Description
" ककड़चूड़े कही के,,,क्या जरूरत थी मेरे पीछे लिफ्ट में आने की,,,मेरे बाद भी तो,,," उसकी बात बीच में ही काटते हुए,,,कृषभ "ओह,,,रियली,,,इस लिफ्ट को क्या,,? तुम्हारे प्रेमी ने तुम्हे गिफ्ट किया है। जो उससे पूछ कर,,,लिफ्ट में कदम रखता क्या,,,बोलता उसे की प्लीज,,,प्लीज,,,अपनी प्रेमिका के गिफ्ट,,,,लिफ्ट में पहला कदम रखने का सौभाग्य मुझे दीजिए प्रेमी जी" वो काशना को चिढ़ाने के अंदाज में बोला।काशना गुस्सा कंट्रोल करतें हुए "देखो मुझे गुस्सा मत,,दिलाओ,, वरना,,,,,,""वरना,,? क्या,,,?,,, हा,,बोलो" ये बोलवो उसके करीब बढ़ने लगा ।काशना पीछे हटने लगी वो जितना पीछे हटतीकृषभ और पास आता अब वो पूरीतरह फस गई थी क्युकी