अब गम नही, अब आंखमे आंसू नही,
लिपटा हूँ ममता के आंचलमें मैं अभी;
दुनियाको पूरी समेट कर छुपा हुँ वहीं,
जहाँ डर, शिकवा और दर्द छूटे सभी।

-- के व्यास
#हग डे
#HugDay

Hindi Shayri by Ketan Vyas : 111784785

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