कामिनी एक अजीब दास्तां

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एक एसी हारर कहानी जो पल पल रोमांच और रहस्य से भरी है, जिसे पढ़ते समय पाठक को लगता है व‌ह किसी रहस्यमय दुनिया में आ गया है कुछ पाने के लिए कुछ करना पड़ता है और सब कुछ पाने के लिए सब कुछ करना पड़ता है पर मैं आज आपको एक ऐसे गांव में ले चलता हूं जहां सब कुछ पाने के लिए केवल 20 साल का होना पड़ता है। लाल टेकरा नाम के इस गांव में जो युवक 20 साल का हो जाता है उसे सब कुछ मिल जाता है पर आश्चर्य की बात यह है कि यह रहस्य गांव का एक बुजुर्ग व्यक्ति ही जानता है

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कामिनी एक अजीब दास्तां - भाग 1

एक एसी हारर कहानी जो पल पल रोमांच और रहस्य से भरी है, जिसे पढ़ते समय पाठक को लगता व‌ह किसी रहस्यमय दुनिया में आ गया हैकुछ पाने के लिए कुछ करना पड़ता है और सब कुछ पाने के लिए सब कुछ करना पड़ता हैपर मैं आज आपको एक ऐसे गांव में ले चलता हूं जहां सब कुछ पाने के लिए केवल 20 साल का होना पड़ता है।लाल टेकरा नाम के इस गांव में जो युवक 20 साल का हो जाता हैउसे सब कुछ मिल जाता है पर आश्चर्य की बात यह है कि यह रहस्य गांव का एक ...Read More

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कामिनी एक अजीब दास्तां - भाग 2

वह लड़की पानी में डूब रही है आकाश को कहीं से भी मदद की कोई उम्मीद नजर नहीं आती, वह स्वयं ही उस लड़की को बचाने के लिए पुल से नीचे कूद जाता है और नदि के तल तक जा पहुंचता है। वहां अत्यधिक किचड़ ओर वृक्षो की जड़ो में उलझ जाता है, वह निकलने का बहुत प्रयास करता पर निकल नहीं पाता है, वह सांस न लें पाने के कारण उसका जी घबरा रहा है, इस जानलेवा घूटन को वह सह नहीं पाता है और आखिर अपनी रजाई को फेंक कर बिस्तर पर बैठ जाता है।नींद खुलते ही ...Read More

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कामिनी एक अजीब दास्तां - भाग 3

कामिनी भाग 3आकाश अपने मन में कई सवाल और कई ख्याल लेकर चला आता है और उन आभूषणों को एक जाने पहचाने जोहरी-मित्र की दुकान पर ले आता है उसका मित्र आभुषणों को देखकर कहता है - "यह आभूषण अनमोल है, तुमने सिंधु घाटी सभ्यता के बारे में सुना होगा यह आभूषण उसी काल के है, देखो! "इनके डिजाइन इन पर चिन्हित चिन्ह , और इन पर जो लिपि अंकित है वह सिंधु घाटी सभ्यता की है यह आभूषण लगभग 5000 या 6000 वर्ष पुराने हैं, दुनिया के बड़े-बड़े रिसर्चर, वैज्ञानिक, इतिहासकार तुम्हें इन आभूषणों की मुंह मांगी कीमत ...Read More

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कामिनी एक अजीब दास्तां - भाग 4

आकाश इस बात को बहुत अच्छी तरह समझ गया है कि वापस लाल टेकरा गांव जाना खतरनाक है पर का अत्यधिक सौंदर्य उसका प्रेम पूर्ण व्यवहार और पूर्ण समर्पण भाव आकाश के मन में मोह जगाता है और इससे भी आवश्यक उसका दोस्त सौरभ जो वहां गुलामी में जी रहा है आकाश अपने मन में इन सभी भाव प्रभाव में से कर्तव्य का मार्ग चुनता है कि उसे अपने दोस्त को वहां से लाना है।"मैं अपने दोस्तों को कामिनी के चंगुल से छुड़ाना चाहता हूं चाहे इसके लिए मुझे कामिनी से अपने आप का सौदा करना पड़े तो मैं ...Read More

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कामिनी एक अजीब दास्तां - भाग 5

आकाश को गुरुदेव का पूरा षड्यंत्र समझ में आ जाता है और यह भी पता चल जाता है कि, वह अपना सबसे बड़ा शुभचिंतक समझ रहा था, वही उसका सबसे बड़ा शत्रु है और उसके दोस्त सौरभ का हत्यारा भी, उसका गुरुदेव ही है।गुरुदेव के इस विश्वासघात से आकाश अंदर तक टूट जाता है क्योंकि जिस गुरुदेव पर वह सबसे ज्यादा भरोसा कर रहा था वही, सबसे बड़ा विश्वासघाती निकला।कामिनी आकाश के हृदय के भाव को भाप लेती है और उसकी बहती आंखों से आंसू पोछकर कहती है।" हम जिस पर सबसे ज्यादा भरोसा करते हैं वही हमारी सबसे ...Read More

