talketive Quotes in Hindi, Gujarati, Marathi and English | Matrubharti

talketive bites

My mind is more talkative
than my mouth!


#Talketive

#Talketive always NARRATIVE..!!!


My Comedy Poem...!!!

लोक-डाउन का हर लोड उठा रखा है

यारों धो धा के हर बर्तन सज़ा रखा है

घर का झाड़ू पोछा तक कर के बीबी

के नाजुक-से पैरों को भी दबा रखा है

हर कोना घर का भी साफ़ कर रखा है

कुँवारेंपन के ख़्वाबों को जला रखा है

बढ़ती दाढ़ी से चेहरा भी सज़ा रखा है

एक आवाज़ में ही हुक्म बजा रखा है

बेलन-मार से भी ख़ुद को बचा रखा है

दाल-सब्ज़ी आटा-चीनी-चाय नमक

से गर्ममसालोंका मिज़ान माप रखा है

सत्यानाश हो ए क़ातिल कोरोना तेरा

बड़े बड़े मुछ़ के ताव को झुका रखा है

तुररम-खाँ-ओर-सुरमा-खाँनो तक के

हर एक जाँबाज़ो का पानी उत्तर रखा है

भला हो प्रभुजी की रचीं शतरंज का भी

हर चैम्पियन आज मात खा रखा है ..!!


✍️🥀🙏😀😃😇😂🤣🙏🥀✍️

week people talk
and do not act

strong people act
and keep quiet
#Talketive

#Talketive /बातूनी

बहुत दिनों से वह बैठा था
घर में बस यूं ही बेकार।
ढूंढ़-ढूंढ़ कर हार गया था,
मिला न जब कोई रोजगार।

दाढ़ी पहले ही से बढ़ी थी,
बस माथे पर चंदन लेप।
स्वांग रचाया फिर साधु का,
राम रटन की लगा ली टेक।

पीपल के नीचे जा बैठा,
और जला ली धूनी।
वहां झाड़ने लगा प्रवचन,
बंदा था बातूनी।

चल निकली दूकान झूठ की,
रहा न कोई काम।
दास मलूका बोल गए हैं,
सबके दाता राम।।