बातों का तीर जो दिल में चुभा
घाव कर गया बहुत गहरा
लाख कोशिश की भुलाने की
मुमकिन न हुआ भूल पाना
जाओ तुम्हे माफ़ किया
फिर ऐसी बातें मत दुहराना

Hindi Shayri by S Sinha : 111844727

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