दिल की धड्कनें अचानक क्यों भला बढ्ने लगीं, सांस भी विचलित-सी हो कोई और चाल चलने लगी.. लग रहा कोई जोर का तूफान आने को बढा, पर तभी हमने तुम्हारी यादों का रुख मोड दिया ।#विचलित

Hindi Shayri by Smriti : 111362360
પ્રભુ 4 years ago

વાહ મસ્ત 👏✍️👏

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now