Shoharat ka Ghamand - 165 in Hindi Women Focused by shama parveen books and stories PDF | शोहरत का घमंड - 165

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शोहरत का घमंड - 165

आर्यन इस टाइम सबसे दूर एक होटल में होता है और वहां पर बैठ कर शराब पी रहा होता है और उससे भी उसे चेन नहीं मिलता है तो वो ड्रग्स लेने लगता है।


अब आर्यन पूरी तरह से नशे में हो जाता है और उसके सामने आलिया का हंसता हुआ चेहरा आता है जिसे देख कर आर्यन को बहुत ही अच्छा लगता है और वो बोलता है, "स्वीट हार्ट I Love You ..........


ये बोलते ही वो बेहोश हो जाता है। उधर अरुण पागलों की तरह आर्यन को ढूंढ रहा होता है मगर उसे आर्यन नहीं मिलता है।


इधर आलिया भी बहुत परेशान रहती हैं और आर्यन को कॉल करती है मगर उसका नम्बर नहीं मिलता है। तभी तो अरुण को कॉल करती है।


अरुण आलिया की कॉल उठाता है। तब आलिया बोलती है, "आर्यन का कुछ पता चला ?????


तब अरुण बोलता है, "नहीं..........


तब आलिया चिल्लाती है, "ऐसे कैसे दोस्त हैं आप, आपको पता नहीं है कि आपका दोस्त कहा गया है "।


तब अरुण बोलता है, "तुम भी तो उसकी बीवी हो तो तुम्हे तो मुझसे ज्यादा पता होना चाहिए उसके बारे में "।


आलिया ये सुनते ही चुप हो जाती है।


तब अरुण बोलता है, "क्या हुआ चुप क्यों हो गई ?????


तब आलिया बोलती है, "प्लीज आप ढूंढ लीजिए न आर्यन को मेरा मन बहुत ही घबरा रहा है "।


तब अरुण बोलता है, "अच्छा आज मन घबरा रहा है और उस दिन मन नहीं घबरा रहा था जिस दिन तुमने कबीर के साथ मिल कर आर्यन को जेल भेजा था "।


तब आलिया चिल्ला कर बोलती है, "हा जानती हु हो गई है मुझसे गलती, तो क्या करु मर जाऊ क्या, बुरा लग रहा है मुझे उस दिन के लिए बहुत और मैने आर्यन से सॉरी भी कहा था "।


तब अरुण बोलता है,"बंद करो अपनी बकवास और मुझे कॉल मत करना अब " 


ये बोल कर अरुण कॉल काट देता है।


आलिया उसके बाद रोने लगती है।


सुबह होती है...........


अरुण रात भर दौड़ भाग कर आर्यन का पता लगा लेता है और वो उस होटल में चला जाता है जहां पर आर्यन होता। अरुण वहां पर जा कर देखता है कि आर्यन पहले की तरह जमीन पर लेटा रहता है और उसके चारों तरफ सिगरेट, शराब और ड्रग्स होता है।


आर्यन बेहोशी की हालत में होता है अरुण दो लोगों के साथ उसे उठाता है और अपनी कार में ले कर आता है 


थोड़ी देर बाद अरुण उसे उसके घर ले कर आ जाता है और उसके बेडरूम में सुला देता है।


अरुण आर्यन की मॉम से बोलता है, "प्लीज ध्यान रखिए इसका वरना इसने मरने की पूरी तैयारी कर रखी है"।


ये बोल कर अरुण वहां से चला जाता है।


उधर आलिया आर्यन के लिए बहुत ही परेशान होती है और अरुण को कितना कॉल करती है मगर वो उसका कॉल नहीं उठाता है ।


दोपहर होती है..........


अचानक से आर्यन की आँखें खुलती हैं और वो चारों तरफ देखने लगता है।


तभी उसकी मॉम बोलती है, "ज्यादा चौंकने की जरूरत नहीं है क्योंकि ये तुम्हारा ही कमरा है"।


ये सुनते ही आर्यन जल्दी से उठ कर बैठ जाता है उसके सर में बहुत ही दर्द हो रहा होता है वो अपना सर पकड़ कर बैठ जाता है।


तब उसकी मॉम बोलती है, "क्या हुआ तुम्हारा नशा अभी तक उतरा नहीं है, कोई बात नहीं मैं अभी सर्वेंट से बोल कर नींबू पानी भेज देती हूं और हा अब ज्यादा हाइड एंड सीक गेम खेलने की जरूरत नहीं है क्योंकि अब तुम्हारी बहन की शादी होने वाली है और मैं नहीं चाहती कि तुम दोबारा कोई ड्रामा करो, बस एक बार उसकी शादी अच्छे से हो जाए उसके बाद तुम्हे जहां जाना है तुम आराम से चले जाना, उसके उसके बाद तुम्हे कोई भी नहीं रोकेगा"।


