुँचा था। अंधे सास ससुर को खाना खिलाकर...

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समय के साथ बदलाव By ABHAY SINGH

समय के साथ चलिए वरना....1998 में Kodak में 1,70,000 कर्मचारी काम करते थे और वो दुनिया का 85% फ़ोटो पेपर बेचते थे..चंद सालों में ही Digital photography ने उनको बाज़ार से बाहर कर दिय...

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रास बिहारी बोस By DINESH KUMAR KEER

रास बिहारी बोस की पुण्य तिथि पर कोटि कोटि नमन...Rash Bihari Bose: रास बिहारी ने Subhash Chandra Bose को बनाकर दी आजाद हिंद फौज | Jharokha 30 Augमहान स्वतंत्रता सेनानी रास बिहारी बो...

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गृहमंत्री की बेटी By ABHAY SINGH

गृहमंत्री की बेटी किडनैप हो गयी!!! "राजा नही फकीर है, देश की तकदीर है" के नारे के साथ वीपी के जनता दल ने 140 सीटें जीत ली। कांग्रेस 195 सीट के साथ पहले नम्बर पर रही। लेकिन कहाँ 415...

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मुस्कुराहट का कर्ज़ By Sonali Rawat

"अरे आगे जाओ बाबा।"कार से उतरते हुए आनंद के कानों में आवाज आई तो उसकी निगाहें उस बूढ़े व्यक्ति की तरफ उठ गई जो किसी से खाना खिला देने को कह रहा था। आनंद की स्मृतियों में उस बूढ़े को...

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कुंवर चैन सिंह By DINESH KUMAR KEER

कुंवर चैन सिंह मध्य प्रदेश में भोपाल के निकट स्थित नरसिंहगढ़ रियासत के राजकुमार थे, जो 24 जुलाई 1824 को अंग्रेजों के विरुद्ध लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए। 1857 के सशस्त्र स्वाधी...

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सुबह की सैर By Dr Jaya Shankar Shukla

*आज सुबह "morning walk" पर,एक व्यक्ति को देखा* मुझ से आधा "किलोमीटर" आगे था।अंदाज़ा लगाया कि, मुझ से थोड़ा "धीरे" ही भाग रहा था। एक अजीब सी "खुशी" मिली। मैं पकड़ लूंगा उसे, और यकीन...

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रानी चेन्नम्मा By DINESH KUMAR KEER

रानी चेन्नम्मा के साहस एवं उनकी वीरता के कारण देश के विभिन्न हिस्सों खासकर कर्नाटक में उन्हें विशेष सम्मान हासिल है और उनका नाम आदर के साथ लिया जाता है।कित्तूर का पतन शुरु होने का...

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संस्मरण (मेरे जीवन का अविस्मरणीय क्षण) By उषा जरवाल

 शीर्षक – गलतफ़हमी बनी सीख   बात उन दिनों की है जब मैं पाँचवी कक्षा में पढ़ती थी | मेरे गाँव का प्राथमिक विद्यालय नदी के पार था | नदी पर एक छोटा – सा पुल बना हुआ था जिसे पार करके हम...

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लाल किले के प्राचीर से By bhagirath

 लाल किले के प्राचीर से       लाल किले के प्राचीर से इस बार भी सपने दिखाए गए । जनता को लुभाने के लिए नये-नये सपने बुने गए। लोगों की आँखों में सपने तैरे और फिर तालियों की गड़गड़ाहट के...

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मास्टर सूर्यसेन By DINESH KUMAR KEER

सूर्य सेन (22 मार्च 1894 — 12 जनवरी 1934) भारत की स्वतंत्रता संग्राम के महान क्रान्तिकारी थे। उन्होने इंडियन रिपब्लिकन आर्मी की स्थापना की और चटगांव विद्रोह का सफल नेतृत्व किया। वे...

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चिठ्ठी By DINESH KUMAR KEER

एक गाँव के एक उच्चवर्गीय बूढ़े पिता ने अपने पुत्रों के नाम एक चिट्ठी लिखकर खुद को गोली मार ली। चिट्टी क्यों लिखी और क्या लिखा। यह जानने से पहले संक्षेप में चिट्टी लिखने की पृष्ठभूम...

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सोते वक्त By bhagirath

सोते वक्त   कमरे में दो चारपाईयाँ बिछी हैं। बीच में एक दहकती हुई अंगीठी कमरे को गर्म कर रही है। एक चारपाई पर बूढ़ा और दूसरी पर बुढिया रजाई ओढ़ कर बैठे हुए हैं। वे यदाकदा हाथ अंगीठी क...

