अनकही मोहब्बत - 2 vikram kori द्वारा Love Stories में हिंदी पीडीएफ

Unkahi mohabbat by vikram kori in Hindi Novels
सुबह के 6:30 बजे थे। हवा में हल्की ठंडक थी, सूरज अभी-अभी आसमान में उभर रहा था। सड़क पर कम गाड़ियाँ थीं और पक्षियों की आवाज़ें शहर को एक अलग ही सुकून द...