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कामिनी एक अजीब दास्तां - भाग 6

गुप्त योन रोगआज तुम सब से ऐसी बात कहूंगा, ऐसी बात कहूंगा, जो आज तक किसी ने किसी से कही है और वह बात यह है कि ऐसी कोई बात नहीं हैगुड इवनिंग माय मेडिकल स्टूडेंट्समाय नाम इस डॉक्टर धर्मेंद्र बिलोटियाप्राइवेट पार्ट प्रॉब्लम यूनिवर्सिटी में आप सब का स्वागत हैआप जिन जिन के पास प्राइवेट पार्ट्स है वह मेरी बात को ध्यान से सुने क्योंकि हमारा आज का सब्जेक्ट गुप्त यौन रोग से रिलेटेड हैप्राइवेट पार्ट तिन तरह के होते हैं एक्टिव, अन एक्टिव एंड आलसी।जिनके प्राइवेट पार्ट एक्टिव होते हैं वह शिकार करने के लिए 24 घंटे तत्पर ...Read More

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कामिनी एक अजीब दास्तां - भाग 7

महल में चेतन दिव्य भोगों को भोगता है अनेक व्यंजनों को खाकर और सोमरस का पान करके वह शयनकक्ष लेट जाता है, तभी कामिनी भी उसके पास आकर बैठ जाती है और उसके गालों को चुमकर प्रेम का आग्रह करती है पर चेतन उसे साफ इंकार कर देता है फिर रात्रि भी चेतन को भड़काने का प्रयास करती है और विफल हो जाती है, जब चतुर कामिनी और रात्रि के सभी प्रयास असफल हो जाते हैं तो वह अपना भयानक डरावना पिशाचीनी का रूप धारण कर लेती है, उन दोनों के सिंह जैसे भयानक नाखून और मुंह में बड़े-बड़े ...Read More

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कामिनी एक अजीब दास्तां - भाग 8

गुरुदेव के मुख से एक हजार एक पिशाचीनीयो का सुनकर चेतन वही सिर पकड़ कर बैठ जाता है और देर बाद गंभीर भाव से कहता है।"मैं कामिनी और उन एक हजार एक पिशाचीनीयो के अतीत के बारे में जानना चाहता हूं, कृपा कर मुझे उनकी पूरी दास्तान, विस्तार पूर्वक बताएं"?गुरुदेव ने कहा -"कामिनी इस संसार के समय की एक ऐसी कहानी है जिस पर समय का कोई नियंत्रण नहीं है। "समय ने उसे अपने सभी बंधनों और नियमों से मुक्त कर स्वतंत्र कर दिया है, समय से स्वतंत्र होने के कारण उसे प्रकृति से असाधारण शक्तियां मिली और इन्हीं ...Read More

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कामिनी एक अजीब दास्तां - भाग 9

कामिनी और रात्रि व्यापारियों के साथ सिंधु देश के लिए निकल पढ़ती है, वह सूर्योदय होते ही नगर के तक पहुंच जाती है।एक व्यापारी कामिनी की अद्भुत सुंदरता को देखकर रात्रि से पूछता है।"यह अति सुंदर कन्या कौन है"? "इसके मुखमंडल में स्वर्ण जैसी चमक है और इसके वस्त्र और आभूषण राजकुल जैसे प्रतीत होते हैं"।यह सिंधु देश के महामंत्री की पुत्री कामिनी है, अपने ननिहाल हिम प्रदेश आई थी, दुर्भाग्यवश! "अपने सेवकों से भटक गई और कामपुर आ गई, महामंत्री से तुम सभी व्यापारियों की प्रशंसा करके तुम सबको अमूल्य उपहार दिलवाउंगी बस तुम सभी सिंधुदेश पहुंचने में ...Read More

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कामिनी एक अजीब दास्तां - भाग 10

कामिनी अपनी सखी रात्रि को घायल अवस्था में इन मुर्दाखोर राक्षसो के सुपुर्द कर जाने लगती है तभी एक रात्रि से चिल्लाकर कहता है -"देखो, जिस की लाज बचाने के लिए तुमने अपने प्राणों की भी परवाह नहीं की वही तुम्हारे प्राण और तुम्हारी अस्मत को हमारे सुपुर्द करके जा रही है पर तुम तनिक भी चिंता मत करो हम चारों भंवरे, तुम्हारे पुष्प जैसे शरीर का सारा रस चूस चूस कर पी जाएंगे, तुम्हारी आज की रात इतनी सुखमय बीतेगी की फिर कभी भविष्य में तुम्हें किसी पुरुष की आशा नहीं होगी"।तभी दूसरा व्यापारी कहता है -"मेरा मत ...Read More