जंजीर

जहाँ आदम की जात और बाते हों पीर की। प्यादे की चाल और बातें वजीर की।
खेत हो किसानों के गेहूं अमीर की।
अमन के नाम पर बातें हो तीर की।
देख कहीं तो क्या हिंद आ गये है हम?
कि चीखती पुकार पर बाते जंजीर की।

अजय अमिताभ सुमन

Hindi Poem by Ajay Amitabh Suman : 111929013

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