Sazisho Ka Silsila - 3 in Hindi Crime Stories by Aarti Garval books and stories PDF | साजिशो का सिलसिला - 3

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साजिशो का सिलसिला - 3

अर्जुन सिंह नैना के फोन से मिली रिकॉर्डिंग को बार-बार सुन रहे थे। हर बार सुनने पर बहस की आवाजें उन्हें किसी अज्ञात दरवाजे के करीब महसूस होती थीं, लेकिन वह दरवाजा अभी पूरी तरह खुला नहीं था।

रिकॉर्डिंग में एक पुरुष की आवाज गुस्से में थी।
“यह पैसे का मामला है। तुम्हें वो दस्तावेज मुझे देने होंगे!”

महिला की आवाज शांत लेकिन दृढ़ थी।
“मैंने जो किया, वो अपनी सुरक्षा के लिए किया। तुम मुझे नुकसान नहीं पहुंचा सकते।”

रिकॉर्डिंग खत्म होने से पहले एक धमाके की आवाज आई, जैसे किसी चीज को जोर से पटका गया हो।

अर्जुन ने फोन को फॉरेंसिक लैब में भेजा ताकि आवाजों की पहचान हो सके। साथ ही, उन्होंने नैना के फोन कॉल लॉग्स और मैसेज डिटेल्स का गहन विश्लेषण किया। कॉल लॉग्स में एक नंबर बार-बार दिखाई दिया, जो अनजान व्यक्ति के नाम से सेव था।

“यह नंबर ही उस शख्स का हो सकता है जो रिकॉर्डिंग में था,” अर्जुन ने सोचा।

जांच के बीच, नैना के अपार्टमेंट के पास रहने वाली एक महिला, माया शर्मा, ने पुलिस को सूचना दी।
“मुझे रात करीब 11 बजे तेज आवाजें सुनाई दी थीं। ऐसा लगा जैसे कोई झगड़ा हो रहा हो। फिर अचानक सब शांत हो गया।”

“क्या आपने किसी को आते-जाते देखा?” अर्जुन ने पूछा।

“नहीं, पर एक काले रंग की गाड़ी अपार्टमेंट के बाहर खड़ी थी। वह गाड़ी आमतौर पर वहां नहीं दिखती।”


अर्जुन ने तुरंत इलाके के सीसीटीवी फुटेज को चेक करने का आदेश दिया। फुटेज में रात 10:50 बजे एक काले रंग की SUV को अपार्टमेंट के पास आते देखा गया। गाड़ी में बैठे व्यक्ति का चेहरा स्पष्ट नहीं था, लेकिन वह लगातार फोन पर बात कर रहा था।

फॉरेंसिक टीम ने रिकॉर्डिंग में मौजूद पुरुष की आवाज और कॉल लॉग्स से जुड़े नंबर की जांच शुरू की। कॉल लॉग्स से पता चला कि वह नंबर नैना के मैनेजर संध्या वर्मा के संपर्क में भी था।

अर्जुन ने संध्या को तुरंत बुलाया।
“नैना का यह अनजान नंबर तुम्हारे कॉल रिकॉर्ड्स में बार-बार क्यों आ रहा है?” अर्जुन ने कड़े लहजे में पूछा।

संध्या का चेहरा पीला पड़ गया।
“वो… वो मेरा पुराना क्लाइंट था। नैना ने भी उससे एक बार मुलाकात की थी, लेकिन मैं ज्यादा कुछ नहीं जानती।”

“सच कहो, संध्या! वरना तुम्हारे खिलाफ भी कार्रवाई होगी,” अर्जुन ने धमकी दी।

संध्या ने झिझकते हुए कहा, “उस आदमी का नाम अजय राठौड़ है। वह एक प्रोड्यूसर है, जो नैना के करियर को लेकर बेहद जुनूनी था। लेकिन नैना ने उसके कुछ ऑफर्स ठुकरा दिए थे, और वह इस बात से नाराज था।”

अर्जुन ने अजय राठौड़ के बारे में जांच शुरू की। वह एक विवादित प्रोड्यूसर था, जिसके कई कलाकारों के साथ झगड़े और अनबन की खबरें थीं। अर्जुन ने पाया कि अजय ने हाल ही में नैना को एक फिल्म के लिए साइन करने की कोशिश की थी, लेकिन नैना ने उसे मना कर दिया था।

अजय राठौड़ का नाम अब शक के घेरे में था। अर्जुन को लगने लगा था कि यह केस सिर्फ एक व्यक्तिगत झगड़े का मामला नहीं है; इसके पीछे एक बड़ी साजिश हो सकती है।

फॉरेंसिक टीम ने पुष्टि की कि रिकॉर्डिंग में सुनी गई पुरुष की आवाज अजय राठौड़ की थी।

“अब इस आदमी से पूछताछ करना जरूरी है,” अर्जुन ने अपनी टीम को आदेश दिया।