यह कहानी एक युवती के जीवन के एक महत्वपूर्ण मोड़ को दर्शाती है। हॉस्टल में रहने के बाद, वह अपनी माँ को खत लिखने में व्यस्त रहती है और अपने परिवार के सदस्यों, विशेषकर सुरेश भैया के साथ अपने रिश्ते में बदलाव देखती है। सुरेश भैया की माँ के प्रति बदलती सोच से पता चलता है कि परिवार में तनाव बढ़ रहा है। कहानी में युवती अपनी शारीरिक वृद्धि और आकर्षण के प्रति जागरूक होती है, खासकर अपने पड़ोसी कर्नल चड्ढा के प्रति। वह उन्हें बेहद आकर्षक मानती है और उनके साथ समय बिताने की कल्पना करती है। दीवाली की छुट्टियों में, जब पानी की कमी होती है, वह कर्नल चड्ढा के घर जाती है। कर्नल, जो बाथरोब पहने होते हैं, उसे अंदर बुलाते हैं और बातचीत करते हैं। बातचीत के दौरान, कर्नल का हाथ उसके घुटने पर आ जाता है, जो कहानी में एक महत्वपूर्ण और संवेदनशील क्षण प्रस्तुत करता है। कहानी में युवती की जिज्ञासा, आकर्षण और परिवार में चल रही समस्याओं के बीच संतुलन बनाने की कोशिश को दर्शाया गया है। आसपास से गुजरते हुए - 4 by Jayanti Ranganathan in Hindi Moral Stories 2.6k 5.5k Downloads 10.4k Views Writen by Jayanti Ranganathan Category Moral Stories Read Full Story Download on Mobile Description हॉस्टल आने के बाद भी मैं कई दिनों तक पौधों को याद करती रही। अब आई को लम्बे-लम्बे खत लिखना मेरा शगल बन गया था। विद्या दीदी और सुरेश भैया को समझ नहीं आता था कि मेरे और आई के बीच क्या चल रहा था। सुरेश भैया को मैं आई के बारे में बताती, तो उन्हें विश्वास ही नहीं होता। हालांकि मेरी वजह से उनका भी आई के प्रति रवैया बदल गया था। आई मुझसे ही कहती थीं कि सुरेश भैया को छुट्टियों में घर आने को कहूं। सुरेश भैया मन मारकर आने लगे। अब सुरेश भैया पूरे नौजवान लगने लगे थे। हल्की मूंछें, पूरी बांह की टी शर्ट, फुट पैंट, आंखों पर चश्मा। अप्पा से वे बिल्कुल नहीं बोलते थे। उनके सामने अप्पा ने एक बार आई पर हाथ उठाने की कोशिश की, तो सुरेश भैया ने लपककर उनका हाथ पकड़ लिया, उन्होंने सिर्फ इतना कहा, ‘नहीं।’ अप्पा ढीले पड़ गए। Novels आसपास से गुजरते हुए 1999, 27 साल की अनु सॉफ्टवेअर प्रोफेशनल, राजधानी में एक ऊंचे पद पर काम करती है। अकेली अपने शर्तों पर रहती है। पिता गोपालन केरल से हैं और मां निशिगंधा... More Likes This आरव और सूरज by Rohan Beniwal विक्रम और बेताल - 1 by Vedant Kana Middle Class Boy by Bikash parajuli तहम्मुल-ए-इश्क - 4 by M choudhary Commerce Wale Dost - 1 by chotti writer इंटरनेट की दुनिया - भाग 1 by Ashish Kumar Trivedi इश्क़अधूरा _ एक और गुनाह का देवता - 1 by archana More Interesting Options Hindi Short Stories Hindi Spiritual Stories Hindi Fiction Stories Hindi Motivational Stories Hindi Classic Stories Hindi Children Stories Hindi Comedy stories Hindi Magazine Hindi Poems Hindi Travel stories Hindi Women Focused Hindi Drama Hindi Love Stories Hindi Detective stories Hindi Moral Stories Hindi Adventure Stories Hindi Human Science Hindi Philosophy Hindi Health Hindi Biography Hindi Cooking Recipe Hindi Letter Hindi Horror Stories Hindi Film Reviews Hindi Mythological Stories Hindi Book Reviews Hindi Thriller Hindi Science-Fiction Hindi Business Hindi Sports Hindi Animals Hindi Astrology Hindi Science Hindi Anything Hindi Crime Stories