bewafa - 17 in Hindi Love Stories by Mehul Pasaya books and stories PDF | बेवफा - 17

Featured Books
  • दिल ने जिसे चाहा - 27

    Dr. Kunal तो उस दिन Mayur sir को ये बता कर चले गए थे कि—“शाद...

  • अदाकारा - 62

    *अदाकारा 62*     शर्मिलाने अपने दिमाग पर ज़ोर लगा...

  • Tere Ishq Mein - Explanation - Movie Review

    फिल्म की शुरुआत – एक intense Romanceफिल्म की शुरुआत एक छोटे...

  • Between Feelings - 1

    Author note :hiiiii dosto यह एक नोवल जैसे ही लिखी गई मेरे खु...

  • Mafiya Boss - 3

    in mannat गीता माँ- नेहा, रेशमा !!ये  तुमने क्या किया बेटा?...

Categories
Share

बेवफा - 17

समीरा = ' ठीक ना भाई विजय भाई आते है. तो आने दीजिए ना. इसके बहाने हमे मिल भी लेंगे. और माहौल थोड़ा ठीक हो जायेगा. और विजय भाई को बोलना की सलोनी को भी लेते आए साथ में और वो बंटी जी है. सौम्या है सब को लेते आना ऐसे कहिए उनसे. '

रेन = ' सुना भाई सोमी क्या कह रही है. कह रही है की साथ में सलोनी जी को भी लेते आना ऐसा. और में तो कहता हु. आपके जो दूसरे भी दोस्त आए थे. उनको भी ले आओ आज थोड़ा आराम से गुप्त गु करेंगे. बेचारे कल बहुत हैरान हुए है. '

विजय = ' हा भाई हम चारो आ जायेंगे. में उन तीनो को लेते आऊंगा ठीक है भाई. अब में कॉल रखता हु. मुझे अभी वहा आने के लिए निकल ना पड़ेगा. वरना लेट हो जाऊंगा वहा के लिए मींस की चाय नाश्ता का टाइम निकल जायेगा इस लिए बोल रहा हु ठीक है. '

रेन = ' हा भाई ठीक है. आप लोग आइए अब तो आप लोगो का इंतजार रहेगा. वैसे भी अब ये सोमी भी बोरिंग हो जायेगी हमारे साथ. अगर आप लोग आओगे तो उससे थोड़ा बेहतर लगेगा. '

कुछ देर बाद. . .

विजय = ' ये लो समीरा जी आप ने बुलाया और में सब को लेकर आ गया. अब बताओ तुम्हारी तबियत कैसी है. और अब थोड़ा दर्द कम हुआ की नही. '

समीरा = ' अरे वाह आप लोग आ गए. थैंक यू सो मच आप लोग मेरी एक कहने पर आ गए. सच में आप सब का दिल से धन्यवाद. और सलोनी जी प्लीज मुझे माफ कर दीजिए. मेरी वजह से आप सब ये तकलीफ उठानी पड़ी. '

सलोनी = ' अरे ऐसा मत करो समीरा ये तो हमारा फर्ज था. जो हमने एक इंसानियत के नाते हमने किया. जो हमे एक्चुअल में करना था. आप ऐसे बात मत करो. ये सब तो जिंदगी के फंडे है. जोकि चलते रहते है. '

बंटी = ' कैसे हो समीरा जी. अब आराम है ना थोड़ी. पहले से बेहतर है ना आपको. कल तो हम बहुत घबरा गए थे. की अरे ये क्या हो गया. एक पल के लिए ऐसा लगा जैसे आपकी नही बल्कि मेरी खुदकी जान निकल गई. इतनी भयंकर सा एक्सीडेंट हुआ ना इस लिए. '

समीरा = ' हा अब ठीक हु. हा वैसे एक्सीडेंट तो बहुत जबरदस्त हु हुआ. उस वक्त तो मुझे ऐसा लगा जैसे की आज तो में गई. ' फिर में बेहोश हो गई फिर यहा पर आ गई. '

रेन = ' अरे विजय भाई ये आपके साथ जो महाशय आए है. वो कौन है. जरा इन के बारे में भी तो बताओ. क्या करते है. और क्या नहीं. '

विजय = ' हा ये भी हमारा दोस्त है. और ये भी अभी कॉलेज आता है. और ये मेरे घर के बाजू में ही इसका घर हैं. और खास बात की. ये बंदा उस मैडम सौम्या का बॉय फ्रेंड है. '

सौम्या = ' अरे विजू जी ये सब बताने की क्या जरूरत थी. आप भी ना विजू जी यहा सब के सामने इस तरह का इंट्रो करवाते हो. हद है आपकी भी. '


                                                      पढ़ना जारी रखे. . .