सोचते हैं कुछ ऐसा लिखें
जो लिखने लायक हो।

जो सबको अच्छा लगे
जो बिकने लायक हो।।

हम हर रोज़ तेरी तस्वीर को पढ़ते हैं
भले ही लोगों के लिए तुम दिखने लायक हो

कागज़ बयां कर देता है कातिब का हुनर
कलम बयां कर देती है कितने लायक हो✍

Hindi Shayri by Jatin Tyagi : 111814532
Jatin Tyagi 2 years ago

धन्यवाद, आभार नीरजा जी, सराहना के लिए 👏🏻🙏

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