जब तुम आए इक वो पल था
हो गये मुझसे जुदा इक वो पल था
मेरे जीने का सहारा वो अंतरिम पल है
समेटे अपने हृदय में वो सुहाने अंतरिम पल
जिये जाती हूं जिये जाती हूं जिये जाती हूं
#अंतरिम

Hindi Poem by Neerja Pandey : 111435466

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