ये बोल कर आर्यन की मॉम वहां से चली जाती है।


आर्यन अपना फोन उठाता है और अरुण को कॉल करता है और बोलता है, "ये हरकत तूने की है न "।


तब अरुण बोलता है, "और मेरे अलावा और ये कर भी कौन सकता है"।


तब आर्यन बोलता है, "तू बस एक बार उसके बाद मैं तुझे अच्छे से बताता हूं "।


तब अरुण बोलता है, "तमीज से बात कर समझा अब मैं तेरे घर का दामाद हूं और दामाद से कोई इस तरह से बात करता है "।


तब आर्यन बोलता है, "तू एक बार मिल तो तब देख मैं तेरा कितने अच्छे से खातिरदारी करता हूं साले "।


उधर आलिया गुमसुम सी अपने कमरे में बैठी रहती है तभी उसकी मम्मी उसके कमरे में आती है और बोलती है, "अगर शोक मनाना खत्म हो गया हो तो जरा अपनी पैकिंग भी कर लो "।


तब आलिया बोलती है, "मम्मी यहां से जाना जरूरी है क्या ??????


तब उसकी मम्मी बोलती है, "जरूरी नहीं बहुत ही ज्यादा जरूरी है इसलिए चुप चाप अपना सामान पैक करो"।


तब आलिया बोलती है, "मम्मी मेरा मन नहीं कर रहा है यहां से जाने का "।


तब उसकी मम्मी बोलती है, "मन करेगा भी कैसे, मन तो तुम्हारा जहां पर लगा हुआ है न मैं बहुत ही अच्छे तरीके से जानती हूं, अपने पापा को मारने के बाद तुम्हे चेन नहीं मिला जो अब मुझे भी मारना चाहती हो "।


ये सुनते ही आलिया का कलेजा फट जाता है और वो बोलती है, "मम्मी आप ये क्या बोल रही हैं "।


तब आलिया की मम्मी बोलती है, "मैं बिल्कुल सही बोल रही हूं, और मुझे न तुम्हारी बुआ जी की बात मान कर तुम्हारी शादी करवा देनी चाहिए थी, अगर मैने उस दिन उनकी बात मान ली होती तो आज ये दिन देखना ही नहीं पड़ता"।


ये सुनते ही आलिया की आंखों में आंसू आ जाते हैं और वो बोलती है, "मम्मी आप ये कैसी बाते कर रही हैं "।


तब आलिया की मम्मी बोलती है, "बिल्कुल सही बाते कर रही हूं, लोग सही कहते हैं कि लड़कियों को बाहर की हवा नहीं लगनी चाहिए वरना वो बिगड़ जाती है और तुमने तो ये बात बिल्कुल सही कर दी, हमने तुम पर भरोसा करके तुम्हे बाहर भेजा था और तुमने तो अलग ही गुल खिला लिया"।


तब आलिया बोलती है, "मम्मी आपको क्यों हो गया है आप ये कैसी बाते कर रही है "।


तब आलिया की मम्मी बोलती है, "मैने मामा जी से बोल दिया है कि तुम्हारे लिए लड़का देख ले और वहां पर जाते ही मैं तुम्हारी शादी करवा दूंगी, ताकि वहां पर भी जा कर तुम कोई गुल ना खिला दो, क्योंकि जो लड़की एक बार बहक जाती है न वो कभी भी और कही पर भी बहक जाती है "।


आलिया की मम्मी ये बोल कर वहां से चली जाती है।


आलिया की मम्मी की बाते आलिया के दिल पर तीर की तरह चुभ रहे होते हैं और वो पिछला सब कुछ याद करने लगती है जो जो बुरा उसके साथ सबने मिल कर किया आर्यन, अबीर और कबीर शेखावत ने .......


बताओ लड़की होना सच में कितना बुरा लग रहा होगा आलिया को जिसने कभी खुशियां देखी ही नहीं अपनी जिंदगी में और जिसके लिए उसने ये सब किया उसी मां ने उसे इतना उल्टा सीधा सुना दिया, मगर सच तो यही है और हम इसे झुठला भी नहीं सकते हैं क्योंकि हमारे समाज में लड़कियों के साथ ऐसा ही होता है।