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दोस्तों, ख़ुशियाँ बाँटते चलो …. By Piyush Goel

हरगढ़ के राजा बड़े ही दयालु,धार्मिक व्यक्ति थे. अपनी प्रजा का बहुत ही ध्यान रखते थे, समय-समय पर लोगों से मिलना, प्रजा भी राजा से बहुत ही खुश रहती थी. समय-समय पर राजा धार्मिक आयोजन...

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क्रांतिकारी - शिवराम हरि राजगुरु By DINESH KUMAR KEER

अमर शहीद क्रांतिकारी शिवराम हरि राजगुरु मातृभूमि की स्वतंत्रता के लिए अपना सर्वस्व अर्पण करने वाले महान क्रांतिकारी अमर शहीद "शिवराम राजगुरु जी" की जयंती (24 अगस्त) पर मैं उन्हें श...

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मन माखन By DINESH KUMAR KEER

मन माखन माखन क्या है ? मन ही माखन है. भगवान को मन रूपी माखन का भोग लगाना है. क्योकि भोग तो भगवान लगाते है भक्त तो प्रसाद ग्रहण करता है, इसलिए हम भोक्ता न बने, बस मन माखन जैसा कोमल...

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तांगेवाला By Rajesh Rajesh

नेतराम तांगेवाला बस अड्डे से यात्रियों को आस पास के गांव में छोड़ता और लाता था। तांगा घोड़ा ही उसकी रोजी-रोटी थी।नेतराम वैसे तो मेहनती ईमानदार पुरुष था, लेकिन उसके अंदर एक बहुत बड़...

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नल और दमयन्ती की कहानी By DINESH KUMAR KEER

नल-दमयंती कथा महाभारत महाकाव्य, में एक प्रसंग के अनुसार नल और दमयन्ती की कथा महाराज युधिष्ठिर को सुनाई गई थी।युधिष्ठिर को जुए में अपना सब-कुछ गँवा कर अपने भाइयों के साथ 12 वर्ष के...

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छोटी सी मजाक By Rajesh Rajesh

सिकंदर दिल्ली में सरकारी नौकरी करता था, वह जब भी अपने गांव आता था, तो अपने बचपन के दोस्त रामफल और उसके परिवार के लिए दिल्ली से कुछ ना कुछ खाने पीने की चीज या अन्य कोई सामान लेकर जर...

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फूलों का महत्व By DINESH KUMAR KEER

पूजा और फूल हम बचपन से देखते आए हैं कि हमारे बड़े- बुजुर्ग भगवान की पूजा के लिए घर की क्यारी से फूल चुनते रहे...पूजा में इन फूलों की क्या उपयोगिता है,आज हमने इसी विषय पर लिखने की क...

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मंजूर था By Abhishek Joshi

सोचा  की  एक  बार  तुजे  रोक लू  ।  तुजसे  बात  करना  मोहब्बत  के  लिए  जरूरी था ।। १ ।।      है   अन-गिनत  गलत फहमी  हमारे  बीच ।  उसे भी मिटाना  बहुत  जरूरी  था ।। २ ।।     पर  न...

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लाडली दान .... By Lotus

लाडली यानी बेटी अपने माता पिता की लाडली होती है एक बेटी विवाह के पुर्व अपना सारा सुख दुख अपने माता पिपा पर छोड देती है ...कभी सरल कभी भोली और रूठकर अपने माता पिता से अपना सारा जिद...

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सत्य इतिहास - भाग 1 - कौन है पुंजा ? By Ritin Pundir

कई वर्षों से देश मे एक नैरेटिव सेट कर दिया गया कि, की राणा पूंजा एक भील थे. जो सभी ने आसानी से मान लिया . जबकिं राणा पूंजा ,भीलों की सेना प्रतिनिधित्व करते थे, भीलों के राणा थे, ना...

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एक अनोखी कहानी By DINESH KUMAR KEER

थोड़ी शर्म करो जी...कहते हैं... किसी के घर की साफ़ सफाई के बारे में जानना हो तो उसका वाशरूम देखिये। और किसी के दिल को देखना हो तो उसके घर के बर्तनों और खिलाने के अंदाज को देखिये।अपने...

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डाकू और मजदूर की कहानी By DINESH KUMAR KEER

डाकू और मजदूर की कहानीमुश्किल समय में धैर्य नहीं खोना चाहिए एक बार एक व्यक्ति दिन भर मजदूरी करके पैसे कमाने के पश्चात अपने घर की तरफ जा रहा था। सर्दियों के दिन थे और शाम ढल चुकी थी...

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