#आतुर
मिलने को हूँ आतुर कान्हा..
मंदिर न सही स्वप्न में दर्श दिखाओना...!!
समाज से हूँ में अछूता..
तुम ही साथ निभाओना...!!
प्यार भी तुमसे, लडूंगा भी तुमसे..
मुझपे अपना स्नेह बरसाओना...!!
जीवन की इस भूल भुलैया में..
पथिक बनकर मार्ग दिखाओना...!!
कामिनी वर्मा

Hindi Blog by Kaamini : 111509274

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now