#Knight / शूरवीर

जब विपदा का चारों ओर शोर मचता है,
उसके संकट से कहां कोई बचता है?

मानव-मानव में बहुत फ़र्क होता है,
कोई गिरता है और गिर कर बस रोता है,
वह हरदम अपनी ही चिंता में होता है।

पर कोई है जो उठता है गिर-गिर कर,
और गिरे हुओं का बोझ उठाता सिर पर।

वह ऐसा, जो नहीं धैर्य खोता है,
बस वही एक तो शूरवीर होता है।।

Hindi Poem by Yasho Vardhan Ojha : 111440402
shekhar kharadi Idriya 4 years ago

अत्यंत सुंदर अभिव्यक्ति...

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