"दुनिया या यूं कहें जिंदगी बड़ी खूबसूरत है।पर मेहनत बहुत करनी पड़ती है।एक ही बार जीवन मिलता है इसलिए इसे भरपूर जीना चाहिए। हां कठिनाई बहुत आती है इससे घबराना नहीं चाहिए।सही दिशा में चलकर जिंदगी को बहुत हसीन व खूबसूरत बना सकते है। ज़िंदगी या जीवन संभलकर व सावधानी से जीना चाहिए।भरपूर संतुष्ट होकर जीवन जीकर व्यक्ति जाएं तभी जीवन सार्थक कहा जाता है अपने लिए भी और औरों के लिए भी"
सुकून - भाग 1
दुनिया या यूं कहें जिंदगी बड़ी खूबसूरत है।पर मेहनत बहुत करनी पड़ती है।एक ही बार जीवन मिलता है इसलिए भरपूर जीना चाहिए। हां कठिनाई बहुत आती है इससे घबराना नहीं चाहिए।सही दिशा में चलकर जिंदगी को बहुत हसीन व खूबसूरत बना सकते है।ज़िंदगी या जीवन संभलकर व सावधानी से जीना चाहिए।भरपूर संतुष्ट होकर जीवन जीकर व्यक्ति जाएं तभी जीवन सार्थक कहा जाता है अपने लिए भी और औरों के लिए भी सुकून का भी अपना महत्व है। ज़िंदगी की भाग-दौड़ के बाद जीवन में कुछ पल सुकून के आने चाहिए।जिससे जीवन को व्यवस्थित किया जा सके।अनामिका जैसे भी कई किरदार ...Read More
सुकून - भाग 2
बच्चों के लिए वे छोटी-छोटी बचत करते हैं। यहीं बचत आने वाले समय में बड़े काम आती है।धीरे-धीरे वे होने लगते हैं। नियत समय पर पढ़ाई व खेलकूद व छोटे-छोटे घर के कार्य में भी हाथ बंटाते हैं। अनुशासन के साथ कार्य करने से जीवन सही दिशा में व प्रगति पथ पर अग्रसर होता है।सही समय पर उठना, सुबह के कार्य से निवृत्त होना ,समय पर भोजन समय पर पढ़ाई और समय पर सोना इत्यादि कार्य से जीवन में सुकून रहता है।मेहनत का अपना महत्व होता है। बचपन से ही छोटे-छोटे कार्य निपटाने की मेहनत करना चाहिए।पढ़ाई व खेलकूद ...Read More