आज के समय में हर व्यक्ति के मित्र होते है, आधुनिकता के इस दौर में पुरुष की महिला व महिला के पुरुष भी मित्र होते है। मिथुन अनुरागी की यह कहानी सबसे अच्छे मित्र की झलक का मार्मिक वर्णन करती है।किसी शहर में विनय नाम का एक लड़का रहता है। विनय शहर के कॉलेज में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करता है। विनय पढ़ने में बहुत अच्छा है। वह सदैव अपनी कक्षा में अव्वल आता है ।अधिक सुंदर और सरल स्वभाव के कारण कॉलेज के कुछ लड़के और लड़कियां उसकी दोस्त हैं।विनय का एक सबसे अच्छा दोस्त विमल है ,जो विनय के हमेशा साथ रहता है । दोनों एक ही कमरे में रहते हैं। साथ साथ खाना खाने से लेकर कॉलेज जाने तक साथ रहते हैं। विमल थोड़ा सा गंभीर स्वभाव का लड़का है और छुप छुप के नशा भी करता है। विनय को विमल की नशा करने की आदत ठीक नहीं लगती वह विमल को नशा करने से मना करता है तो विमल कहता है कि, यार विनय रोज रोज थोड़े ही करता हूं ।कभी कभी तो चलता है यार और कभी कभी ड्रिंक करना सेहत के लिए ठीक होता है। विमल की इस तरह की बातों ने विनय को भी नशा करना सिखा दिया और अब दोनों घर पर ही साथ मिलकर शराब पीते है।विनय के दो दोस्त और भी है जो पढ़ने लिखने में बहुत ज्यादा अच्छे नहीं हैं और हमेशा इधर उधर घूमते रहते हैं । ज्यादातर फालतू के गप्पे मारते हैं। विनय को भी कहते हैं कि यार क्या मिलेगा इतना पढ़ने से जॉब लगेगी तो वैसे भी लग जाएगी इतना तो पढ़ ही लेते है। विनय को उनकी बातें ठीक लगने लगती है। समय के साथ साथ विनय भी पढ़ना लिखना भूल जाता है और नशा भी करने लगता है। नशा करने और फिजूल खर्चों की तंगी से विनय जुआ भी खेलने लगता है। अब विनय पड़ता लिखता नहीं है जुआ खेलता है और शराब पीता है।अब तो उसे पीने के बाद होश भी नहीं रहता । वह कहीं भी गिर जाता है । लोग उसे तरह तरह के तन देते हैं, कोई उसे नशेड़ी कहता है तो कोई अमीर बाप की बिगड़ी औलाद कहता है तो कोई उसे इंजीनियर बाबू कहके चिढ़ाता है।एक बार विनय अधिक शराब पीकर जमीं पर पड़ा होता है,तभी वहां उसके गांव का विनय का बचपन का दोस्त समीर वहां आता है और वह विनय को उठाता और कहता है कि विनय तुम... तुमने ये क्या हाल बना रखा है।तुम तो क्लास के टॉपर थे और इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने गांव से शहर आए थे ।फिर ये क्या हो गया तुम शराब क्यों पीने लगे और तुम्हारी जेब में ये ताश के पत्ते क्या तुम जुआ भी खेलते हो ।यार विनय तुम अपनी जिंदगी क्यों बर्बाद कर रहे हो । तभी विनय की आंखों में आंसू आ जाते हैं और वह रोते हुए कहता है यार समीर मैं विमल की बातों में आकर शराब पीने लगा और जुआ भी खेलने लगा। मैने पढ़ाई भी बंद कर दी ,मेरी तो लाइफ बर्बाद हो गई अब मैं क्या करु इतना कहकर विनय जोर से रोने लगता है। समीर उसे चुप कराता है और समझाता है कि अभी भी कुछ नहीं बिगड़ा अभी भी समय है तुम फिर से अपनी जिंदगी की शुरुआत करो और शराब पीना बंद कर दो।तुम अभी भी इंजीनियर बन सकते हो । समीर की बात विनय के दिल पर लग गई ।समीर की बात मानकर विनय पुनः पढ़ाई करता है और कुछ सालों मेहनत करने के बाद विनय की मेहनत रंग लाई विनय इंजीनियर हो जाता ।
कहानी से हमें ज्ञात होता है कि हमारा सबसे अच्छा मित्र वही होता है जो हमें बुरे रास्ते पर न ले जाकर हमें अच्छे रास्ते पर ले जाए। स्वयं तरक्की करे और हमें भी तरक्की करने को प्रेरित करे ।
Written by
Mithun Anuragi