दोस्ती नायाब रिश्ता है
जो आन्खो कि मुस्कुराहट से लेकर होठो कि मुस्कान बन जाती है,,
दोस्ती नायाब रिश्ता है
जो बैचैनी से लेकर सुकून बन जाती है
दोस्ती नायाब रिश्ता है
जो समझदारी से लेकर पागलपन्ती बन जाती है
दोस्ती नायाब रिश्ता है
जो खुद की खुशी से पहले दोस्ती कि खुशी बन जाती है
दोस्ती नायाब रिश्ता है
जो दूर रहकर भी हमारे करीब बन जाते है
दोस्ती नायाब रिश्ता है
दोस्ती नायाब रिश्ता है......!!
#Friendship

Hindi Shayri by Madhu : 111823770

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