हर सुबह स्टेशन पर मिलती थी वो…

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बह की लोकल… भीड़ में खड़ा एक लड़का… और सामने खड़ी एक लड़की — बस, वही एक नज़र काफी थी। "भाई, साइड तो दे!" कोई पीछे से चिल्लाया, और मैं झटका खाकर होश में आया। स्टेशन वही था, भीड़ वही… पर कुछ तो बदल गया था। वो — सामने खड़ी थी। सफेद सूट में, गीले बालों को संवारती, और आंखों में उदासी और ताक़ीद दोनों छुपाए हुए। मैंने उसे पहली बार देखा था… लेकिन दिल जैसे बहुत पहले से जानता था। "तेरी चाय गिर गई रे!" पास खड़ा विक्की बोला। "हां..." मैंने बेमन से जवाब दिया, पर आंखें अब भी उसी ओर थीं — वो लड़की… जो न जाने क्यों, अजनबी होकर भी अपनी सी लग रही थी।

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हर सुबह स्टेशन पर मिलती थी वो… पर एक दिन कुछ ऐसा कहा कि सब बदल गया - 1

"हर सुबह स्टेशन पर मिलती थी वो… पर एक दिन कुछ ऐसा कहा कि सब बदल गया" ️ 1 – पहली नज़र की कहानी सुबह की लोकल… भीड़ में खड़ा एक लड़का… और सामने खड़ी एक लड़की — बस, वही एक नज़र काफी थी। "भाई, साइड तो दे!" कोई पीछे से चिल्लाया, और मैं झटका खाकर होश में आया। स्टेशन वही था, भीड़ वही… पर कुछ तो बदल गया था। वो — सामने खड़ी थी। सफेद सूट में, गीले बालों को संवारती, और आंखों में उदासी और ताक़ीद दोनों छुपाए हुए। मैंने उसे पहली बार देखा ...Read More

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हर सुबह स्टेशन पर मिलती थी वो… पर एक दिन कुछ ऐसा कहा कि सब बदल गया - 2

"हर सुबह स्टेशन पर मिलती थी वो… पर एक दिन कुछ ऐसा कहा कि सब बदल गया" Episode — "कल बताऊंगी…" स्टेशन की वही सुबह, लेकिन आज कुछ अलग था… कुछ अधूरा, कुछ डराता हुआ। रात ठीक से नींद नहीं आई। बार-बार वही आवाज़ कानों में गूंजती रही — "कल बताऊंगी…" क्या बताना चाहती थी वो? क्या कोई राज़ था? या फिर... कोई ऐसी बात जिसे मैं सुनना नहीं चाहता? सुबह 7:55 AM मैं स्टेशन पर पहुंच चुका था। हाथ में वही पुरानी चाय, पर दिल में बेचैनी। हर लोकल पर नजर थी… हर चेहरे पर ...Read More