जो अंग्रजों के खिलाफ देश की आज़ादी के लिए
जंग लड़कर शहीद हो गए
वो सिर्फ़ एक रुपए, दो रुपए के सिक्के में छपकर
रहें गए
जैसे कि चन्द्रशेखर आजाद, शहीद भगत सिंह विर सावरकर और न जाने कितने विर योद्धा होंगे
मगर जिन्होंने दही और दूध दोनों हांथ रखा था
वो पांच सो हजार की नोटों पर छपकर भारत देश के महात्मा बन गए ।।
नरेन्द्र परमार ✍️