मौतके बारेमे सही लाईन
जिंदगी भर दो मिनिट ना दी मुझे,
और अाज सब मेरे पास बैठने आ रहे है..
कोई तोहफा ना मीला था मुझे
और आज फूल ही फूल मीले जा रहे है..
तरसे थे कोई तो मेरी तकलीफ मेहसूस करे,
और आज सब मेरी याद मे आंसु बहा रहे है..
दो कदम भी कोई साथ चला ना था,
और आज सब साथ चले आ रहे है..
आज पता चला के मौत कीतनी सरल है,
और हम थै की ये कठिन जिंदगी जीना चाह रहे थे..

-Daxa Bhati

Hindi Poem by Daxa Bhati : 111814118

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