सीप में बंद घुटन.... - 2 - अंतिम भाग Zakia Zubairi द्वारा Moral Stories में हिंदी पीडीएफ

Seep me bandh ghutan by Zakia Zubairi in Hindi Novels
सीप में बंद घुटन.... ज़किया ज़ुबैरी (ब्रिटेन) (1) आज वह घुट रही थी कि रवि चुप क्यों है---!! जब रवि की बड़ी बड़ी शरबती आँखों में शीला की गहरी काली काली आ...